- वाराणसी के दाल मंडी क्षेत्र में तीन मीटर चौड़ी गली को 17 मीटर चौड़ा करने के लिए व्यापक कार्रवाई की जा रही है
- नगर निगम ने दाल मंडी की 151 इमारतों को नोटिस ऑफ डिमांड भेजकर 1 करोड़ 78 लाख रुपये बकाया बताया है
- अधिग्रहण के तहत 181 मकानों और दुकानों को तोड़कर गली चौड़ी करने की योजना बनाई गई है
यूपी के वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने स्थित दाल मंडी में प्रशासन के नोटिस से हड़कंप मचा है. वाराणसी नगर निगम ने दालमंडी में बड़ी कार्रवाई करते हुए 151 इमारतों को नोटिस ऑफ डिमांड भेजा है. जल्द ही इन इमारतों पर बुलडोजर की कार्रवाई देखने को मिल सकती है.
सकरी गलियों का शहर काशी और काशी के व्यस्ततम इलाकों में से एक दाल मंदिर में बहुत जल्द बुलडोजर का बड़ा एक्शन देखने को मिलेगा. साढ़े तीन मीटर चौड़ी गली को 17 मीटर चौड़ा करने के लिए लगातार कार्रवाई चल रही है. इसी के तहत नगर निगम ने ताज़ा नोटिस दिया है, जिसको लेकर खूब चर्चा है.

दाल मंडी में अब तक चार मकानों और दुकानों क़ो मुआवजा भी दे दिया गया है और एक मकान और दुकान को तोड़ने की कार्रवाई भी हुई है. अब दालमंडी के 151 इमारतों के मालिकों को नोटिस दिया गया है कि उन पर भवन कर और सीवर कर का 1 करोड़ 78 लाख बकाया है.

नगर निगम की तरफ़ से नोटिस ऑफ़ डिमांड देकर कहा गया है कि पंद्रह दिन के अंदर बकाया राशि चुकता नहीं करने पर नगर निगम कुर्की की कार्रवाई करेगा. नोटिस में कहा गया है कि इन भवनों और उसमें स्थित दुकानों को नगर निगम कुर्क कर लेगा.
दरअसल दालमंडी काशी विश्वनाथ मंदिर के नज़दीक मुस्लिम बहुल क्षेत्र है. काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए रास्ता चौड़ा बनाने के लिए दालमंडी को चौड़ा किया जाना है. बताया जाता है कि 1950 के दशक में दालमंडी की गली 17 मीटर चौड़ी थी, लेकिन समय के साथ इसमें अवैध अतिक्रमण होते गए और अब मात्र 10 फ़ीट ही चौड़ी रह गई है.

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