कोरोना वायरस को लेकर किए गए एक अध्ययन के अनुसार जिन लोगों को बूस्टर शॉट लगा है, वो डेल्टा संस्करण वालों की तुलना में 3 दिन पहले ही ओमिक्रॉन संस्करण से ठीक हो जाते हैं. अध्ययन में ये भी पाया गया कि ओमिक्रॉन होने पर गंध न आना की समस्या कम ही होती है. ये दावा 60,000 हजार से अधिक लोगों पर किए गए शोध में किया गया है. ओमिक्रॉन और डेल्टा के लक्षण और इन दोनों में क्या अंतर है? ये पता लगाने के लिए ये शोध की गई थी.
शोधकर्ताओं ने ZOE नामक एक मुफ्त स्मार्टफोन ऐप का इस्तेमाल करके ये शोध की. जानकारी के अनुसार ब्रिटेन में 16-99 आयु वर्ग के 63,000 से अधिक टीकाकरण वाले लोगों ने जून 2021 और जनवरी 2022 के बीच अपने कोविड लक्षणों की जानकारी दी. अध्ययन में पाया गया कि दो वैक्सीन और एक बूस्टर वाले लोगों में ओमिक्रॉन के लक्षण 4.4 दिनों तक चले. जबकि डेल्टा के लिए 7.7 - 3.3 दिनों का अंतर था. लैंसेट मेडिकल जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों की दो खुराकें थीं, लेकिन कोई बूस्टर शॉट नहीं था, उनमें डेल्टा के लिए 9.6 दिनों की तुलना में ओमिक्रॉन के लक्षण 8.3 दिनों में ठीक हो गए.
शोधकर्ताओं ने कहा कि तेजी से ठीक होने से पता चलता है कि "संक्रामकता की अवधि कम हो सकती है. जो कार्यस्थल की स्वास्थ्य नीतियों और सार्वजनिक स्वास्थ्य मार्गदर्शन को प्रभावित करेगी." इसमें ये भी पाया कि ओमिक्रॉन वाले केवल 17 प्रतिशत लोगों ने अपनी गंध की भावना खो दी, जबकि डेल्टा के लिए 53 प्रतिशत लोगों को गंध नहीं आई. अध्ययन में यह भी पाया गया कि ओमिक्रॉन रोगियों के अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 25 प्रतिशत कम थी.
इस अध्ययन को इस महीने के अंत में लिस्बन में क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी और संक्रामक रोगों के यूरोपीय कांग्रेस में प्रस्तुत किया जाएगा.
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