वॉशिंगटन:
अमेरिका के एक शीर्ष सैन्य कमांडर ने गुरुवार को कहा कि हक्कानी आतंकी नेटवर्क को हाल ही में काबुल में स्थित उनके देश के दूतावास पर हमला करने के लिए आईएसआई ने समर्थन दिया था। जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष एडमिरल माइक मुलेन ने सीनेट की सशसत्र सेवाओं की समिति के समक्ष कहा हक्कानी नेटवर्क पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए वास्तविक शाखा के तौर पर काम करता है। आईएसआई के समर्थन से हक्कानी नेटवर्क के उग्रवादियों ने साजिश रची और विस्फोटक से लदे ट्रक से हमारे दूतावास पर हमला किया। उन्होंने कहा हमारे पास पुख्ता खुफिया जानकारी है कि 22 जून को काबुल स्थित इंटरकॉन्टीनेन्टल होटल पर भी उन्होंने हमला किया था और अन्य छोटे लेकिन घातक अभियान भी उन्होंने चलाए। मुलेन ने कहा एक नीति के भाग के तौर पर हिंसक चरमपंथ का इस्तेमाल चुन कर पाकिस्तान सरकार, खास कर पाकिस्तानी सेना तथा आईएसआई ने न केवल हमारी रणनीतिक भागीदारी की संभावना को बल्कि पाकिस्तान के लिए क्षेत्रीय प्रभाव वाला एक सम्मानीय देश बनने के अवसर को संकट में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भले ही यह माने कि छद्म तरीके से वह क्षेत्रीय शक्ति के कथित असंतुलन को दूर कर रहा है लेकिन वास्तविकता यह है कि वह पहले ही हार चुका है। मुलेन ने कहा दूसरे देशों में हिंसा फैला कर वह अपनी ही आंतरिक सुरक्षा और क्षेत्र में अपनी स्थिति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने अपनी अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता को कमजोर किया और अपने आर्थिक समृद्धि को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा इस नीति को खत्म करने का एकमात्र निर्णय ही पाकिस्तान के लिए सकारात्मक भविष्य की राह प्रशस्त कर सकता है।