ब्लैक फ्राइडे सेल ( Black Friday Sale) के बीच 40 देशों में गोदाम मजदूरों की हड़ताल से घिरी बड़ी टेक कंपनी प्लैटफॉर्म अमेजॉन (Amazon) ने सफाई दी है कि उसने किसी को नौकरी से नहीं निकाला है, कुछ लोग "वॉलेंटेरी रिडक्शन ऑफर" के तहत कंपनी छोड़ कर गए. सरकारी सूत्रों के अनुसार, अमेजॉन ने कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की बात को बिल्कुल ग़लत बताया है.जब अमेजॉन से NDTV ने भारत (India) में नौकरियां कम करने के बारे में सवाल पूछा गया तो, ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म के तौर पर मशहूर अमेजॉन ने कहा कि उसने किसी को नहीं निकाला है, बल्कि कुछ स्टाफ कंपनी के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति कार्यक्रम ("Voluntary Disengagement Program" ) के तहत छोड़ कर गए हैं.
अमेरिका, ब्रिटेन, भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और पूरे यूरोप के कर्मचारी बेहतर तनख्वाह और काम के हालात की मांग कर रहे हैं जब जीवन-यापन का संकट गहरा रहा है. यह कर्मचारी एक कैंपेन चला रहे हैं, जिसे "मेक अमेजॉन पे" (Make Amazon Pay) कहा जा रहा है.
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