संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की फाइल फोटो
संयुक्त राष्ट्र:
पाकिस्तान ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का दरवाजा खटखटाते हुए आग्रह किया है कि वह नियंत्रण रेखा पर 'उकसाने वाले' कदमों का संज्ञान ले और भारत को 'संयम बरतने' के लिए कहे।
परिषद के अध्यक्ष और रूसी राजदूत विताली चुरकिन को लिखे पत्र में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा पर 'उकसाने वाली' भारतीय कार्रवाइयों का हवाला दिया और सुरक्षा परिषद से आग्रह किया कि वह भारत से 2003 के संघर्ष विराम समझौते का पालन करने के लिए कहे।
पाकिस्तान के स्थायी मिशन की ओर से जारी बयान के अनुसार, मलीहा ने संघर्ष विराम के उल्लंघन का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र के सबसे उंचे स्तर तक उठाया है। पत्र में उन्होंने संघर्ष विराम के कथित उल्लंघन की घटनाओं का ब्यौरा दिया और कहा कि पिछले कुछ महीनों में ऐसी हिंसा में इजाफा हुआ है, जिससे कई नागरिक मारे गए और बहुत सारे घायल हो गए।
भारत ने पाकिस्तान की ओर से लगाए गए आरोपों को खारिज किया है। उसका कहना है कि पाकिस्तान ने अगस्त महीने में ही 55 बार और इस साल अब तक 245 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
परिषद के अध्यक्ष और रूसी राजदूत विताली चुरकिन को लिखे पत्र में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा पर 'उकसाने वाली' भारतीय कार्रवाइयों का हवाला दिया और सुरक्षा परिषद से आग्रह किया कि वह भारत से 2003 के संघर्ष विराम समझौते का पालन करने के लिए कहे।
पाकिस्तान के स्थायी मिशन की ओर से जारी बयान के अनुसार, मलीहा ने संघर्ष विराम के उल्लंघन का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र के सबसे उंचे स्तर तक उठाया है। पत्र में उन्होंने संघर्ष विराम के कथित उल्लंघन की घटनाओं का ब्यौरा दिया और कहा कि पिछले कुछ महीनों में ऐसी हिंसा में इजाफा हुआ है, जिससे कई नागरिक मारे गए और बहुत सारे घायल हो गए।
भारत ने पाकिस्तान की ओर से लगाए गए आरोपों को खारिज किया है। उसका कहना है कि पाकिस्तान ने अगस्त महीने में ही 55 बार और इस साल अब तक 245 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
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