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This Article is From Mar 05, 2011

विद्रोहियों ने गद्दाफी के सैनिकों को खदेड़ा

त्रिपोली: हिंसाग्रस्त लीबिया में विद्रोहियों ने शनिवार को अज जाविया शहर पर कब्जा करने की सरकारी सैनिकों की कोशिशों को नाकाम कर दिया। विद्रोहियों और सरकारी सैनिकों के बीच हुए हिंसक संघर्ष में 30 लोगों के मारे जाने की आशंका है जबकि करीब 200 लोग घायल बताए जा रहे हैं। विद्रोही रास लानूफ में मुअम्मार गद्दाफी के खिलाफ प्रदर्शन को तेज करने के लिए एकजुट हो रहे हैं। अमेरिका ने लीबिया में बढ़ते तनाव को देखते हुए इस क्षेत्र में स्थित अपने सैन्य ठिकानों पर सामरिक क्षमता में बढ़ोतरी कर दी है। ब्रिटेन ने भी लीबिया की ओर कूच करने के लिए अपने सैनिकों को तैयार रखा है। रिपोर्टों के मुताबिक गद्दाफी के वफादार सैनिकों ने राजधानी त्रिपोली के पास अज जाविया शहर पर हमले कर सरकार विरोधियों का रक्षा कवच तोड़ दिया और शनिवार सुबह तक वे शहर में प्रवेश कर गए, लेकिन विद्रोहियों ने कहा कि कई घंटों तक चली लड़ाई के बाद उन्होंने सरकारी सैनिकों को खदेड़ दिया है। समाचार चैनल 'अल जजीरा' ने अज जाविया के डॉक्टर हामदी के हवाले से बताया, "इस तरह की खबरें आ रही हैं कि गद्दाफी की सेनाएं हमले करने के लिए शहर के बाहर जुट रही हैं। हम दूसरा हमला झेलने के लिए तैयार हैं।" अल जजीरा वेबसाइट के मुताबिक सेना ने शुक्रवार की रात तोपों और टैंकों के जरिए हमले शुरू कर दिए। ज्ञात हो कि फरवरी के अंत में अज जाविया पर सरकार का नियंत्रण समाप्त हो गया था और इस शहर को राजधानी त्रिपोली पर हमला करने के लिए एक प्लेटफार्म के रूप में देखा जाने लगा था। अज जाविया त्रिपोली से कोई 60 किलोमीटर दूर पश्चिम में स्थित है। अल जजीरा ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से लिखा है कि कम से कम 30 लोग मारे जा चुके हैं, लेकिन मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि शहर पर कब्जे को लेकर दोनों पक्षों के बीच लड़ाई जारी है। एक विद्रोही ने बीबीसी से कहा है कि शनिवार तड़के भीषण लड़ाई के बाद सरकारी टैंकों को शहर से खदेड़ दिया गया। इस बीच, विद्रोहियों ने यह भी कहा है कि उन्होंने गद्दाफी के वफादार सैनिकों को तेल बंदरगाह, रास लानूफ में भी पराजित कर दिया है। इस लड़ाई में बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने की खबर है। बताया यह भी जा रहा है कि त्रिपोली में गद्दाफी के वफादारों में आत्मविश्वास बढ़ रहा है। त्रिपोली स्थित बीबीसी संवाददाता ने कहा है कि विद्रोही, गद्दाफी को उखाड़ फेकने के लिए दृढ़संकल्पित हैं और वे लड़ाई के लिए तैयार हैं। जाविया शहर पर सरकारी बलों द्वारा पूर्व एवं पश्चिम, दोनों तरफ से हमला किया। इस लड़ाई में 18 लोग मारे गए हैं। बीबीसी के साथ एक साक्षात्कार में जाविया निवासी और विद्रोहियों के समर्थक मोहम्मद ने कहा है कि लड़ाई स्थानीय समयानुसार सुबह चार बजे शुरू हुई। सरकारी बलों ने शहर पर दोबारा कब्जा करने की कोशिश की। लेकिन 11 बजते-बजते विद्रोही बलों ने सरकारी बलों को खदेड़ दिया। मोहम्मद ने कहा कि गद्दाफी समर्थक बलों ने पूर्व एवं पश्चिम दोनों तरफ से आकर ऊंची इमारतों पर मोर्चा संभाल लिया और उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। मोहम्मद ने कहा, "चौराहे पर पहुंचे कुछ टैंकों को पकड़ कर जला दिया गया। गद्दाफी की सेना और हमारी सेना में कुछ लोग इस दौरान मारे गए। लेकिन जाविया पर गद्दाफी के लोग कब्जा नहीं कर पाए, यह बिल्कुल स्पष्ट है।" दूसरी ओर कूटनीतिक मोर्चे पर जवाबी हमला करते हुए गद्दाफी ने संयुक्त राष्ट्र के लिए एक नए राजदूत की नियुक्ति की है, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र में लीबिया का राजदूत गद्दाफी के खिलाफ हो गया है।

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