कतर (Qatar) की राजधानी दोहा के एयरपोर्ट पर बाथरूम में एक नवजात की लाश मिलने के बाद हड़कंप मच गया था, उसके बाद कतर से आस्ट्रेलिया जा रही कतर एयरवेज की फ्लाइट QR908 को रुकवाकर महिला यात्रियों की सघन जांच की गई थी. आरोप है कि महिलाओं को कपड़े उतारकर जांच कराने को मजबूर किया गया और उन्हें घंटों रोककर रखा गया. इसकी चहुंओर आलोचना होने के बाद अब कतर ने खेद जताया है. कतर ने बुधवार को कहा कि लावारिश नवजात शव की मां को ढूंढ़ने के लिए किए गए उपाय के तहत महिलाओं की निजता का उल्लंघन करने और उन्हें दर्दनाक परीक्षण से गुजरने एवं इस दौरान महिलाओं को हुई पीड़ा पर पछतावा है.
बता दें कि पिछले दिनों हमदर्द इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कतर के अधिकारियों द्वारा महिलाओं को फ्लाइट से जबरन उतारकर उनके निजी अंगों की जांच कराई गई थी.
सरकारी वेबसाइट पर एक बयान जारी कर कहा गया है, उस जांच का उद्देश्य तात्कालिक रूप से भयानक अपराध के बाद अपराधियों को भागने से रोकना था, कतर सरकार इस कार्रवाई की वजह से यात्रियों के किसी भी पीड़ा, अवसाद अथवा उनके निजी अंगों की हुई जांच और उनके निजता के उल्लंघन के लिए खेद प्रकट करता है.
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प्रधान मंत्री, शेख खालिद बिन खलीफा बिन अब्दुलअजीज अल थानी ने बयान में कहा कि इस मामले की "व्यापक व पारदर्शी" जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि कतर "देश के माध्यम से गुजरने वाले सभी यात्रियों की सुरक्षा और सहजता को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध था."
इस घटना के बाद आस्ट्रेलिया और कतर के बीच राजनयिक संबंधों में तल्खी आ गई थी. आस्ट्रेलिया ने इस कदम की तीखी आलोचना की थी और मिडिल ईस्ट के देश पर अपने देश के नागरिकों के साथ बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाया था.
ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मारिज पायने ने संसद को बताया कि "कुल मिलाकर 10 विमान" की महिलाएं कतर के उस सर्च ऑपरेशन में शामिल थीं जिन्हें घोर परेशानी उटानी पड़ी और "अपमानजनक" बर्ताव का सामना करना पड़ा.
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