अजगर को शांत रखकर बिना नुकसान पहुंचाए निकालना एक चुनौती थी
आगरा:
आगरा स्थित सैन्य अड्डे पर वायुसेना के एक मालवाहक विमान में उस समय हड़कंप मच गया जब इसके अंदर असामान्य रूप से आठ फुट लंबा अजगर मिला. यह अजगर एएन 32 विमान संख्या के 2706 के अंदर छिपा बैठा था. वायुसेना अधिकारियों ने अजगर को निकालने के लिए एक संस्था 'वाइल्डलाइफ एसओएस' को तुरंत फोन मिलाया. एनजीओ का दो सदस्यीय सर्प बचाव विशेषज्ञ दल मौके पर पहुंचा लेकिन उसे अजगर को बाहर निकालने में करीब पांच घंटे का समय लगा. अधिकारी ने कहा कि अजगर को शांत रखकर बिना नुकसान पहुंचाए निकालना एक चुनौती थी.
संस्था के वन्यजीव संरक्षण प्रोजेक्ट निदेशक बैजूराज एमवी ने कहा कि अजगर को भली प्रकार से निकाल पाने के लिए टीम को पांच घंटे का समय लगाना पड़ा. क्योंकि, जरा सी भी जल्दबाजी किए जाने पर घायल हो सकता था अथवा विमान में लदे सामान में दब सकता था. 'इंडियन रॉक पायथन' (अजगर की एक प्रजाति) भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका में पाए जाते हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संस्था के वन्यजीव संरक्षण प्रोजेक्ट निदेशक बैजूराज एमवी ने कहा कि अजगर को भली प्रकार से निकाल पाने के लिए टीम को पांच घंटे का समय लगाना पड़ा. क्योंकि, जरा सी भी जल्दबाजी किए जाने पर घायल हो सकता था अथवा विमान में लदे सामान में दब सकता था. 'इंडियन रॉक पायथन' (अजगर की एक प्रजाति) भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका में पाए जाते हैं.
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