दक्षिणी बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए बने भीड़-भाड़ वाले शिविरों में कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आया है. इन शिविरों में 10 लाख से अधिक शरणार्थी रहते हैं. देश के शरणार्थी मामलों के आयुक्त महबूब आलम तालुकदार ने बृहस्पतिवार को कहा कि रोहिंग्या समुदाय का एक व्यक्ति और कॉक्स बाजार जिले में रहने वाले एक अन्य व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई है जिसके बाद उन्हें पृथकवास में भेज दिया गया है.
इन शिविरों में प्लास्टिक शीट वाले तंबुओं में लगभग 40,000 लोग प्रति वर्ग किलोमीटर (103,600 प्रति वर्ग मील) के जनसंख्या घनत्व के साथ रहते हैं। यह बांग्लादेश के औसत घनत्व से 40 गुना अधिक है जिससे शरणार्थियों में संक्रमण फैलने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. प्रत्येक झोंपड़ी बमुश्किल 10 वर्ग मीटर (107 वर्ग फुट) की है और कई में 12-12 लोग एक साथ रहते हैं.
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