एयर एशिया के लापता विमान क्यूज़ेड-8501 की तलाश रात में बंद किए जाने के बाद आज सुबह फिर आरंभ कर दी गई है। दिन में इंडोनेशिया के उप-राष्ट्रपति ने मीडिया को बताया कि ऑस्ट्रेलियाई विमानों द्वारा देखी गई संदिग्ध वस्तुएं लापता एयरएशिया विमान की नहीं हैं। इससे पहले सुबह तलाशी अभियान से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जानकारी के आधार पर हवाई जहाज़ के समुद्र में गिरने के संकेत मिल रहे हैं। वहीं, खबरें यह भी थीं कि कुछ ऑस्ट्रेलियाई खोजी विमानों में ऐसी वस्तुएं देखीं थी जो संभवत: लापता विमान की हों। ये विमान इंडोनेशिया के सुरबाया शहर से सिंगापुर जा रहा था और इसमें 162 यात्री सवार थे।
एक वरिष्ठ अधिकारी सोलिस्तियो ने बताया कि इंडोनेशिया के पास ऐसी तकनीकी क्षमता नहीं है कि वह विमान को समुद्र तल से निकाल सके। उन्होंने दूसरे देशों से मदद की अपील की। उन्होंने बताया कि जावा समुद्र के बेलीतुंग द्वीप के ईर्द-गिर्द विमान की तलाश की जा रही है।
एयर एशिया के मालिक टॉनी फ़र्नांडिस ने इसे अपने जीवन की सबसे ख़राब घटना बताया। उन्होंने कहा, "विमान में सवार लोगों के रिश्तेदारों और क्रू-टीम के परिवारों की चिंता हमारी पहली प्राथमिकता है।"
इंडोनेशिया के यातायात मंत्रालय ने कहा, "हमारा पहला मक़सद विमान खोजना है। इसके लिए हम हर संबंधित देश के साथ इस कार्य में पूरा सहयोग कर रहे हैं।''
उल्लेखनीय है कि विमान को खोजने में इंडोनेशिया के 12 समुद्री जहाज़, तीन हेलिकॉप्टर और पांच मिलिट्री एयरक्राफ़्ट विमान लगे हुए हैं। इसके अलावा मलेशिया का एक सी-130 विमान, तीन जहाज़ और सिंगापुर का एक सी-130 विमान भी तलाश कार्य में जुटे हैं। वहीं, भारत ने भी अपने तीन जहाज खोज में सहयोग के लिए तैयार कर दिये हैं। ऑस्ट्रेलिया भी इस मिशन में सहयोग दे रहा है। विमान की बेलीटांग द्वीप के आसपास खोजा जा रहा है।
इंडोनेशिया से सिंगापुर जा रहा एयर एशिया का विमान रविवार को मेघगर्जन और तूफान के बीच अचानक लापता हो गया। विमान में 162 यात्री सवार थे। खराब मौसम की वजह से विमान का संपर्क नियंत्रण कक्ष से टूट गया। अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है।
मलेशिया की विमानन कंपनी एयर एशिया के उड़ान संख्या क्यूजेड 8501 वाले विमान ने तड़के 7.24 बजे (सिंगापुर समय) इंडोनेशिया के सुरबाया शहर से उड़ान भरी थी। उसे सुबह 8.30 बजे सिंगापुर के चांगी हवाईअड्डे पर उतरना था।
इंडोनेशिया के परिवहन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, 'मौसम ठीक नहीं था। जिस जगह पर विमान से संपर्क टूटा, वहां मौसम खराब था।' विमान में चालक दल सहित 162 लोग सवार हैं। विमान में इंडोनेशिया के 156, दक्षिण कोरिया के तीन, एक फ्रांसीसी, एक मलेशियाई और एक सिंगापुर का नागरिक सवार है।
इस बीच ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया ने बचाव कार्य में सहायता की पेशकश की है। समाचारपत्र 'द स्टार' के अनुसार, मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब तुन रज्जाक ने कहा कि विमान उड़ान भरने के 42 मिनट बाद रडार की पहुंच से दूर हो गया। उनके हवाले से कहा गया, 'इसका मतलब विमान के साथ कुछ अप्रिय होने की आशंका है।'
एयर एशिया सीईओ ने टोनी फर्नांडीज मलेशिया से सुराबाया पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा, 'मेरी प्रार्थना पीड़ित परिजनों के साथ है।'
एयर एशिया ने विमान में सवार यात्रियों के परिजनों और मित्रों के लिए आपातकालीन केंद्र शुरू किया है और एक हेल्पलाइन नंबर +622129850801 जारी किया है।
विमान के लापता होने की यह घटना तब हुई है, जब लोग पहले ही इस साल हुए दो मलेशियाई विमान हादसे की कड़वी यादों को नहीं भुला पाए हैं।
मलेशिया की राष्ट्रीय विमाननन कंपनी, मलेशिया एयरलाइंस इस साल अपने दो विमान गंवा चुकी है। आठ मार्च को उड़ान संख्या एमएच 370 वाले विमान ने कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ान भरा था और यह चालक दल के सदस्य सहित लापता हो गया था। इसमें 239 लोग सवार थे। इसी तरह 17 जुलाई को एमएच 17 उड़ान को यूक्रेन में आसमान में मार गिराया गया था। इसमें 298 लोग सवार थे।
एयर एशिया ने वर्तमान मालिकाना हक के तहत 2001 से अपना संचालन शुरू किया था और यह 88 शहरों के लिए उड़ान संचालित करती है। भारत में इसकी पहली उड़ान 11 जून को बेंगलुरू से पंजिम के बीच हुई थी। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि एयर एशिया की भारत-मलेशिया संयुक्त उद्यम कंपनी भारत में बेंगलुरू, जयपुर, चेन्नई, कोच्चि, चंडीगढ़, पुणे और गोवा के लिए उड़ान संचालित करती है।
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