- नेपाल के सेना प्रमुख अशोक राज सिगडेल ने लगातार दूसरे दिन हिंसक प्रदर्शन रुकवाने और वार्ता की अपील की है.
- प्रदर्शनकारियों ने पूर्व पीएम शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी आरजू राणा पर हमला किया और नुकसान पहुंचाया.
- प्रदर्शनकारियों ने देउबा दंपति को कुछ समय के लिए बंधक बनाया और आरजू राणा कहां हैं किसी को कुछ नहीं मालूम.
नेपाल के सेना प्रमुख अशोक राज सिगडेल ने प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली के इस्तीफे के बावजूद मंगलवार को लगातार दूसरे दिन जारी हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रदर्शनकारियों से वार्ता के लिए आगे आने की अपील की. टेलीविजन के जरिये राष्ट्र के नाम संबोधन में जनरल सिगडेल ने कहा है कि विरोध प्रदर्शन को रोका जाए और शांतिपूर्ण समाधान के मकसद से बातचीत की जाए. नेपाल में दूसरे दिन भी जारी हिंसक भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों के बीच, देश के पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी, विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया. आरजू इस समय कहां हैं किसी को भी नहीं मालूम है.
आरजू पर लातों से हमला
एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू के बुदानिलकांठा स्थित देउबा के घर में तोड़फोड़ की. जो वीडियो सामने आया है उसमें साफ नजर आ रहा है कि हमले के बाद पूर्व पीएम के चेहरे से खून बहता हुआ नजर आ रहा है. देउबा और आरजू को बचाने के लिए अधिकारियों के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही उनके आवास में तोड़फोड़ की जा चुकी थी. वहीं देउबा की पत्नी आरजू राणा देउबा के साथ भी प्रदर्शनकारियों ने मारपीट की. जो वीडियो सामने आया है उसमें देखा जा सकता है कि कैसे प्रदर्शनकारी आरजू को लातों से मारते हुए नजर आ रहे हैं.
देउबा दंपति को बनाया बंधक!
माना जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों के हस्तक्षेप से पहले दंपति को कुछ देर तक बंधक बनाकर अपनी हिरासत में रखा. देउबा के आवास पर तोड़फोड़ की गई और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. अधिकारियों ने इस पूरे घटनाक्रम को एक 'अभूतपूर्व आक्रामकता' बताया है. जहां सेना ने देउबा की जान बचा ली तो वहीं अभी तक यह पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर आरजू कहां हैं. कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारी उन्हें अपने साथ ले गए हैं.
मंगलवार को हुई जमकर हिंसा
मंगलवार को गुस्साए युवाओं ने राजनीतिक नेताओं, कैबिनेट मंत्रियों और सरकारी इमारतों में आग लगा दी. यहां तक कि पार्टी कार्यालयों और पुलिस थानों को भी नहीं बख्शा गया. प्रदर्शन के तहत एक और पूर्व पीएम झालानाथ खनाल के घर को भी आग लगा दी गई है. इस घटना में उनकी पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार को भी नहीं बख्शा गया. घटना में वह बुरी तरह से जल गईं और इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. पीएम पद से ओली के इस्तीफे के बाद भी नेपाल के कई हिस्सों में हिंसा जारी रही. प्रदर्शनकारियों ने संसद, राष्ट्रपति आवास, प्रधानमंत्री आवास, सुप्रीम कोर्ट, राजनीतिक दलों के ऑफिसेज और कई सीनियर लीडर्स के घर को आग के हवाले कर दिया.
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