अमेरिकी सांसद हेली स्टीवंस ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि वह कोविड-19 महामारी की भयावह दूसरी लहर का सामना कर रहे भारत को और अधिक सीधी सहायता मुहैया करवाएं. स्टीवंस ने पत्र में लिखा, ‘बीते हफ्ते भारत में कोरोना वायरस के प्रतिदिन 4,00,000 से अधिक मामले सामने आए. चार मई को वहां 3,786 संक्रमितों की मौत हुई और कुल मृतक संख्या 2,26,188 पर पहुंच गई. मामलों में तेजी से हुई वृद्धि के कारण वहां की स्वास्थ्य प्रणाली पर बहुत भार पड़ा, अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं और ऑक्सीजन की कमी है. भारत को ऑक्सीजन, उपचार व्यवस्था एवं टीकों की बहुत आवश्यकता है.'
भारत को 10 करोड़ डॉलर से अधिक की सहायता पहुंचाने के लिए बाइडन का आभार जताते हुए स्टीवंस ने व्हाइट हाउस से भारत के अस्पतालों में और अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन सांद्रक, ऑक्सीजन संयंत्र, रेमडेसिविर, टोसिलिजुमैब और वेंटिलेटर भेजने का अनुरोध किया.
ब्रिटेन, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका के बाद अब भारत का कोरोना वैरिएंट बना चिंता का विषय: WHO
उन्होंने कहा, ‘भारत में आप हालात का आकलन लगातार कर रहे हैं, ऐसे में मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि उपरोक्त आवश्यकताओं की पूर्ति करने पर विचार करें. जब तक भारत में कोविड-19 का प्रकोप बना रहेगा, तब तक वायरस के नए-नए स्वरूपों की उत्पत्ति का भी जोखिम रहेगा, जिससे टीकाकरण के बावजूद अमेरिका में भी गंभीर खतरा रह सकता है. वायरस को सभी ओर से उखाड़ फेंकने के लिए हमें अपना योगदान देना चाहिए.'
कोरोना के केस घटे लेकिन भारत में वायरस का नया वैरिएंट चिंता पैदा कर रहा : डब्ल्यूएचओ
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं