उत्तर प्रदेश के बलिया जिला प्रशासन द्वारा यूपी बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक मामले में बलिया के तीन पत्रकारों की गिरफ्तारी की गई. इसको लेकर जिले के पत्रकारों में काफी आक्रोश है. सोमवार को इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन गाजीपुर की तरफ से पत्रकारों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने राज्यपाल के नाम उपजिलाधिकारी अनिरुद्ध सिंह को पत्रक सौंपा.
पत्रकारों की ओर से मांग की गई कि बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ पत्रकार दिग्विजय सिंह,अजीत ओझा एवं मनोज गुप्ता की पुलिस प्रशासन जल्द से जल्द रिहाई करे अन्यथा पूरे प्रदेश में पत्रकारों द्वारा जबरदस्त तरीके से विरोध दर्ज कराया जाएगा. एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि बलिया प्रशासन द्वारा पत्रकारों की गिरफ्तारी निंदनीय और घृणित है. इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है.
सुनील सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार देश के चौथे स्तंभ को भी नहीं बक्श रही है. प्रशासन ने नकल माफिया की शह पर गलतियों को छुपाने के लिए पत्रकारों को ही गुनाहगार मानकर जेल में डाल दिया, जबकि तीनो पत्रकार निर्दोष हैं. अगर जिला प्रशासन पत्रकारों की रिहाई जल्द से जल्द नहीं करता है तो पत्रकार सड़क पर उतरकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे. इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी. इस दौरान पत्रकारों ने बलिया प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.
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