लंदन:
ब्रिटेन में भारतीय मूल की एक शिक्षिका ने आरोप लगाया है कि उसे अपने कार्यस्थल पर नस्ली भेदभाव का सामना करना पड़ा और उसे इस मामले में अधिकारियों से कोई मदद नहीं मिली।
इस शिक्षिका का नाम सुधना सिंह है। वह मूरलैंड के स्कूल में प्रधानाध्यापिका हैं। स्कूल में 400 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। एक समाचार पत्र के मुताबिक सुधना ने रीडिंग शहर के रोजगार न्यायाधीकरण के समक्ष कहा कि उन्होंने एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना कि ‘ब्ली इंडियन वूमेन को हमारे बच्चों का प्रभारी नहीं बनाना चाहिए।’
सुधना बीते 20 वर्षों से बतौर शिक्षिका काम कर रही हैं। उनका दावा है कि उन्हें नस्ली भेदभाव का बड़े पैमाने पर सामना करना पड़ा, लेकिन उन्हें संबंधित अधिकारियों से कोई मदद नहीं मिली। वह रीडिंग शहर के प्रशासन और गवर्नर के खिलाफ मुकदमा कर रही हैं।
इस शिक्षिका का नाम सुधना सिंह है। वह मूरलैंड के स्कूल में प्रधानाध्यापिका हैं। स्कूल में 400 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। एक समाचार पत्र के मुताबिक सुधना ने रीडिंग शहर के रोजगार न्यायाधीकरण के समक्ष कहा कि उन्होंने एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना कि ‘ब्ली इंडियन वूमेन को हमारे बच्चों का प्रभारी नहीं बनाना चाहिए।’
सुधना बीते 20 वर्षों से बतौर शिक्षिका काम कर रही हैं। उनका दावा है कि उन्हें नस्ली भेदभाव का बड़े पैमाने पर सामना करना पड़ा, लेकिन उन्हें संबंधित अधिकारियों से कोई मदद नहीं मिली। वह रीडिंग शहर के प्रशासन और गवर्नर के खिलाफ मुकदमा कर रही हैं।
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