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ट्रंप इस दिन जा सकते हैं मिडिल ईस्ट, गाजा संघर्ष पर शांति की उम्मीद बढ़ीं; क्या बन गई इजरायल और हमास में बात

इस वक्त गाजा में हालात बेहद खराब हैं. अधिकांश इलाका तबाह हो चुका है, अकाल की स्थिति बन चुकी है और बंधकों के परिजन अब भी अपने लोगों की वापसी की राह देख रहे हैं.

ट्रंप इस दिन जा सकते हैं मिडिल ईस्ट, गाजा संघर्ष पर शांति की उम्मीद बढ़ीं; क्या बन गई इजरायल और हमास में बात
  • अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सप्ताह के अंत तक मिडिल ईस्ट की यात्रा करने की संभावना जताई है
  • ट्रंप का 20 बिंदुओं वाला शांति प्रस्ताव मिस्र में इजरायल और हमास के बीच वार्ता का आधार बना हुआ है
  • मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने ट्रंप को समझौता होने पर मिस्र आने का निमंत्रण दिया है
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया कि वे इस सप्ताह के आखिर तक मिडिल ईस्ट की यात्रा कर सकते हैं. उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब मिस्र में चल रही वार्ताओं में गाजा युद्ध को समाप्त करने के लिए "उत्साहजनक" प्रगति की खबरें सामने आ रही है. ट्रंप का 20 बिंदुओं वाला शांति प्रस्ताव मिस्र के शर्म अल-शेख में चल रही बातचीत का आधार बना हुआ है. उन्होंने कहा कि इजरायल और हमास के बीच शांति समझौता "बहुत करीब" है. व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, "यकीनन बातचीत बहुत अच्छे से चल रही है और मैं सप्ताह के अंत में, शायद रविवार को वहां जा सकता हूं. 'मिडिल ईस्ट में शांति' यह एक खूबसूरत वाक्य है, और हम चाहते हैं कि हकीकत में ऐसा ही हो."

मिस्र, हमास और अन्य पक्षों ने क्या कुछ कहा

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने ट्रंप को समझौता होने की स्थिति में मिस्र आने का बुलावा दिया है. उन्होंने वार्ता को लेकर "उत्साहजनक संकेत" मिलने की बात कही है. दूसरी तरफ हमास ने भी इजरायल के साथ अप्रत्यक्ष बातचीत को आशावादी बताया. ट्रंप के प्रस्ताव में सीजफायर, गाजा में बंधक बनाए गए सभी लोगों की रिहाई, हमास का निरस्त्रीकरण और इजरायल की वापसी जैसे बिंदु शामिल हैं. अब तक इस वार्ता में दोनों तरफ के ही पक्षों ने सकारात्मक रुख दिखाया है. जो कि अच्छा संकेत माना जा रहा है.

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हलचल और जमीनी हालात

मिस्र की खुफिया एजेंसियों से जुड़े अल-काहेरा न्यूज़ के अनुसार, बुधवार शाम की वार्ता शुरू हो चुकी है. इससे पहले ट्रंप के दामाद जैरेड कशनर और मिडिल ईस्ट के लिए विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को वार्ता स्थल पर पहुंचते देखा गया. गाजा के दक्षिणी क्षेत्र अल-मवासी में रात के समय एक उम्मीद भरा माहौल नजर आ रहा है. यहां के एक स्थानीय निवासी मोहम्मद जमलोत ने कहा, "हम चाहते हैं कि यह युद्ध जल्द से जल्द खत्म हो, हम हर खबर पर नज़र रख रहे हैं." हमास के वरिष्ठ अधिकारी ताहेर अल-नूनू ने बताया कि मध्यस्थ संघर्षविराम लागू करने की राह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि "आशावाद का माहौल बना हुआ है." हमास ने पहले चरण में जिन फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग की है, उनकी सूची भी पेश कर दी गई है.

बंधकों की रिहाई और युद्ध की पृष्ठभूमि

हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमले के दौरान 251 लोगों को बंधक बना लिया था, जिनमें से 47 अब भी गाजा में हैं.  इनमें से 25 को इजरायली सेना मृत घोषित कर चुकी है. समझौते के तहत हमास इन बचे हुए बंधकों को रिहा करने को तैयार है. वार्ता में कतर के पीएम शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी और तुर्की के खुफिया प्रमुख इब्राहीम कालिन भी शामिल होने वाले हैं.  इसके अलावा इस्लामिक जिहाद और पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ़ फिलिस्तीन के प्रतिनिधि भी हमास के साथ बातचीत में शामिल होंगे.

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युद्ध का असर और अंतरराष्ट्रीय दबाव

गाजा में दो साल पहले हुए हमास हमले की बरसी के मौके पर यह वार्ता हो रही है, जिसमें 1,219 लोगों की मौत हुई थी. इजरायल के जवाबी सैन्य अभियान में अब तक 67,183 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं. संयुक्त राष्ट्र ने इन आंकड़ों को विश्वसनीय माना है. इस वक्त गाजा में हालात बेहद खराब हैं. अधिकांश इलाका तबाह हो चुका है, अकाल की स्थिति बन चुकी है और बंधकों के परिजन अब भी अपने लोगों की वापसी की राह देख रहे हैं. वहीं, संयुक्त राष्ट्र की एक जांच में इजरायल पर गाजा में नरसंहार का आरोप लगाया गया है, जबकि मानवाधिकार संगठनों ने हमास पर युद्ध अपराधों के आरोप लगाए हैं, हालांकि दोनों पक्ष इन आरोपों को खारिज कर चुके हैं.

कैदियों की रिहाई और गारंटी की मांग

हमास के शीर्ष वार्ताकार खलील अल-हय्या ने कहा कि वे ट्रंप और अन्य मध्यस्थ देशों से इस बात की गारंटी चाहते हैं कि युद्ध हमेशा के लिए खत्म होगा. एक फिलिस्तीनी सूत्र के अनुसार, मंगलवार की बैठक में इज़राइल द्वारा प्रस्तुत सैनिकों की वापसी की प्रारंभिक योजनाओं और बंधकों की अदला-बदली की समयसीमा पर चर्चा हुई. ट्रंप ने कहा, "हमारी अंतिम बातचीत हमास के साथ है, और ऐसा लगता है कि यह अच्छी तरह से चल रही है."

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