ग्वाटेमाला : शरणार्थी शिविर में आग लगी (प्रतीकात्मक फोटो)
सैन जोस पिनुला:
ग्वाटेमाला में एक बाल संरक्षण गृह में यौन एवं अन्य दुर्व्यवहार के आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ देर रात को हुए विद्रोह के बाद आग लगने से कम से कम 19 किशोरियों की मौत हो गयी. संरक्षण गृह में क्षमता से अधिक को रखा गया था. आग लगने की घटना में मरने वाली सभी किशोरियों की उम्र 14 से 17 साल के बीच है.
सार्वजनिक मंत्रालय की महासचिव मायरा वेलिज बुधवार को ने बताया, ‘‘अभी तक 19 लड़कियों की मौत की पुष्टि हुई है.’’ वेलिज ने बताया, ‘‘इसमें से 17 लड़कियों के शव जल गये हैं, जबकि शेष दो लड़कियों की स्थिति के बारे में कुछ पता नहीं है. अभी तक दुर्घटनास्थल की पूरी पड़ताल नहीं हुई है.’’
अग्निशमन अधिकारियों के मुताबिक, आग लगने से अन्य 25 लड़कियां भी झुलस गयी हैं. उनमें से कुछ गंभीर रूप से जली हैं, जबकि कुछ सामान्य रूप से झुलसी हैं. सभी लड़कियों को ग्वाटेमाला शहर के अस्पताल ले जाया गया है. उन्होंने बताया कि यह आग सरकारी संरक्षण गृह के किशोरी खंड में लगी थी. वर्ष 2006 में निर्मित यह संरक्षण गृह राजधानी ग्वाटेमाला सिटी के पूर्व में 10 किमी दूर एक गांव सैन जोस पिनुला में स्थित है. माना जाता है कि उपद्रव के दौरान किशोरी खंड के कोने वाले हिस्से से आग लगी. यहां क्षमता से दोगुनी संख्या में, करीब 400 बच्चों, किशोरों को रखा गया है.
सार्वजनिक मंत्रालय की महासचिव मायरा वेलिज बुधवार को ने बताया, ‘‘अभी तक 19 लड़कियों की मौत की पुष्टि हुई है.’’ वेलिज ने बताया, ‘‘इसमें से 17 लड़कियों के शव जल गये हैं, जबकि शेष दो लड़कियों की स्थिति के बारे में कुछ पता नहीं है. अभी तक दुर्घटनास्थल की पूरी पड़ताल नहीं हुई है.’’
अग्निशमन अधिकारियों के मुताबिक, आग लगने से अन्य 25 लड़कियां भी झुलस गयी हैं. उनमें से कुछ गंभीर रूप से जली हैं, जबकि कुछ सामान्य रूप से झुलसी हैं. सभी लड़कियों को ग्वाटेमाला शहर के अस्पताल ले जाया गया है. उन्होंने बताया कि यह आग सरकारी संरक्षण गृह के किशोरी खंड में लगी थी. वर्ष 2006 में निर्मित यह संरक्षण गृह राजधानी ग्वाटेमाला सिटी के पूर्व में 10 किमी दूर एक गांव सैन जोस पिनुला में स्थित है. माना जाता है कि उपद्रव के दौरान किशोरी खंड के कोने वाले हिस्से से आग लगी. यहां क्षमता से दोगुनी संख्या में, करीब 400 बच्चों, किशोरों को रखा गया है.