
- नेपाल में हाल ही हुए जेन-जी आंदोलन में संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा जिससे सबसे बड़ा बीमा क्लेम दर्ज हुआ है
- नेपाल इंश्योरेंस अथॉरिटी के अनुसार नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों को लगभग 21 अरब नेपाली रुपए के क्लेम मिले हैं
- यह क्लेम राशि 2015 के भूकंप के दौरान मिले क्लेम से अधिक है, जो तब 16.5 अरब नेपाली रुपए थी
नेपाल में हाल ही में हुए जेन-जी आंदोलन के दौरान संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है. इसकी वजह से नेपाल के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा बीमा क्लेम दर्ज किया गया है. इन दावों की कुल राशि लगभग 21 अरब नेपाली रुपए (एनपीआर) तक पहुंच गई है. नेपाल इंश्योरेंस अथॉरिटी (जो बीमा क्षेत्र का नियामक है) की ओर से गुरुवार, 18 सितंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार, नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों को 16 सितंबर तक बीमाधारक व्यक्तियों से 1,984 क्लेम प्राप्त हुए हैं, जिनकी कुल राशि 20.7 अरब नेपाली रुपए है.
बताया जाता है कि नुकसान का आकलन जारी है, इसलिए क्लेम और बढ़ने की उम्मीद है. अब तक इंश्योरेंस कंपनियों को जो क्लेम मिले हैं, वे 2015 के भूकंप के दौरान मिले क्लेम से ज्यादा हैं, जब क्लेम 16.5 बिलियन एनपीआर तक पहुंच गए थे.
भारतीय ओरिएंटल इंश्योरेंस की शाखा, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को 16 सितंबर तक सबसे अधिक क्लेम राशि मिली है. यह जानकारी संबंधित प्राधिकरण से जारी आंकड़ों से मिली है. इस कंपनी को अकेले 40 मामलों में 5.14 अरब नेपाली रुपए के दावे मिले हैं. बताया जाता है कि इनमें से ज्यादातर दावे होटल हिल्टन काठमांडू से आए हैं, जिसे विरोध-प्रदर्शनों के दौरान सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था.
दावों की सबसे अधिक राशि प्राप्त करने के मामले में सिद्धार्थ प्रीमियर इंश्योरेंस, शिखर इंश्योरेंस, आईजीआई प्रूडेंशियल इंश्योरेंस और सागरमाथा लुम्बिनी भी शीर्ष पांच कंपनियों में शामिल हैं.
नेपाल इंडस्ट्रीज कॉन्फेडरेशन (सीएनआई) के एक अधिकारी के अनुसार, कुछ प्रमुख व्यावसायिक कंपनियों ने अकेले ही 60 अरब नेपाली रुपए से अधिक के नुकसान की सूचना दी है. सीएनआई एक व्यापार संगठन है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं