इमरान खान : क्रिकेट के पिच से लेकर सत्ता के शीर्ष तक पहुंचने का सफर.
नई दिल्ली:
पाकिस्तान में सियासत गरमाई हुई है. आज पाक पीएम इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी, लेकिन डिप्टी सीएम ने विदेशी साजिश का आरोप लगाकर इसे खारि़ज कर दिया है. एक किक्रेटर से राजनेता बने इमरान खान हमेशा सुर्खियों में रहे हैं. चाहे उनकी निजी जिंदगी हो, या राजनीतिक कैरियर. उनका विवादों से भी पुराना नाता रहा है. बता दें कि पाकिस्तान की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर विपक्षी दल उन पर निशाना साधते रहे हैं. उनकी विदेश नीति की भी आलोचना होती रही है.प्रमुख सहयोगी पार्टी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने अपना समर्थन वापस ले लिया है, तब से इमरान खान सरकार अल्पमत में चली गई थी.
- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) अपनी कुर्सी बचाने में जुटे हुए हैं. उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज वोटिंग होनी है. प्रमुख सहयोगी पार्टी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने अपना समर्थन वापस ले लिया है. एमक्यूएम-पी के पास सात सांसद हैं.
- 25 नवंबर, 1952 को इमरान खान का जन्म लाहौर में हुआ. वह पढ़ाई के लिए एलीट एचिसन कॉलेज (elite Aitchison College) गए. इसके बाद इंग्लैंड के वर्सेस्टर में रॉयल ग्रामर स्कूल में उन्होंने पढ़ाई की. इसके साथ ही उन्होंने केबल कॉलेज, ऑक्सफोर्ड से भी शिक्षा ग्रहण किया. उन्होंने 16 साल की उम्र में प्रथम श्रेणी में पदार्पण करते हुए क्रिकेट की पिच पर भी जबरदस्त प्रदर्शन किया है.
- इमरान खान को साल 1970 में पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम के लिए चुना गया था. इसके बाद वह एक विश्व स्तरीय ऑलराउंडर बन गए. उन्हें साल 1981 में टीम का कप्तान बनाया गया और 1992 में पाकिस्तान को विश्व कप में जीत दिलवाई.
- क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इमरान खान ने अपनी मां की याद में शौकत खानम मेमोरियल ट्रस्ट कैंसर अस्पताल (Shaukat Khanum Memorial Trust Cancer Hospital) खोला. इस अस्पताल को विश्व स्तर पर मुफ्त कैंसर उपचार के केंद्र के रूप में जाना जाता है.
- इमरान खान ने तहरीक-ए-इंसाफ (Tehrik-e-Insaaf) पार्टी की स्थापना साल 1996 में की. हालांकि, उनकी पार्टी चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रही. खान 1997 में अपना पहला संसदीय चुनाव हार गए थे.
- उन्होंने 2002 में राजनीतिक सफलता का स्वाद चखा, जब उन्होंने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में एक सीट जीती. उन्होंने परवेज मुशर्रफ के फिर से सेना प्रमुख के रूप में फिर से चुने जाने के विरोध में 80 अन्य सदस्यों के साथ 2007 में इस्तीफा दे दिया था.
- इमरान खान की निजी जिंदगी की बात करें तो उन्होंने अरबपति सर जेम्स गोल्डस्मिथ की बेटी जेमिमा गोल्डस्मिथ (Jemima Goldsmit) से शादी की. इनसे दो बेटे हैं. बाद में दंपति ने 2004 में तलाक ले लिया. इसके बाद टीवी पत्रकार रेहम नैयर खान से उनकी दूसरी शादी हुई. उन्होंने 2018 में बुशरा बीबी से शादी की.
- 2013 के पाकिस्तान चुनाव में खान की पार्टी एक मजबूती से उभरी. 2018 में इसने 116 सीटें जीतीं और छोटे दलों के समर्थन से एक सत्तारूढ़ गठबंधन बनाया. इमरान खान ने 18 अगस्त, 2018 को पाकिस्तान के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली थी.
- एक बार सत्ता में आने के बाद इमरान खान ने एक "वेलफेयर" स्टेट का निर्माण शुरू किया. उनकी सरकार ने राजनीति से हटकर प्रमुख पदों पर नियुक्तियां योग्यता के आधार पर कीं
- हालांकि, उनके नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार ने जोर देकर कहा है कि वह भारत के साथ बेहतर संबंध चाहती है. लेकिन, खान के कार्यकाल में भारत और पाकिस्तान के संबंधों में कमजोरी आई है. साल 2019 के पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के मारे जाने के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच और खटास बढ़ गई है.