वहीं, ब्रिटिश पब्लिकेशन 'फाइनेंशियल टाइम्स' ने मामले से परिचित दो अनाम इजरायली अधिकारियों के हवाले से कहा कि उन्हें किसी विशेष हमले की कोई पुख्ता जानकारी नहीं थी. बुधवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी इस तरह के दावे को पूरी तरह से फर्जी खबर बताया कि इजरायल को घातक हमले के पहले एक विशिष्ट चेतावनी मिली थी.
इजिप्ट ने रिपोर्ट पर औपचारिक रूप से कोई बयान नहीं दिया. हो सकता है कि उसने इजरायल को संभावित हमलों की शुरुआती चेतावनी दी हो, क्योंकि इजरायल के साथ इजिप्ट के गहरे रिश्ते हैं. इजिप्ट अक्सर गाजा के साथ इजरायल के विवादों में मध्यस्थ के रूप में काम करता है. हमास के हमले के बाद इजिप्ट ने इजरायल से दोस्ती निभाते हुए गाजा के साथ अपनी राफ़ेह सीमा को बंद कर दिया है. 'रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, काहिरा ने तेल अवीव से नागरिकों को सुरक्षित रास्ता देने का सुझाव दिया है. इजिप्ट के एक खुफिया अधिकारी ने इस हफ्ते समाचार एजेंसी 'एसोसिएटेड प्रेस' को बताया कि काहिरा ने बार-बार इजरायलियों को चेतावनी दी थी कि गाजा से "कुछ बड़ा" करने की योजना बनाई जा रही है. नाम न छापने की शर्त पर अधिकारी ने कहा, "हमने उन्हें चेतावनी दी है कि स्थिति विस्फोटक होने वाली है और बहुत जल्द, और यह बड़ा होगा. लेकिन उन्होंने ऐसी चेतावनियों को कम करके आंका." काहिरा के अधिकारी ने कहा कि इजरायली अधिकारियों ने वेस्ट बैंक पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, गाजा से खतरे को कम कर दिया था. हालांकि, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इन दावों को खारिज किया है कि इजरायल को शनिवार को हमास के हमले से तीन दिन पहले इसका इनपुट मिल चुका था.
अमेरिका ने इजिप्ट की चेतावनी की पुष्टि की
बेशक नेतन्याहू ने इन दावों को खारिज कर दिया हो, लेकिन बुधवार को अमेरिका के एक सीनेटर ने कहा कि इजिप्ट ने इजरायल को तीन दिन पहले ही हमास के संभावित हमलों की जानकारी दे दी थी. लेकन इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने इसे कम करके आंका.
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के विदेश मामलों की समिति के प्रमुख माइकल मैककॉल ने कहा, "हमास के लड़ाकों के इजरायल पर बड़े पैमाने पर हमला करने और हजारों लोगों की हत्या करने के तीन दिन पहले इजिप्ट से संभावित हिंसा की चेतावनी मिली थी." मैककॉल ने कहा, "हम जानते हैं कि इजिप्ट ने तीन दिन पहले इजरायलियों को चेतावनी दी थी कि इस तरह की घटना हो सकती है." टेक्सास से रिपब्लिकन सांसद ने कहा, "मैं ज्यादा क्लासिफाइड बातों में नहीं जाना चाहता, लेकिन एक चेतावनी दी गई थी. मुझे लगता है कि सवाल किस स्तर का था."
इजरायल के 75 साल के इतिहास में फिलिस्तीनी आतंकवादियों के सबसे घातक हमले को रोकने में नाकाम होने के लिए इजरायली खुफिया एजेंसियां जांच और सवालों के दायरे में हैं.
मोसाद और शिन बेट एजेंसियों से भी सवाल पूछे गए हैं. मोसाद की तुलना अमेरिका के सीईए से की जाती रही है. हमले का पता लगाने में मोसाद की नाकामी अमेरिका के लिए भी बुरी खबर है, जो इजरायल का एक प्रमुख सहयोगी भी है. मैककॉल ने कहा, "हमें पूरा यकीन नहीं है कि हम इससे कैसे चूक गए...इजरायल इससे कैसे चूक गया." गाजा के लिए इजरायल की बड़ी चेतावनी
इजरायल ने हमास के हमलों के जवाब में बड़े पैमाने पर मिलिट्री ऑपरेशन शुरू किया है. गाजा पट्टी पर इजरायल ने खाना, पानी, गैस, बिजली और फ्यूल की सप्लाई पूरी तौर पर रोक दी है. इजरायल ने 9 अक्टूबर को गाजा पर दोबारा कंट्रोल हासिल कर लिया था. इजरायल के ऊर्जा मंत्री कांत्ज़ ने फिलिस्तीनियों को सभी मानवीय सहायता देने से इनकार कर दिया है.
उन्होंने कहा, "जब तक हमास बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों को सही-सलामत छोड़ नहीं देता, तब तक किसी भी चीज की सप्लाई चालू नहीं की जाएगी."
जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है इजरायल
गाजा पट्टी पर इजरायल का हमला अब तक हवाई ही रहा है, लेकिन कई अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि अब इजरायल जमीनी हमले की भी तैयारी कर रहा है.
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