जेल में बेचैनी में गुजर रही आरोपी मुस्कान और साहिल की रातें
'मेरे माता-पिता मुझसे नाराज हैं, कोई भी मेरा मुकदमा लड़ने नहीं आएगा. इसलिए मुझे सरकारी वकील चाहिए जो अदालत में मेरा मुकदमा लड़ सके...' अपने आशिक के साथ मिलकर पति की हत्या करने वाली मुस्कान अब एक सरकारी वकील की मांग कर रही है. अपने परिवारवालों का साथ नहीं मिलने पर अब वो जेल अधीक्षक के सामने गिड़गिड़ाकर वकील की मांग कर रही है. ताकि वो जेल से बाहर आ सके. दूसरी और मुस्कान के प्रेमी साहिल को उम्मीद है कि उसका परिवार मदद को आगे आएगा और उसे वकील मिल जाएगा. ऐसे में अभी तक साहिल ने सरकारी वकील की मांग नहीं की है. बता दें ये दोनों आरोपी मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में बंद हैं.

सौरभ हत्याकांड की आरोपी मुस्कान ने जेल अधीक्षक से गुहार लगाई है. उसने अपने केस को लड़ने के लिए सरकारी वकील की मांग की है. मुस्कान ने जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को लिखित प्रार्थना पत्र सौंपकर यह मांग की है. जेल अधीक्षक ने बताया कि मुस्कान ने शनिवार को उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की थी. मुलाकात के दौरान उसने अपनी परेशानी बताई और सरकारी वकील के बारे में बात की. वीरेश राज शर्मा ने कहा कि बंदी का यह अधिकार है कि अगर उसके पास निजी वकील नहीं है, तो उसे सरकारी वकील दिया जाए. इसी के तहत मुस्कान का प्रार्थना पत्र कोर्ट में भेजा जा रहा है. जेल अधीक्षक ने बताया कि रविवार होने के कारण कोर्ट में अर्जी सोमवार को दी जाएगी.

वहीं, इस मामले में सह-आरोपी साहिल ने अभी सरकारी वकील लेने पर कोई फैसला नहीं लिया है. उसका कहना है कि वह पहले अपने परिवार वालों से बात करेगा. अगर वे उसका केस नहीं लड़ते, तभी वह आगे निर्णय लेगा.
दोनों आरोपी नशे के आदी
मुस्कान और साहिल दोनों नशे की लत से जूझ रहे हैं. चिकित्सा परीक्षण में यह बात सामने आई है कि दोनों नशे के आदी हैं. जेल प्रशासन ने इनकी स्थिति को देखते हुए इलाज शुरू कर दिया है. जेल अधीक्षक और डॉक्टरों की निगरानी में दोनों का उपचार चल रहा है. नशे से छुटकारा दिलाने के लिए दवाइयों के साथ-साथ काउंसलिंग भी की जा रही है. जेल में चल रहे नशा मुक्ति केंद्र के जरिए दोनों को योग, ध्यान और शारीरिक गतिविधियों में शामिल किया गया है.

वीरेश राज शर्मा ने बताया कि नशे के कारण होने वाले 'विड्रॉल सिम्टम्स' (नशा छोड़ते वक्त होने वाले शारीरिक और मानसिक बदलाव) को रोकने के लिए भी दवाएं दी जा रही हैं. केंद्र 10 से 15 दिनों में दोनों को नशे से मुक्त कराने की कोशिश में है.
क्या है पूरा मामला
- 4 मार्च को मर्चेंट नेवी के पूर्व अधिकारी सौरभ राजपूत को कथित तौर पर मुस्कान और साहिल ने नशीला पदार्थ खिलाने के बाद चाकू घोंपकर उसकी हत्या कर दी थी और उसके शरीर के टुकड़े करके सीमेंट से भरे एक ड्रम में बंद कर दिया था.
- सौरभ की हत्या के बाद दोनों हिमाचल प्रदेश में छुट्टियां मनाने चले गए और इस दौरान राजपूत के परिवार को अपने फोन से संदेश भेजकर गुमराह करते रहे.
- इस मामले की सूचना 18 मार्च को पुलिस को दी गई थी जिसके बाद मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया.
- मुस्कान और राजपूत ने 2016 में अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी कर ली थी. दोनों की छह साल की एक बेटी भी है.
- पुलिस ने बताया कि मुस्कान और साहिल एक-दूसरे को स्कूल के दिनों से जानते थे और 2019 में एक व्हॉट्सएप समूह के जरिए फिर से जुड़े थे.
- दोस्ती से शुरू हुआ यह रिश्ता जल्द ही प्यार में बदल गया. विदेश में काम करने वाले सौरभ के कई-कई महीनों के बाद घर आने की वजह से मुस्कान और साहिल के संबंध और मजबूत हो गए.
- ये दोनों एक साथ नशे करने लगे. मुस्कान ने सौरभ को छोड़ने और साहिल से शादी करने का मन बना लिया था. मुस्कान और साहिल ने सौरभ को अपने रिश्ते में बाधा के रूप में देखा और उसे जान से मारने का फैसला किया.
- फरवरी में सौरभ को भारत लौटना था और तभी इस ये उसने मारने की कोशिश करने लगे. सूत्रों ने खुलासा किया कि मुस्कान ने लंबे ब्लेड वाले दो चाकू खरीदे और दुकानदार से कहा कि वह इनका इस्तेमाल चिकन काटने के लिए करेगी.
- मुस्कान ने स्थानीय दवा की दुकान से प्रतिबंधित दवाएं खरीदी और दुकानदार को बताया कि वह तनाव से राहत पाने के लिए इन दवाओं इस्तेमाल करेगी. सूत्रों ने बताया कि 25 फरवरी को सौरभ की हत्या की पहली कोशिश की गई लेकिन वह नाकाम रही.
- सूत्रों के मुताबिक, सौरभ को प्रतिबंधित दवा खिलाई गई लेकिन वह बेहोश नहीं हुआ लेकिन चार मार्च को यह तरकीब काम कर गई.
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