- भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान के विभाजनकारी एजेंडे की तीखी आलोचना की और जवाब दिया है
- पाकिस्तान अपने प्रधानमंत्री को जेल में डालता है और सेना प्रमुख को आजीवन विशेषाधिकार प्रदान करता है- भारत
- भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरीश पर्वतानेनी ने पाकिस्तान के जम्मू-कश्मीर मुद्दे उठाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान के "विभाजनकारी एजेंडे" की जमकर आलोचना की है और तीखा जवाब दिया है. भारत ने कहा है कि पाकिस्तान ऐसा देश है जो अपने एक प्रधानमंत्री को जेल में डाल देता है और अपने सेना प्रमुख को आजीवन विशेषाधिकार (इम्यूनिटी) देता है. और यह सब करने के बावजूद भी वह कहता है कि वह अपने लोगों की इच्छा का सम्मान करता है. भारत ने इस्लामाबाद में बैठी सरकार के इसी "अनूठे" तरीके की आलोचना की है.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत हरीश पर्वतानेनी ने सोमवार, 15 दिसंबर को सुरक्षा परिषद में 'शांति के लिए नेतृत्व' पर एक खुली बहस के दौरान अपनी बात रखी. उन्होंने पाकिस्तान के राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद द्वारा इस बहस के दौरान जम्मू-कश्मीर और सिंधु जल संधि के मुद्दों को उठाने के बाद कड़ी प्रतिक्रिया दी.
भारत ने पूछा इमरान वाला सवाल
यहां हरीश पर्वतानेनी ने कहा, "बेशक, पाकिस्तान के पास अपने लोगों की इच्छा का सम्मान करने का एक अनोखा तरीका है- वह एक प्रधान मंत्री को जेल में डाल देता है, सत्तारूढ़ राजनीतिक दल पर बैन लगा देता है, और अपने सशस्त्र बलों को 27 वें संशोधन के माध्यम से संवैधानिक तख्तापलट करने की अनुमति देता है और अपने रक्षा बलों के प्रमुख को आजीवन इम्यूनिटी देता." बता दें कि इम्यूनिटी का मतलब है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख और रक्षा बलों के प्रमुख आसिम मुनीर को आजीवन उनके कामों के लिए किसी कोर्ट में नहीं ले जाया जाएगा, उन्हें कोई सजा नहीं मिल सकती है. इसे आप खुली छूट समझ सकते हैं.
भारत ने जम्मू कश्मीर पर पाकिस्तान को लताड़ा
स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत हरीश पर्वतानेनी ने यहां कहा, "आज की खुली बहस में पाकिस्तान का जम्मू-कश्मीर का अनुचित संदर्भ देना इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान भारत और उसके लोगों को नुकसान पहुंचाने को लेकर जुनूनी है. एक सेवारत गैर-स्थायी सुरक्षा परिषद सदस्य जो अपने विभाजनकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र की सभी बैठकों और प्लेटफार्मों में इस जुनून को आगे बढ़ाने का विकल्प चुनता है, उससे अपनी जिम्मेदारियों और दायित्वों को पूरा करने की उम्मीद नहीं की जा सकती है."
हरीश ने कहा आगे कहा, "मैं स्पष्ट कर दूं - भारत अपनी पूरी ताकत से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का उसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से मुकाबला करेगा."
भारत ने पाकिस्तानी दूत के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि जम्मू-कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र चार्टर, प्रासंगिक सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छा के अनुसार हल किया जाना चाहिए.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं