
गाजा में संघर्ष खत्म करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'पीस प्लान' के पहले चरण पर इजरायल और हमास ने मुहर लगा दी है. इसके तहत इजरायली डिफेंस फोर्स गाजा पट्टी से एक सीमा के भीतर वापस जाएगी. इसके 72 घंटे बाद हमास सभी बंधकों को रिहा कर देगा. सीजफायर पर दोनों पक्षों के बीच सहमति बनने के बाद इसकी निगरानी के लिए 200 अमेरिकी सैनिकों की तैनाती होगी.
इजरायली मीडिया ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि इजरायल और हमास के बीच गाजा सीजफायर की निगरानी के लिए मिडिल ईस्ट में 200 सैनिक तैनात किए जाएंगे. अमेरिकी सेना की मध्य कमान के प्रमुख एडमिरल ब्रैड कूपर हैं. वह शुरुआत में 200 सैनिकों को जमीनी स्तर पर तैनात करेंगे. उनकी भूमिका निगरानी करना, निरीक्षण करना और यह सुनिश्चित करना होगा कि समझौते का कोई उल्लंघन न हो.
पीएम मोदी ने ट्रंप और नेतन्याहू से की बात
इस बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात एक्स पर इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को बधाई दी और युद्ध रोकने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप की कोशिशों की सराहना की. पीएम मोदी ने लिखा, "राष्ट्रपति ट्रंप की गाजा शांति योजना के तहत हुई प्रगति पर बधाई देने के लिए अपने मित्र, प्रधानमंत्री नेतन्याहू को फोन किया. हम बंधकों की रिहाई और गाजा के लोगों को मानवीय सहायता बढ़ाने पर हुए समझौते का स्वागत करते हैं. इस बात पर जोर दिया कि दुनिया में कहीं भी किसी भी रूप या स्वरूप में आतंकवाद अस्वीकार्य है."
वहीं राष्ट्रपति ट्रंप की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने पोस्ट किया, "मैंने अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से बात की और ऐतिहासिक गाजा शांति योजना की सफलता पर उन्हें बधाई दी. उन्होंने व्यापार वार्ता में हुई अच्छी प्रगति की भी समीक्षा की. आने वाले हफ्तों में निकट संपर्क में रहने पर सहमति बनी."
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने संकेत दिया कि अभी बहुत कुछ बातचीत के लिए बाकी है और कहा कि लोग किसी भी चीज से ज्यादा यही चाहते थे. हमास कुछ बातों पर सहमत हो गया है और मुझे लगता है कि यह काफी अच्छी तरह आगे बढ़ेगा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं