
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग(फाइल फोटो)
बीजिंग:
चीन विश्व समुदाय से अलग-थलग पड़े उत्तर कोरिया में वार्ता की शुरुआत के लिए अपने एक वरिष्ठ राजनयिक को वहां भेजेगा. यह जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट में बुधवार को सामने आई है. यह घोषणा ऐसे समय की गई है, जब एक सप्ताह पहले अमेरिका के राष्ट्रपति चीन गए थे और राष्ट्रपति शी जिनपिंग से उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम के मामले को सुलझाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए कहा था. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, कम्युनिस्ट पार्टी के विदेश विभाग के प्रमुख सोंग ताओ बीजिंग में हाल में हुए कम्युनिस्ट पार्टी के अधिवेशन के बारे में 'सूचित' करने शुक्रवार को उत्तर कोरिया जाएंगे.
रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि सोंग उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम या देश के नेता किम जोंग-उन से मुलाकात करेंगे. विशेषज्ञों के अनुसार, यह बीजिंग के लिए उत्तर कोरिया के साथ फिर से बातचीत की शुरुआत के लिए महत्वपूर्ण अवसर है. हाल के वर्षो में दोनों देशों के बीच संबंधों में गिरावट आई है.
यह भी पढ़ें : डोकलाम प्रकरण के बाद भारत के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने के लिये काम कर रहे हैं : चीन
चीन ने उत्तर कोरिया के लिए अधिकारिक तौर पर विशेष राजनयिक कोंग शुआनयू को नियुक्त किया था, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि अगस्त में अपना कार्यभार संभालने के बाद वह प्योंगयांग नहीं गए हैं.
VIDEO : दस बातें : किम जोंग-उन
पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य लियू युनशान अक्टूबर 2015 में इससे पहले उत्तर कोरिया की यात्रा करने वाले मंत्रिमंडल स्तर के अधिकारी थे. पिछले सप्ताह अपने बीजिंग दौरे के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि चीन उत्तर कोरिया समस्या को 'तेजी और आसानी' से सुलझा सकता है और उन्होंने राष्ट्रपति शी से इस मुद्दे पर मेहनत से काम करने की उम्मीद जताई थी.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि सोंग उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम या देश के नेता किम जोंग-उन से मुलाकात करेंगे. विशेषज्ञों के अनुसार, यह बीजिंग के लिए उत्तर कोरिया के साथ फिर से बातचीत की शुरुआत के लिए महत्वपूर्ण अवसर है. हाल के वर्षो में दोनों देशों के बीच संबंधों में गिरावट आई है.
यह भी पढ़ें : डोकलाम प्रकरण के बाद भारत के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने के लिये काम कर रहे हैं : चीन
चीन ने उत्तर कोरिया के लिए अधिकारिक तौर पर विशेष राजनयिक कोंग शुआनयू को नियुक्त किया था, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि अगस्त में अपना कार्यभार संभालने के बाद वह प्योंगयांग नहीं गए हैं.
VIDEO : दस बातें : किम जोंग-उन
पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य लियू युनशान अक्टूबर 2015 में इससे पहले उत्तर कोरिया की यात्रा करने वाले मंत्रिमंडल स्तर के अधिकारी थे. पिछले सप्ताह अपने बीजिंग दौरे के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि चीन उत्तर कोरिया समस्या को 'तेजी और आसानी' से सुलझा सकता है और उन्होंने राष्ट्रपति शी से इस मुद्दे पर मेहनत से काम करने की उम्मीद जताई थी.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं