विज्ञापन
This Article is From Nov 26, 2023

इजरायल संग सीजफायर समझौते के तहत हमास ने 17 बंधकों के दूसरे ग्रुप को किया रिहा

बंधकों की अदला-बदली शुक्रवार को हमास द्वारा बच्चों और बुजुर्गों समेत अन्य 13 इजरायली बंधकों (Israel Hostages Released) को मुक्त करने के बाद हुई है, जिसके बदले में इजरायली जेलों से 39 फिलिस्तीनी महिलाओं और युवाओं को रिहा किया गया. 

इजरायली बंधकों को किया गया रिहा

नई दिल्ली:

इजरायल और गाजा युद्ध के बीच हमास ने इजरायली बंधकों के दूसरे ग्रुप को भी रिहा (Israel Hostages Relesed) कर दिया. रॉयटर्स की खबर के मुताबिक हमास की कैद से रिहा हुए 17 बंधक रविवार को अपने देश इजरायल पहुंचे, जिनमें 13 इजरायली और 4 थाई नागरिक शामिल हैं. एक अहम बंधक समझौते के तहत सभी बंधकों को उनके परिवारों से मिलवाया गया. इस समझौते के बीच में थोड़े समय के लिए कुछ मुश्किलें जरूर आईं, लेकिन कतर और मिस्त्र की मध्यस्थता से इनको दूर कर लिया गया. यह समझौता दोतरफा है. जिसके तहत 150 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले कुल 50 इजरायली बंधकों की अदला-बदली की जानी है. इससे इस समझौते की नाजुकता का पता चलता है. अब 17 बंधक हमास की कैद से मुक्त होकर अपने देश वापस पहुंच गए हैं. 

ये भी पढ़ें-बंधकों के दूसरे बैच को रेड क्रॉस को सौंपने का काम शुरू: रिपोर्ट

रेड क्रॉस समिति को सौंपे गए इजरायली बंधक

सामने आई टेलीविजन फुटेज में मिस्र की तरफ से बंधकों को गाजा छोड़ने के बाद राफा बॉर्डर पार करते हुए दिखाया गया है. हमास ने शनिवार देर रात बंधको को रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) को सौंप दिया था. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के मुताबिक, रिहा किए गए 13 इजरायलियों में से छह महिलाएं और सात बच्चे और किशोर शामिल थे. इज़रायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक बयान में कहा, "रिहा किए गए बंधक इज़रायल के अस्पतालों में जा रहे हैं, जहां वे अपने परिवारों से मिलेंगे."

39 फिलिस्तीन कैदी भी जेल से रिहा

इजरायली बंधकों के बदले में 33 नाबालिगों समेत 39 फिलिस्तीनी नागरिकों को इजरायली जेलों से रिहा किया गया. अल जजीरा टीवी ने एक रेड क्रॉस बस का लाइव फुटेज जारी किया, जिसमें इजरायली जेल से रिहा हुए फिलीस्तीनी कैदियों को  बड़ी संख्या में इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक के बेतुनिया शहर की ओर ले जा रही थी. कूटनीति से परिचित एक फिलिस्तीनी अधिकारी ने कहा कि हमास इजरायल के साथ सहमत चार दिन के सीजफायर को जारी रखेगा, यह लड़ाई में पहला पड़ाव है.7 अक्टूबर को हमास लड़ाकों ने दक्षिणी इजरायल में तोड़फोड़ की थी, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे और करीब 240 बंधकों को अपने साथ ले गए थे. 

इजरायल ने उस हमले के जवाब में गाजा पट्टी पर शासन करने वाले आतंकी गुट हमास को खत्म करने की कसम खाई है. वह लगातार जमीनी और हवाई हमले कर रहा है. फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि इजरायल के हमले में अब तक करीब 14,800 लोग मारे गए हैं, जिनमें से लगभग 40% बच्चे शामिल हैं. बंधकों की अदला-बदली शुक्रवार को हमास द्वारा बच्चों और बुजुर्गों समेत अन्य 13 इजरायली बंधकों को मुक्त करने के बाद हुई है, जिसके बदले में इजरायली जेलों से 39 फिलिस्तीनी महिलाओं और युवाओं को रिहा किया गया. 

क्या है विवाद?

बता दें कि इजरायल और हमास के बीच हुए समझौते के पटरी से उतरने का खतरा पैदा हो गया था,  क्योंकि हमास की सशस्त्र शाखा ने कहा था कि वह बंधकों की रिहाई के शनिवार के निर्धारित दूसरे दौर में तब तक देरी कर रहा है जब तक कि इज़रायल उत्तरी गाजा में सहायता ट्रकों को जाने देने की प्रतिबद्धता समेत सभी संघर्ष विराम शर्तों को पूरा नहीं कर लेता. हमास के प्रवक्ता ओसामा हमदान ने कहा कि शुक्रवार से गाजा में प्रवेश करने वाले 340 सहायता ट्रकों में से केवल 65 ही उत्तरी गाजा पहुंचे, जो "इजरायल की सहमति के आधे से भी कम है." आईडीएफ ने कहा कि गाजा पट्टी के अंदर सहायता संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा लागू की गई थी.

इजरायल पर अल-क़सम ब्रिगेड का आरोप

संयुक्त राष्ट्र ने पुष्टि की कि शनिवार को उत्तरी गाजा में सहायता के 61 ट्रक पहुंचाए गए, जो 7 अक्टूबर के बाद से सबसे ज्यादा हैं, इनमें खाना, पानी और आपातकालीन चिकित्सा आपूर्ति शामिल थी. अल-क़सम ब्रिगेड ने यह भी कहा कि इज़रायल फ़िलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की शर्तों का सम्मान करने में विफल रहा है और फ़िलिस्तीनी बंदियों को वरिष्ठता के आधार पर रिहा नहीं किया गया. 

कतर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने शनिवार को कहा कि रिहाई के लिए कैसे और किसे प्राथमिकता दी जाए इस पर "बहुत चर्चा" हुई. फिलिस्तीन के किन कैदियों को पहले रिहा किया जाए, यह फैसला इजरायली जेलों में बिताए गए उनके समय के आधार पर लिया गया. उन्होंने सीएनएन से कहा, "अब हमें उम्मीद है कि इस विराम के दूसरे या तीसरे दिन, हम उन कई विवरणों को सामने लाने में सक्षम होंगे, जिन्होंने रिहाई को इतना कठिन बना दिया."

इज़रायल ने कहा कि अगर हमास हर दिन करीब 10 बंधकों को रिहा करना जारी रखता है तो सीजफायर को बढ़ाया जा सकता है. एक फ़िलिस्तीनी सूत्र ने कहा कि 100 बंधकों को रिहा किया जा सकता है. 

 कहीं खुशी, कहीं गम

 शनिवार कतर और मिस्र के मध्यस्थों के लिए अत्यधिक चिंता वाली कूटनीति का दिन बन गया, बंधकों के परिवारों ने अपनों से मिलने के लिए घंटों इंतजार किया. शनिवार देर रात रिहा किए गए लोगों में शामिल माया रेगेव की मां मिरिट रेगेव ने होस्टेज एंड मिसिंग फैमिलीज फोरम द्वारा जारी एक बयान में कहा, "मेरा दिल टूट गया है क्योंकि मेरा बेटा इताए अभी भी गाजा में हमास की कैद में है." रिहा किए गए लोगों में नौ साल की आयरिश-इज़राइली बंधक एमिली हैंड भी शामिल थी, जिसके बारे में शुरू में कहा जा रहा था कि उसकी मौत हो चुकी है. 

आयरलैंड के प्रधान मंत्री लियो वराडकर ने एक बयान में कहा, "यह एमिली हैंड और उनके परिवार के लिए बहुत खुशी और राहत का दिन है. आयरलैंड स्थायी युद्धविराम के लिए काम करने के प्रयासों को दोगुना कर रहा है".

ये भी पढ़ें-हमास ने बंधकों के दूसरे समूह की रिहाई में की देरी, इजरायल ने आधी रात तक का दिया वक्‍त

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com