वाशिंगटन:
अमेरिका में मिसौरी राज्य के फर्ग्युसन शहर में आपातकाल लगा दिया गया है। शहर में हिंसक प्रदर्शनों के बाद यह कदम उठाया गया। हालात उस वक्त और खराब हो गए जब एक अश्वेत युवक माइकल ब्राउन की हत्या की बरसी पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से 18 साल का एक युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
सेंट लुइस काउंटी के एक अधिकारी स्टीव स्टेंजर ने बयान में कहा, "हिंसा की ताजा घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। खासकर इस बात को देखते हुए कि पिछले एक साल में शहर के सामुदायिक माहौल को बेहतर बनाने के लिए कितना प्रयास किया गया है।"
अश्वेत युवक माइकल ब्राउन को एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने गोली मारी थी। उसकी मौत की बरसी पर 22000 की आबादी वाले फर्ग्युसन शहर में कई प्रदर्शन और प्रार्थना सभाएं हुईं।
आपातकाल लगाने का फैसला 200 प्रदर्शनकारियों की एक रैली के बाद किया गया। शहर के सेंट लुइस इलाके के पुराने कोर्टहाउस के पास प्रदर्शनकारियों ने बैनर लगाया, 'रंगभेद यहां आज भी जिंदा है।' पुलिस ने यहां 56 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया।
सोमवार को ही प्रदर्शनकारियों ने मिसौरी के अर्थ सिटी में हाईवे पर जाम लगा दिया। उन्होंने बैनर लगा रखा था, 'फर्ग्युसन हर जगह है।'
रविवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का सिलसिला तब टूट गया, जब पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हिंसक झड़प हो गई। झड़प में 18 साल के टाइरोन हैरिस को गोली लगी। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस का कहना है कि हैरिस के पास हथियार थे।
लेकिन, हैरिस की रिश्तेदार करेन हैरिस ने कहा कि हैरिस के पास कोई बंदूक नहीं थी और उसने पुलिस पर गोली नहीं चलाई थी। ब्राउन उसका दोस्त था, इसीलिए वह प्रदर्शन में हिस्सा लेने गया। करेन ने कहा, "जब उसे गोली लगी, उस वक्त वह भी और लोगों की तरह जान बचाने के लिए भाग रहा था।"
सेंट लुइस काउंटी के एक अधिकारी स्टीव स्टेंजर ने बयान में कहा, "हिंसा की ताजा घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। खासकर इस बात को देखते हुए कि पिछले एक साल में शहर के सामुदायिक माहौल को बेहतर बनाने के लिए कितना प्रयास किया गया है।"
अश्वेत युवक माइकल ब्राउन को एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने गोली मारी थी। उसकी मौत की बरसी पर 22000 की आबादी वाले फर्ग्युसन शहर में कई प्रदर्शन और प्रार्थना सभाएं हुईं।
आपातकाल लगाने का फैसला 200 प्रदर्शनकारियों की एक रैली के बाद किया गया। शहर के सेंट लुइस इलाके के पुराने कोर्टहाउस के पास प्रदर्शनकारियों ने बैनर लगाया, 'रंगभेद यहां आज भी जिंदा है।' पुलिस ने यहां 56 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया।
सोमवार को ही प्रदर्शनकारियों ने मिसौरी के अर्थ सिटी में हाईवे पर जाम लगा दिया। उन्होंने बैनर लगा रखा था, 'फर्ग्युसन हर जगह है।'
रविवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का सिलसिला तब टूट गया, जब पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हिंसक झड़प हो गई। झड़प में 18 साल के टाइरोन हैरिस को गोली लगी। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस का कहना है कि हैरिस के पास हथियार थे।
लेकिन, हैरिस की रिश्तेदार करेन हैरिस ने कहा कि हैरिस के पास कोई बंदूक नहीं थी और उसने पुलिस पर गोली नहीं चलाई थी। ब्राउन उसका दोस्त था, इसीलिए वह प्रदर्शन में हिस्सा लेने गया। करेन ने कहा, "जब उसे गोली लगी, उस वक्त वह भी और लोगों की तरह जान बचाने के लिए भाग रहा था।"
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