चीन ने शुक्रवार को उन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया जिनमें चीन पर कोरोनावायरस के प्रकोप और मृतकों की सही जानकारी नहीं देने का आरोप लगा था. साथ ही अमेरिका द्वारा वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के साथ अच्छे रिश्तों के आरोपों का खंडन किया. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने स्वीकार किया कि चीन में यह खतरनाक वायरस तेजी से फैला लेकिन हम कई जगह पर इसके फैलने की सही जानकारी नहीं लगा पाए, जिसकी वजह से चीन में मृतकों की संख्या बढ़ी लेकिन उन्होंने साफ किया कि न ही चीन द्वारा कोई जानकारी छिपाई गई है और न ही इसकी अनुमति किसी को दी गई है. बीजिंग में झाओ ने कहा कि यह आरोप लगाना कि चीन विश्व स्वास्थ्य संगठन के बहुत करीब है, यह सिर्फ बदनाम करने की कोशिश है.
गौर हो कि ट्रंप ने लगातार कोरोना वायरस संकट के लिए चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं गुरुवार को ब्रिटिश विदेश सचिव डोमिनिक राब और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों भी कोरोनावायरस को लेकर चीन की प्रतिक्रिया पर संदेह जताते हुए नजर आए.
बताते चलें कि वुहान में कोरोना से 2579 मरीजों की मौत हुई है लेकिन अब चीन के वुहान शहर में संक्रमण से मरने वालों के संशोधित आंकड़े जारी किए गए हैं. जिनके मुताबिक, शहर में 1290 और लोगों की मौत हुई है. जिसके बाद वुहान में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3869 हो गई है. नए आंकड़ों को जारी करते हुए सफाई देते हुए स्वीकार किया गया कि कई मामले गलती से रिपोर्ट किए गए थे या फिर वह पूरी तरह से चूक गए थे.
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