चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के मंत्रियों और अधिकारियों के गायब (China Minister Officials Disappear) होने का मामला काफी गंभीर है. एनडीटीवी के मुताबिक यह बिल्कुल वैसा ही है, जिस तरह से स्टालिन के समय में लोगों को पदों से या रास्ते से हटाया जा रहा था. उन्होंने बताया कि दो मंत्री ही नहीं कई अधिकारियों के भी गायब होने की सूचना है. चीन से पहले विदेश मंत्री चिन गांग के गायब होने की खबर आई, फिर उनको पद से हटाया गया और फिर वांग यी ने विदेश मंत्री का पदभार संभाला.इसके बाद चीन के रक्षा मंत्री ली शांग्फु भी गायब होने की खबर आई, ये भी नहीं पता कि ये लोग जिंदा हैं भी या नहीं.
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चीन में लगातार गा.ब हो रहे मंत्री और अधिकारी
दोनों मंत्रियों के गायब होने की असली वजह भी आज तक सामने नहीं आई है. ये जरूर कहा जा रहा है कि रूस के उप विदेश मंत्री ने मॉस्को का दौरा कर शी जिनपिंग के सामने बताया था कि विदेश मंत्री चिन गांग और PLA के कई अधिकारी पश्चिमी देशों की खुफिया एजेंसियों के संपर्क में आ चुके है. इसके बाद एक और घटना हुई. चिन गांग के गायब होने के समय ही रॉकेट फोर्स के टॉप कमांडर ली यूचाओ और उनके डिप्टी और पूर्व उप प्रमुख के भी गायब होने की जानकारी सामने आई. इनके अलावा चीन के कई और अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया, जो या तो सेवा में थे या फिर सेवानिवृत हो चुके थे.
चीन में सेना के अधिकारी भी हो रहे गायब
एनडीटीवी के मुताबिक पीपुल्स लिवरेशन आर्मी के सैकड़ों वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ कम्युनिस्ट पार्टी के कई बड़े अधिकारियों तक को गिरफ्तार किया गया या फिर वह गायब हुए या फिर संदेहास्पद हालत में उनकी मौत हो गई, या कथित तौर पर उन्होंने आत्महत्या कर ली. ये एक लंबा सिलसिला है. सेना के अधिकारियों के गायब होने की बात भी सामने आई. गायब हुए लोगों की जगह नौसेना और एयरफोर्स के अधिकारियों की भर्ती की गई, जब कि आमतौर पर ऐसा होता नहीं है. जब भी सेना में किसी को हटाया जाता है तो सेना के ही लोगों को नीचे से प्रमोशन देकर उनको ऊपर लाया जाता है, लेकिन इस मामले में नेवी और एयरफोर्स से लोग लाए गए, जो कि अनयूजुअल बात है.
शक के घेरे में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग!
एनडीटीवी के मुताबिक हालही में सेना निवृत हुए प्रधानमंत्री ली केकियांग की रहस्यमयी हालत में मौत हो गई, कहा गया कि शांघाई के एक पूल में उनको हार्ट अटैक आया और इस वजह से उनकी मौत हो गई, जबकि उनके पास अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मौजूद थी. शक तब और गहरा हो गया, जब राष्ट्रपति शी ने मौत के मातम के सार्वजनिक समारोह को कम से कम मानने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि 2012 में सत्ता संभालने के बाद से ही शी जिनपिंग के कार्यकाल में कई बड़े और छोटे अधिकारियों को हटाने का दौर कई बार चला, लेकिन इस बार अंतर यह है कि शी जिनपिंग से नाराज रहने वाले राजनीतिक धड़े से ही नहीं बल्कि शी के करीबी रहे लोग भी गायब हो रहे हैं. माना जा रहा है कि जिनसे भी शी की सत्ता को थोड़ा सा भी खतरा हो सकता है उनको रास्ते से हटाया जा रहा है. इन सब बातों के बीत जो रास्ते से हटाए जाने का फायदा है, वह उनको हो रहा है जो शुरुआती तौर पर शी के साथ काम कर चुके हैं और उनके प्रति काफी वफादार रहे हैं.
जैकमा भी 3 महीने के लिए हुए थे गायब
इसी तरह के लोगों की भर्ती पोलिंत ब्यूरो में भी की गई है, जो कि शी की सबसे शक्तिशाली संस्था है. मंत्रियों और अधिकारियों के साथ ही उद्योगपतियों और व्यापारियों के गायब होने की भी खबर भी समय-समय पर आती रहती है. नवंबर 2020 में चीन के खरबपति जैकमा तीन महीने के लिए गायब रहे थे. उन्होंने चीन की आर्थिक नीति की आलोचना करते हुए एक भाषण दिया था, जिसके बाद उनको समन भेजकर बुलाया गया था, फिर वह गायब हो गए थे. सामने आकर भी वह काफी लो प्रोफाइल रहने लगे. शी की सत्ता के दौरान बहुत कुछ रहस्यमयी हो रहा है.
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