तेहरान:
ईरान में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के लिए काम करने के आरोप में एक अमेरिकी नागरिक को मृत्युदंड की सजा सुनाई जा सकती है। अर्धसरकारी संवाद समिति फार्स ने कल खबर दी कि कल बंद कमरे में अदालत की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने संदग्ध अमीर मिजई हेकमाटी को मृत्युदंड दिये जाने की मांग की। खबर के अनुसार हेकमाटी ने माना है कि उसे अमेरिका में प्रशिक्षण मिला और वह अमेरिका लौटने के लिए वहां के प्रशासन को यह बताने वाला था कि ईरान दूसरे देशों में आतंकवादी गतिविधियां चलाने में लगा हुआ है। अभियोजन के अनुसार हेकमाटी तीन बार ईरान के खुफिया विभाग में दाखिल हुआ। ईरानी जासूसी कानून के अनुसार केवल सैन्य मामलों में ही मृत्युदंड का प्रावधान है। हालांकि हेकमाटी के वकील समादि ने आरोपों का खंडन किया है। हेकमाटी का जन्म एरिजोना में हुआ था। उसका परिवार ईरानी मूल का है। मिशीगन में रहने वाले उसके पिता ने कहा कि उनका बेटा सीआईए जासूस नहीं है और वह ईरान में जब अपने दादी से मिलने गया तब उसे गिरफ्तार कर लिया गया।