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15 मिनट, 2 धमाके और बलि का बकरा… पत्रकारों की हत्या के पीछे इजरायल की ‘खूनी साजिश’ समझिए

इजरायल ने सोमवार को गाजा पट्टी के एक अस्पताल पर हवाई हमला किया जिसे पूरी दुनिया ने ऑन कैमरा देखा. हमले में 5 पत्रकारों सहित कुल 20 लोगों की मौत हुई है.

15 मिनट, 2 धमाके और बलि का बकरा… पत्रकारों की हत्या के पीछे इजरायल की ‘खूनी साजिश’ समझिए
गाजा के हॉस्पिटल पर इजरायल का हमला, 5 पत्रकार समेत 20 की मौत
  • गाजा के दक्षिणी हिस्से में स्थित नासिर अस्पताल पर इजरायल के दोहरे हमले में बीस लोग मारे गए हैं.
  • इस हमले में पांच पत्रकारों की मौत हुई, जो अस्पताल की बाहरी सीढ़ियों पर थे और बचाव कार्य में लगे थे.
  • कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स के अनुसार गाजा में पिछले 22 महीनों में 189 फिलिस्तीनी पत्रकार मारे गए हैं.
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गाजा पर इजरायल का हमला जारी है. इन हमलों में इंसानों की जान ऐसे जा रही है जैसे उनका कोई महत्व ही नहीं हो. अब सोमवार को दक्षिणी गाजा के एक अस्पताल पर इजरायल से बमबारी की जिसमें पांच पत्रकारों की भी मौत हो गई. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के रिकॉर्ड विभाग के प्रमुख जहीर अल-वहीदी के अनुसार, इस हमले में कुल मिलाकर 20 लोग मारे गए हैं. भले इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले में पत्रकारों और मेडिकल स्टाफ की मौत पर अफसोस जताया है, जांच की बात की है, लेकिन जिस रणनीति के तहत हमला किया गया, माना जा रहा है कि इन जान गंवाने वालों को जानबूझ के निशाना बनाया गया था.

कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (CPJ) के अनुसार, इजरायल-हमास युद्ध मीडिया कर्मियों के लिए सबसे खूनी संघर्षों में से एक रहा है. 22 महीने के संघर्ष में गाजा में इजरायली गोलीबारी में 189 फिलिस्तीनी पत्रकार मारे गए हैे. CPJ के अनुसार अगर इसकी तुलना यूक्रेन में रूस के युद्ध से की जाए तो वहां अब तक 18 पत्रकार मारे गए हैं.

चलिए आपको बताते हैं कि इजरायल ने हॉस्पिटल पर यह हमला कैसे किया है, इसे क्यों माना जा रहा है कि यह सोची समझी साजिश के तहत किया गया है. 

बैक टू बैक दो हमले… बलि के बकरे की तरह लोगों को मौत के घाट उतारा गया?

एपी की रिपोर्ट के अनुसार चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि खान यूनिस में स्थित इस नासिर अस्पताल पर एक के बाद एक, दो हमले हुए. वीडियो में दिखा कि जैसे ही इजरायल ने पहला हमला किया, पत्रकारों और बचावकर्मियों उस घटनास्थल की ओर भागे. उनके वहां पहुंचते ही अस्पताल की उन बाहरी सीढ़ियों पर एक बड़ा विस्फोट हुआ जहां पत्रकार अक्सर तैनात रहते हैं.

इजरायली मीडिया का दावा है कि इजरायली सैनिकों ने अस्पताल की छत पर लगे हमास के सर्विलांस कैमरे को निशाना बनाकर दो गोले दागे थे. इजरायल की सेना ने कहा कि उसे "असंबद्ध व्यक्तियों को हुए किसी भी नुकसान पर खेद है और वह पत्रकारों को इस तरह से निशाना नहीं बनाती है."

रॉयटर्स ने कहा कि पहली बमबारी से पहले, वह अस्पताल से फिल्माया गया एक लाइव वीडियो फीड दिखा रहा था लेकिन तभी फीड अचानक बंद हो गई. अस्पताल के अधिकारियों के हवाले से रॉयटर्स ने कहा कि लाइव वीडियो बना रहे पत्रकार की पहले हमले में ही मौत हो गई.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिखा कि पहले हमले के तुरंत बाद अस्पताल की बाहरी सीढ़ियों पर लोग (जिसमें पत्रकार और बचाव कर्मी शामिल थे) चढ़ने लगे- और ठीक तभी दूसरा धमका हुआ.

न्यूज एजेंसी एपी और रॉयटर्स ने इजरायली अधिकारियों को एक संयुक्त पत्र (ज्वाइंट लेटर) लिखकर स्पष्टीकरण की मांग की है.

(इनपुट- रॉयटर्स, एपी)

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