तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप (Turkey-Syria Earthquake) के बाद से हालात हर दिन बदतर होते जा रहे हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 22765 लोगों की मौत हो चुकी है. घायलों की संख्या 75 हजार के करीब बताई जा रही है. भारत दोनों देशों में 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत मदद पहुंचा रहा है. भारत से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम भी तुर्की और सीरिया में रेस्क्यू ऑपरेशन (NDRF Rescue Operation) में जुटे हैं. इस बीच एनडीआरएफ की टीम ने तुर्की में भूकंप प्रभावित क्षेत्र में मलबे में फंसी 8 साल की बच्ची को सुरक्षित निकाल लिया है.
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी पीटीआई को इसकी जानकारी दी. एनडीआरएफ के प्रवक्ता ने कहा कि तुर्की सेना के जवानों के साथ गाजियांटेप प्रांत के नूरदगी शहर में अभियान चलाया गया. एनडीआरएफ के जवानों ने गुरुवार को इसी इलाके से 6 साल की एक बच्ची को रेस्क्यू किया था. गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी थी.
#OperationDost
— NDRF 🇮🇳 (@NDRFHQ) February 10, 2023
Hard work & motivation pays;
NDRF team in co-ordination with Turkish Army successfully rescued another live victim (Girl aged 8Yrs) @ 1545hrs at Loc:Bahceli Evler Mahallesi, Nurdagi, Gaziantep, Turkiye@PMOIndia @HMOIndia @MEAIndia @BhallaAjay26 @PIB_India pic.twitter.com/wU8mePmewW
प्रवक्ता ने कहा, "बचावकर्ताओं ने अब तक मलबे से दो लोगों की जान बचाई है और 13 शव निकाले हैं. एनडीआरएफ का बचाव अभियान 7 फरवरी से तुर्की के प्रभावित इलाकों में जारी है." भारत ने सोमवार के विनाशकारी भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया को सहायता प्रदान करने के लिए "ऑपरेशन दोस्त" शुरू किया. भारत की तरफ से 152 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की तीन टीमें तुर्की भेजी गई हैं.
सोमवार को तड़के तुर्की के गाज़ीआनटेप में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था. इसके कुछ मिनट बाद केंद्रीय तुर्की में 7.5 तीव्रता का एक और भूकंप आया. इसके बाद कई बार ऑफ्टरशॉक महसूस किए गए. इस बीच नया आंकलन सामने आया कि इस विनाशकारी भूकंप ने तुर्की को करीब 10 फीट (5-6 मीटर) तक खिसका दिया है. इस आपदा में हज़ारों इमारतों को नुकसान पहुंचा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, भूकंप से दो करोड़ 30 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
तुर्की और सीरिया के ये प्रांत हो चुके बर्बाद
भूकंप के चलते तुर्की के अंटाक्या, सनलिउरफा और सीरिया का अलेप्पो शहर पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं. यहां पानी और बिजली की सप्लाई भी बंद है. लोग शेल्टर होम्स में रहने को मजबूर हैं. यहां खाने की चीजें भी नहीं मिल पा रही हैं. एपिसेंटर वाले गाजियांटेप शहर के लोगों का कहना है कि तबाही के 12 घंटे बाद भी उन तक मदद नहीं पहुंची थी.
मदद के लिए आए आए 95 देश
इस प्राकृतिक आपदा में दुनिया भर के 95 देश तुर्की और सीरिया की मदद के लिए आगे आए हैं. भारत दोनों देशों में 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत मदद भेज रहा है. तुर्की में एक फील्ड अस्पताल का काम भी भारत ने शुरू कर दिया. वहीं, एनडीआरएफ की कई टीमों दोनों देशों में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भेजी गई हैं.
ये भी पढ़ें:-
Video: तुर्की में भूकंप की तबाही के बाद मलबे में दबी 6 साल की बच्ची को NDRF ने ऐसे बचाया
तुर्की में भूकंप के बाद उत्तराखंड का युवक लापता, परिजनों ने सरकार से लगाई मदद की गुहार
"मुझे अपने बच्चों में से एक जिंदा चाहिए": भूकंप में 6 संतानों को खोने वाले सीरियाई नागरिक की गुहार
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं