दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने अपनी नई कैबिनेट में भारतीय मूल के दो नेताओं और 50 प्रतिशत महिलाओं को शामिल किया है. इस तरह, यहां की सरकार लैंगिक समानता के मामले में दुनिया के गिने-चुने देशों में शुमार हो गई है.
रामफोसा ने कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 36 से घटा कर 28 कर दी है.
पिछले प्रशासन में कई मंत्रियों के भ्रष्टाचार में संलिप्त होने के आरोपों को लेकर व्यापक स्तर पर जताई गई चिंता के मद्देनजर रामफोसा ने ज्यादातर दागी नेताओं को मंत्री नहीं बनाया है, लेकिन कुछ को बरकरार रखा है.
उनके मंत्रिमंडल में भारतीय मूल के दो मंत्री- प्रवीण गोवर्धन और इब्राहिम पटेल- शामिल किए गए हैं.
अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद को दी जाने वाली राशि पर लगाई रोक, जानिए वजह
नए मंत्रियों में आधी महिलाएं हैं, इस तरह दक्षिण अफ्रीकी सरकार दुनिया में लैंगिक समानता वाली सरकारों में शुमार हो गई है.
उन्होंने सत्तारूढ़ अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस (एएनसी) पार्टी को इस महीने की शुरूआत में हुए चुनावों में 57.5 प्रतिशत बहुमत के साथ जीत दिलाई.
पाकिस्तान ने 15 जून तक बंद किए भारत के साथ लगने वाले एयरपोर्ट
भ्रष्टाचार के आरोपी जैकब जुमा के पिछले साल अपदस्थ होने के बाद रामफोसा राष्ट्रपति के पद पर आसीन हुए थे और उन्होंने मंत्री पदों की संख्या बढ़ाई थी.
रामफोसा (66) ने इन मंत्रियों की नियुक्ति की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘यदि हमें इस जनादेश को प्रभावी बनाना है तो हमें एक सक्षम, प्रभावी और नैतिकता के साथ काम करने वाली सरकार की जरूरत होगी. '' उनकी इस घोषणा का प्रसारण राष्ट्रीय स्तर पर टेलीविजन पर किया गया.
टाइम मैगजीन का यू-टर्न, अब नरेंद्र मोदी को बताया भारत को एक सूत्र में पिरोने वाला प्रधानमंत्री
रामफोसा ने भ्रष्टाचार से लड़ने और देश की संघर्षरत अर्थव्यवस्था में नयी जान फूंकने का संकल्प लिया है.
इनपुट - आईएएनएस
VIDEO: मुझे दक्षिण अफ्रीकी कहलाने पर शर्म आ रही है: जैक कैलिस
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं