मैनचेस्टर में मंगलवार को हुए हमले में 22 लोगों की मौत हुई थी (फाइल फोटो)
मैनचेस्टर:
मंगलवार को मैनचेस्टर के एक स्टेडियम में हुए बम विस्फोट के बाद इंग्लैंड ने अभी और आतंकी हमले की आशंका व्यक्त की गई है. इंग्लैंड की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने हमले की चेतावनी जारी करते हुए देश में सुरक्षा व्यवस्था कड़े करने के निर्देश दिए हैं. इंग्लैंड की सरकार ने देश के सभी मुख्य स्थानों पर सेना तैनात कर दी है.
थेरेसा मे ने कहा कि राष्ट्रीय आतंकवादी खतरे का स्तर गंभीर रूप से उठाया जा रहा था, जिसका मतलब है कि एक और हमला जल्द ही हो सकता है. थेरेसा मे का बयान ठीक उस समय आया जब मैनचेस्टर के हमलावर की पहचान 22 वर्षीय सलमान आबिद के रूप में हुई.
डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय में प्रधानमंत्री ने कहा, "यह एक संभावना है और हम इस बात की अनदेखी नहीं कर सकते कि इस हमले के पीछे व्यक्तियों का एक बड़ा समूह हो."
उन्होंने घोषणा की कि सशस्त्र पुलिस का समर्थन करने के लिए सेना की सड़कों पर तैनात किया जाएगा. इसका मतलब यह होगा कि सभी मुख्य जगहों पर जहां की सुरक्षा की जिम्मेदारी सशस्त्र पुलिस की है, उनके स्थान पर सेना को तैनात किया जाएगा और सेना मुख्य जगहों की निगरानी बढ़ाने के लिए पुलिस को निर्देश देगी. उन्होंने कहा कि विशेष तरह के आयोजनों या खेलों के दौरान जनता की सुरक्षा के लिए सेना की तैनाती से पुलिस को मदद मिलेगी.
आतंकी हमलों की धमकी को देखते हुए ब्रिटेन में 2006 में सेना की घरेलू सुरक्षा यूनिट एमआई-5 को तैनात किया गया था.
बता दें कि इंग्लैंड के मैनचेस्टर में मंगलवार को अमेरीकन पॉप गायक एरियाना ग्रैंड के कार्यक्रम बाद हुए बम विस्फोट में 22 लोगों की मौत हो गई थी और 59 लोग घायल हुए थे. पुलिस ने बताया कि यह एक आत्मघाती हमला था जिसमें आईएस के एक हमलावर में घटनास्थल पर खुद को विस्फोट से उड़ा लिया था. हमलावर की पहचान 22 साल के सलमान आबिद के रूप में हुई है. ब्रिटिश मीडिया का कहना है कि आबिद मैनचेस्टर में ही पैदा हुआ था और उसके लीबियाई माता-पिता लीबिया का तानाशाह मोअम्मर गद्दाफी के शासन से भाग कर यहां आए थे.
थेरेसा मे ने कहा कि राष्ट्रीय आतंकवादी खतरे का स्तर गंभीर रूप से उठाया जा रहा था, जिसका मतलब है कि एक और हमला जल्द ही हो सकता है. थेरेसा मे का बयान ठीक उस समय आया जब मैनचेस्टर के हमलावर की पहचान 22 वर्षीय सलमान आबिद के रूप में हुई.
डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय में प्रधानमंत्री ने कहा, "यह एक संभावना है और हम इस बात की अनदेखी नहीं कर सकते कि इस हमले के पीछे व्यक्तियों का एक बड़ा समूह हो."
उन्होंने घोषणा की कि सशस्त्र पुलिस का समर्थन करने के लिए सेना की सड़कों पर तैनात किया जाएगा. इसका मतलब यह होगा कि सभी मुख्य जगहों पर जहां की सुरक्षा की जिम्मेदारी सशस्त्र पुलिस की है, उनके स्थान पर सेना को तैनात किया जाएगा और सेना मुख्य जगहों की निगरानी बढ़ाने के लिए पुलिस को निर्देश देगी. उन्होंने कहा कि विशेष तरह के आयोजनों या खेलों के दौरान जनता की सुरक्षा के लिए सेना की तैनाती से पुलिस को मदद मिलेगी.
आतंकी हमलों की धमकी को देखते हुए ब्रिटेन में 2006 में सेना की घरेलू सुरक्षा यूनिट एमआई-5 को तैनात किया गया था.
बता दें कि इंग्लैंड के मैनचेस्टर में मंगलवार को अमेरीकन पॉप गायक एरियाना ग्रैंड के कार्यक्रम बाद हुए बम विस्फोट में 22 लोगों की मौत हो गई थी और 59 लोग घायल हुए थे. पुलिस ने बताया कि यह एक आत्मघाती हमला था जिसमें आईएस के एक हमलावर में घटनास्थल पर खुद को विस्फोट से उड़ा लिया था. हमलावर की पहचान 22 साल के सलमान आबिद के रूप में हुई है. ब्रिटिश मीडिया का कहना है कि आबिद मैनचेस्टर में ही पैदा हुआ था और उसके लीबियाई माता-पिता लीबिया का तानाशाह मोअम्मर गद्दाफी के शासन से भाग कर यहां आए थे.
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