दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी आईबीएम (IBM) एक बार फिर से बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी में है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी इस तिमाही में हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी. यह कदम आईबीएम की सॉफ्टवेयर और सेवाओं (Software and Services) पर अपना ध्यान केंद्रित करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है. कंपनी अब तेजी से बढ़ने वाले और ज्यादा मुनाफे वाले क्लाउड और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से जुड़े सॉफ्टवेयर सेगमेंट पर जोर दे रही है.
कितनी छंटनी?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार आईबीएम ने बताया है कि, वो एक ऐसी कार्रवाई कर रही है जिसका असर "हमारे वैश्विक कर्मचारियों के एक छोटे सिंगल-डिजिट प्रतिशत" पर पड़ेगा. कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या लगभग 2,70,000 है, जिसका मतलब है कि हजारों कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है.
वजह क्या है?
सीईओ अरविंद कृष्णा की लीडरशिप में आईबीएम, रेड हैट (Red Hat) डिवीजन के जरिए सॉफ्टवेयर और क्लाउड सर्विस पर दांव लगा रही है. कंपनी का उद्देश्य एआई तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल से फायदा उठाना है. हालांकि, हाल ही में कंपनी के मुख्य क्लाउड सॉफ्टवेयर सेगमेंट की ग्रोथ धीमी हुई है, जिससे निवेशकों की चिंताएं बढ़ी हैं.
यह छंटनी ऐसे समय में हो रही है जब अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट और दूसरी बड़ी टेक कंपनियां भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कॉस्ट कटिंग की वजह से हजारों कर्मचारियों को हटा रही हैं.
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