कोविड महामारी (Covid Pandemic ) ने हर 30 घंटे में एक नया अरबपति (Billionaire) बनाया है और अब 10 लाख लोग उसी गति से भीषण गरीबी में जा सकते हैं. ऑक्सफैम (Oxfam) ने सोमवार को दावोस सम्मेलन (Davos Summit) की वापसी के अवसर पर यह कहा. अंतरराष्ट्रीय चैरिटी संस्था ने कहा कि कम भाग्यशाली लोगों का समर्थन करने के लिए अमीरों पर टैक्स लगाने का वक्त आ गया है. वैश्विक कुलीन वर्ग दो साल के कोविड काल के बाद विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) के लिए एकत्रित हुआ है.
ऑक्सफैम ने आशंका जताई है कि इस साल 26.3 करोड़ लोग अत्यधिक गरीबी में डूब जाएंगे. हर 33 घंटे में 10 लाख लोग गरीब हो जाएंगे. तुलनात्मक रूप से 573 लोग महामारी के दौरान अरबपति बन गए या हर 30 घंटे में एक शख्स अरबपति बना.
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ऑक्सफैम की कार्यकारी निदेशक गैब्रिएला बुचर ने एक बयान में कहा, "अरबपति अपनी किस्मत में अविश्वसनीय उछाल का जश्न मनाने के लिए दावोस पहुंच रहे हैं."
बुचर ने कहा, "महामारी और अब भोजन और ऊर्जा की कीमतों में भारी वृद्धि, सीधे शब्दों में कहें तो उनके लिए यह बोनस है."
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ऑक्सफैम ने बढ़ती कीमतों का सामना करने वाले लोगों का समर्थन करने के साथ महामारी से निकलने के लिए अरबपतियों पर एकमुश्त "एकजुटता कर" का आह्वान किया. ऑक्सफैम ने कहा कि करोड़पतियों पर सालाना दो प्रतिशत और अरबपतियों के लिए पांच प्रतिशत संपत्ति कर सालाना 2.52 ट्रिलियन डॉलर हासिल किए जा सकते हैं.
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