तिब्बत के ज्यादातर एक्सप्रेसवे का सैन्य इस्तेमाल भी हो सकता है (प्रतिकात्मक तस्वीर)
बीजिंग:
सितंबर 2017 में तिब्बत से नेपाल को जोड़ने वाला हाईवे खोलने के बाद अब चीन ने अरुणाचल प्रदेश के करीब एक और एक्सप्रेसवे खोला है जो तिब्बत की राजधानी ल्हासा और निंगची को जोड़ता है. इस एक्सप्रेसवे पर करीब 5.8 अरब डॉलर की लागत आई है और इसकी लंबाई 409 किमी है. निंगची अरुणाचल प्रदेश की सीमा के नजदीक है. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के मुताबिक 409 किलोमीटर लंबे टोल फ्री एक्सप्रेसवे ने दो बड़े शहरों को जोड़ा है, जो तिब्बत में पर्यटकों के आकर्षण केंद्र भी हैं.
यह एक्सप्रेसवे ल्हासा और निंगची के बीच यात्रा की अवधि आठ घंटे से घटा कर पांच घंटे करता है. इस मार्ग पर वाहनों की गति सीमा 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. गौरतलब है कि तिब्बत में ज्यादातर एक्सप्रेसवे सैन्य साजोसामान ढोने में सक्षम हैं, जिससे चीनी सेना को अपने सैनिकों और हथियारों को तेजी से लाने ले जाने में सुविधा होती है.
यह भी पढ़ें : चीन से निकटता बढ़ा रहा नेपाल, दोनों देशों के बीच 13 और रास्ते खोलने का प्रस्ताव
तिब्बत में बुनियादी ढांचे के भारी विकास ने भारत को भी अपनी सीमा के अंदर बुनियादी ढांचे का विकास तेज करने के लिए प्रेरित किया है. भारत चीन के बीच 3,488 किलोमीटर लंबे वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सीमा विवाद है.
VIDEO: चीन की सीमा से लगे आख़िरी गांव का हाल
(इनपुट भाषा से...)
यह एक्सप्रेसवे ल्हासा और निंगची के बीच यात्रा की अवधि आठ घंटे से घटा कर पांच घंटे करता है. इस मार्ग पर वाहनों की गति सीमा 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. गौरतलब है कि तिब्बत में ज्यादातर एक्सप्रेसवे सैन्य साजोसामान ढोने में सक्षम हैं, जिससे चीनी सेना को अपने सैनिकों और हथियारों को तेजी से लाने ले जाने में सुविधा होती है.
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(इनपुट भाषा से...)
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