ढाका:
बांग्लादेश में दो दिनों में गरज के साथ बारिश होने के दौरान बिजली गिरने पर इसकी चपेट में आने से कम से कम 81 लोगों की मौत हो गई। इस मौसमी घटना को जलवायु परिवर्तन से जोड़ा जा रहा है।
दुनिया में दुर्लभ घटना
आपदा प्रबंधन मंत्री मोफाज्जल होसैन चौधरी माया ने अपने कार्यालय में एक मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि बिजली गिरने से सिर्फ दो दिनों में इतनी संख्या में लोगों का हताहत होना न सिर्फ बांग्लादेश में बल्कि दुनिया में भी दुर्लभ घटना है।
लोगों में डर का माहौल
उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन के चलते हाल के बरसों में बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे लोगों में व्यापक रूप से डर फैल रहा है। मंत्रालय के सचिव शाह कमाल ने बताया कि सरकार ने बिजली गिरने को पिछले साल अगस्त से प्राकृतिक आपदा की सूची में शामिल किया है। 26 जिलों में 12 और 13 मई को बिजली गिरने से 81 लोगों की मौत हुई है। ज्यादातर मौतें बांग्लादेश के उत्तरी और मध्य हिस्से में हुई हैं। आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक पिछले साल बिजली गिरने से 17 लोगों की मौत हुई थी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
दुनिया में दुर्लभ घटना
आपदा प्रबंधन मंत्री मोफाज्जल होसैन चौधरी माया ने अपने कार्यालय में एक मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि बिजली गिरने से सिर्फ दो दिनों में इतनी संख्या में लोगों का हताहत होना न सिर्फ बांग्लादेश में बल्कि दुनिया में भी दुर्लभ घटना है।
लोगों में डर का माहौल
उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन के चलते हाल के बरसों में बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे लोगों में व्यापक रूप से डर फैल रहा है। मंत्रालय के सचिव शाह कमाल ने बताया कि सरकार ने बिजली गिरने को पिछले साल अगस्त से प्राकृतिक आपदा की सूची में शामिल किया है। 26 जिलों में 12 और 13 मई को बिजली गिरने से 81 लोगों की मौत हुई है। ज्यादातर मौतें बांग्लादेश के उत्तरी और मध्य हिस्से में हुई हैं। आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक पिछले साल बिजली गिरने से 17 लोगों की मौत हुई थी।
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