गाजा (Gaza) के अल शिफा अस्पताल (al shifa hospital) से शनिवार को सैकड़ों लोग पैदल चल दिए. मौके पर मौजूद एएफपी के एक पत्रकार ने लोगों को जाते हुए देखा. अस्पताल के डायरेक्टर ने कहा कि इजरायली सेना (Israeli army) ने अस्पताल को खाली करने का आदेश दिया है. इसके बाद अल-शिफा अस्पताल को खाली कर दिया गया.
गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 120 घायल अभी भी अस्पताल में हैं. इसके अलावा समय से पहले जन्मे बच्चे भी हैं जिनकी संख्या अभी ज्ञात नहीं है. उसने कहा कि वह शिशुओं के बारे में रेड क्रॉस के संपर्क में है.
अधिकारियों ने कहा कि कुछ चिकित्सा कर्मचारी उन लोगों की देखभाल के लिए रुके हैं जिन्हें अस्पताल से नहीं ले जाया जा सकता है.
बीमारों और घायलों की कतारें हैं, जिनमें से कुछ विकलांग और विस्थापित लोग हैं. डॉक्टर और नर्सें भी हैं. वे सभी समुद्र तट की ओर बढ़ गए हैं.
इजरायल की सेना ने निकासी का आदेश देने से इनकार किया है. सेना ने एक बयान में कहा है, "सेना ने शिफा अस्पताल के डायरेक्टर के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है ताकि अतिरिक्त गाजावासी जो अस्पताल में थे, और वहां से निकलना चाहते हैं, उनके लिए वहां से निकलना संभव बनाया जा सके."
संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि बुधवार को इजरायली सैनिकों के आने से पहले 2,300 मरीज, कर्मचारी और विस्थापित फिलिस्तीनी अल-शिफा अस्पताल में शरण ले रहे थे.
इजरायल ने हमास पर विशाल हैल्थ कॉम्पलेक्स के नीचे छिपने के स्थानों से हमले करने का आरोप लगाया है. इजरायल के सैनिक अपने दावों को साबित करने के लिए सबूतों जुटाने को इमारतों की तलाशी ले रहे हैं.
इस्लामिक मूवमेंट हमास गाजा पर शासन कर रहा है. इसकी एक सशस्त्र शाखा है. हमास ने लड़ाकों के लिए अस्पतालों को बेस के रूप में उपयोग करने से लगातार इनकार किया है.
हमास के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि उत्तरी गाजा में भीषण युद्ध के कारण ईंधन की कमी के कारण ब्लैकआउट के हालात में अस्पताल में दर्जनों मरीजों की मौत हो गई है.
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