प्रतीकात्मक फोटो
वॉशिंगटन:
अमेरिका ने एनएसजी में भारत को प्रवेश नहीं मिलने पर निराशा जताई है और कहा है कि वह 48 देशों के परमाणु व्यापार ब्लॉक में भारत के प्रवेश के लिए समूह के सदस्य देशों के साथ रचनात्मक रूप से काम करना जारी रखेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कल संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें इस बात को जाने नहीं देंगे।’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर हम इस बात को लेकर निराश हैं कि भारत को मौजूदा सत्र में प्रवेश नहीं दिया गया लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि हम आने वाले महीनों में भारत को इसमें शामिल कराने के लिए भारत और अन्य एनएसजी सदस्यों के साथ मिलकर रचनात्मक रूप से काम करना जारी रखेंगे।’’
उन्होंने कहा कि भारत का रिकॉर्ड मजबूत है और अमेरिका का मानना है कि वह परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में शामिल किए जाने का हकदार है।
किर्बी ने कहा, ‘‘इसीलिए व्हाइट हाउस एवं विदेश मंत्रालय के अधिकारियों समेत प्रशासन ने ठोस प्रयास किए हैं।’’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कल संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें इस बात को जाने नहीं देंगे।’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर हम इस बात को लेकर निराश हैं कि भारत को मौजूदा सत्र में प्रवेश नहीं दिया गया लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि हम आने वाले महीनों में भारत को इसमें शामिल कराने के लिए भारत और अन्य एनएसजी सदस्यों के साथ मिलकर रचनात्मक रूप से काम करना जारी रखेंगे।’’
उन्होंने कहा कि भारत का रिकॉर्ड मजबूत है और अमेरिका का मानना है कि वह परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में शामिल किए जाने का हकदार है।
किर्बी ने कहा, ‘‘इसीलिए व्हाइट हाउस एवं विदेश मंत्रालय के अधिकारियों समेत प्रशासन ने ठोस प्रयास किए हैं।’’
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