विज्ञापन
This Article is From Oct 08, 2023

"गौरवशाली ऑपरेशन": ईरान के सर्वोच्च नेता के सलाहकार ने इजराइल पर हमास के हमले का किया समर्थन 

सफवी ने कहा कि हम इस ऑपरेशन का समर्थन करते हैं. साथ ही सफवी ने "फिलिस्तीन और यरूशलम की मुक्ति तक" फिलिस्‍तीनी उग्रवादियों को समर्थन देने की बात कही है.  

"गौरवशाली ऑपरेशन": ईरान के सर्वोच्च नेता के सलाहकार ने इजराइल पर हमास के हमले का किया समर्थन 
सफवी ने "फिलिस्तीन और यरूशलम की मुक्ति तक" फिलिस्‍तीनी उग्रवादियों को समर्थन देने की बात कही है.  
तेहरान :

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के एक वरिष्ठ सलाहकार ने शनिवार को इजराइल पर हमास के हमले को लेकर अपना समर्थन व्यक्त किया और इसे "गौरवशाली ऑपरेशन" बताया है. याह्या रहीम सफवी ने हमास की सशस्त्र शाखा एजेदीन अल-कसम ब्रिगेड द्वारा घोषित ऑपरेशन के कोडनेम का उपयोग करते हुए कहा, "हम गौरवपूर्ण ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड का समर्थन करते हैं." इसके साथ ही शनिवार को ईरान के सांसदों ने इजराइल मुर्दाबाद", "अमेरिका मुर्दाबाद" और "वेलकम फिलिस्तीन" के नारे लगाए. 

आईएसएनए समाचार एजेंसी द्वारा रिपोर्ट की गई टिप्पणियों में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स जनरल सफवी ने कहा, "हम इस ऑपरेशन का समर्थन करते हैं." 

सफवी ने "फिलिस्तीन और यरूशलम की मुक्ति तक" फिलिस्‍तीनी उग्रवादियों को समर्थन देने की बात कही है.  

गाजा को नियंत्रित करने वाले फिलिस्‍तीनी इस्लामी समूह हमास के आतंकवादी एक बहुत बडे रॉकेट हमले की आड़ में शनिवार की सुबह इजराइल में घुस गए. मैगन डेविड एडोम आपातकालीन चिकित्सा सेवा के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, हिंसा के दौरान इजराइल में कम से कम 70 लोग मारे गए हैं.

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने भी फिलिस्‍तीनी हमले की सराहना की. 

तस्नीम समाचार एजेंसी द्वारा प्रकाशित फुटेज में दिखाया गया है कि शनिवार को संसद सत्र में, ईरानी सांसदों ने "इजराइल मुर्दाबाद", "अमेरिका मुर्दाबाद" और "वेलकम फिलिस्तीन" के नारे लगाए. 

तेहरान के फिलिस्तीन चौक पर दर्जनों लोग फिलिस्तीनी ध्वज और मारे गए जनरल कासिम सुलेमानी की तस्वीरें लेकर एकत्र हुए, जिनकी एक दशक से अधिक समय तक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के विदेशी अभियानों की देखरेख करने के बाद 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में हत्या कर दी गई थी. 

ईरान ने जून में हमास और इस्लामिक जिहाद के नेताओं के साथ वार्ता की मेजबानी की थी. ईरान ने 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से फिलिस्तीनी मुद्दे के समर्थन को अपनी विदेश नीति का केंद्र  बना लिया है. 

ईरान इजराइल को अपना कट्टर दुश्मन मानता है और दोनों सरकारें सालों से एक दूसरे के खिलाफ हैं. ईरान ने इजराइल पर उसके परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाने वाले कई हमलों और हत्याओं का आरोप लगाया है. 

अमेरिका और इजराइल ने पूर्व में ईरान पर खाड़ी में अमेरिकी सेना और इजराइल से जुड़े जहाजों पर हमला करने के लिए ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करने का आरोप लगाया है. 

ये भी पढ़ें :

* "ये केवल एक आतंकी ग्रुप का काम नहीं, इसके पीछे ईरान का हाथ..." : हमास हमले पर इजराइल राजनयिक
* इजराइल-फिलिस्तीन के बीच विवाद का लंबा इतिहास, जानिए- क्या है ताजा संघर्ष की वजह
* 3 इजराइलियों को बनाया गया बंधक, आतंकी ग्रुप हमास ने जारी किया VIDEO

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com