
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इजरायल और हमास युद्ध को लेकर तेवर 24 घंटे में ही बदले-बदले नजर आ रहे हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर हमास को चेतावनी दी है कि जल्द से जल्द गाजा पट्टी से पीछे हट जाएं. ये हमास के लिए फाइनल अल्टीमेटल कहा जा रहा है. हालांकि, एक दिन पहले ही राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि हमास ने उनके शांति प्रस्ताव पर सहमति जता दी है. साथ ही बंधकों की रिहाई के लिए भी तैयार हो गया है. लेकिन हमास की ओर से अभी तक कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. इधर, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के तेवर भी पहले जैसे ही नजर आ रहे हैं. नेतन्याहू का कहना है कि हमास के लड़ाकों को हर हाल में हथियार डालने ही हों. क्या राष्ट्रपति ट्रंप ने इजरायल-हमास 'युद्ध विराम' को लेकर भी बयानबाजी करने में जल्दी तो नहीं कर दी?
लगा अब रुक गया इजरायल-हमास युद्ध!
राष्ट्रपति ट्रंप ने शनिवार को कहा था कि उनके द्वारा दिये गए शांति प्रस्ताव पर इजरायल और हमास दोनों सहमत हो गए हैं. हमास के लड़ाके जल्द ही बंधकों को रिहा कर देंगे और इजरायल की सेना गाजा पट्टी पर बमबारी रोक देगा. ऐसे में दुनियाभर को लगा कि अब गाजा पट्टी पर पिछले 2 साल से जारी युद्ध अब खत्म हो जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रंप की पीस डील की सराहना की थी. पीएम मोदी ने कहा था कि विश्व में शांति के लिए उठाए गए ऐसे किसी भी कदम का भारत समर्थन करता है. लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप के द्वारा दिये गए बयान को 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि इजरायली सेना ने गाजा पर फिर बमबारी शुरू कर दी. ऐसे में फिर सवाल उठने लगे कि आखिर राष्ट्रपति ट्रंप के शांति प्रस्ताव पर राजी होने के बाद इजरायल ने गाजा पर मिसाइलें क्यों दागीं?

क्या ट्रंप ने फिर कर दी जल्दबाजी?
राष्ट्रपति ट्रंप अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं. हालांकि, कई बार वह जल्दबाजी और क्रेडिट लेने की जिद करते हुए नजर आते हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष को लेकर भी राष्ट्रपति ट्रंप का ऐसा की रवैया देखने को मिला था. अब इजरायल-हमास युद्ध को लेकर भी राष्ट्रपति ट्रंप के दावे कुछ हल्के नजर आ रहे हैं. इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप के शांति प्रस्ताव पर पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वह युद्ध खत्म करने के लिए तैयार है और हमास को इसके लिए पहला कदम उठाते हुए बंधकों की रिहाई को लेकर तस्वीर साफ करनी होगी. साथ नेतन्याहू ने हमास को चेतावनी भी दे दी है कि रास्ता चाहे जो भी हो, हमास को पीछे हटना ही होगा, हथियार डालने ही होंगे.

नेतन्याहू ने ट्रंप की 'पीस डील' पर तोड़ी चुप्पी
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 'पीस डील' पर चुप्पी तोड़ दी है. नेतन्याहू ने गाजा के शांति प्रस्ताव को लेकर कहा कि हमास को इसके पहले चरण के लिए काम शुरू कर देना चाहिए. हमास को सबसे पहले बंधकों की रिहाई की समय सीमा तय करनी होगी. नेतन्याहू ने कहा, 'हमास को हथियार हर हाल में डालने होंगे. इसके लिए हमास के पास दो विकल्प हैं. हमास के लड़ाके ट्रंप की कूटनीतिक योजना के जरिए हथियार डाल दें या फिर इजरायल की सेना ऐसा करने के लिए उन्हें मजबूर कर देगी. आसान रास्ता हो या मुश्किल रास्ता... यह जरूर होकर रहेगा.'
ट्रंप के शांति प्रस्ताव पर अभी तक हमास ने चुप्पी नहीं तोड़ी है. हमास का बयान ही अब इस पूरी स्थिति को साफ कर सकता है.
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