भारतीय मूल के नारंद्रन ‘जोडी' कोल्लापन को दक्षिण अफ्रीका की सर्वोच्च न्यायिक पीठ- संवैधानिक अदालत में नियुक्त किया गया है. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने शुक्रवार को 64 वर्षीय कोल्लापन और राम्माका स्टीवन माथोपो की नियुक्ति की घोषणा की. उन्हें सार्वजनिक साक्षात्कारों की लंबी प्रक्रिया के बाद संविधान पीठ में शामिल किया गया है.इस पीठ में दो रिक्तियों के लिए रामाफोसा से इस साल अक्टूबर में कोल्लापन और माथोपो समेत पांच उम्मीदवारों के नाम की सिफारिश की गई थी.
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कोल्लापन और माथोपो एक जनवरी, 2022 को कार्यभार संभालेंगे. इससे पहले भी संविधान पीठ में नियुक्ति के लिए कोल्लापन का दो बार साक्षात्कार हुआ था, लेकिन वह इसी संस्थान के कार्यवाहक न्यायाधीश के तौर पर दो बार सेवाएं देने के बावजूद असफल रहे थे.
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राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि कोल्लापन और माथोपो का कानूनी पेशे और न्यायपालिका में शानदार करियर रहा है. कोल्लापन ने 1982 में वकालत शुरू की थी. उन्होंने 1997 में दक्षिण अफ्रीकी मानवाधिकार आयोग के आयुक्त का पद ग्रहण किया और 2002 से 2009 तक सात वर्ष के लिए आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. उन्हें अप्रैल 2016 में दक्षिण अफ्रीकी कानून सुधार आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था.
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