विएना:
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा है कि इस बात की कोई समयसीमा तय नहीं की जा सकती कि जापान के इंजीनियर फुकुशिमा में क्षतिग्रस्त परमाणु संयंत्र से रेडियोधर्मी विकिरण का प्रसार कब तक रोक पाएंगे। वैसे उन सम्भावित स्थानों का पता लगा लिया गया है जहां से संयंत्र में विकिरण फैल रहा है। आईएईए के तकनीकी सलाहकार ग्राहम एंड्रयू ने विएना में शुक्रवार को पत्रकारों से कहा, "हम नहीं जानते कि विकिरण कब तक होता रहेगा।" आईएईए अधिकारियों का कहना है कि रिएक्टर संख्या एक और दो के भीतरी कवच से संदिग्ध रिसाव के अलावा रिएक्टर तीन से भी रिसाव होने के संकेत हैं। आईएईए के मुख्य सुरक्षा अधिकारी डेनिस फ्लोरी ने कहा कि रिसाव वाले स्थानों को ठीक करने से पहले इंजीनियरों को इन स्थानों की पूरी तरह पहचान करने के लिए कई जरूरी कदम उठाने होंगे। पहले रिएक्टर में लगातार पानी डालकर इसे ठंडा किया जाएगा और इसमें इंजीनियरों के काम करने लायक माहौल तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा, "इसलिए अभी हम इस चरण में नहीं हैं।" 11 मार्च के विनाशकारी भूकम्प और सुनामी से उत्तरी जापान के फुकुशिमा में स्थित यह परमाणु संयंत्र क्षतिग्रस्त हो गया था और इससे रेडियोधर्मी पदार्थ वातावरण में फैल रहे हैं।