केंद्र सरकार ने उन खबरों का खंडन किया है जिसमें कहा जा रहा है कि भारतीय रेलवे (Indian Railways) 1 जुलाई से वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) को रेल किराए में रियायतें (Concession in Rail Fare Tickets) फिर से शुरू करने जा रहा है. सूचना और प्रसारण मंत्रालय के प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) ने अपने "फैक्ट चेक" हैंडल के माध्यम से ट्वीट किया कि रेल मंत्रालय द्वारा ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेल किराए में रियायतें फिर से शुरू करने के संबंध में ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है.
इसने दोहराया कि रेल मंत्रालय वर्तमान में केवल शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों, रोगियों और छात्रों को ही रियायतें देता है.
यहां पढ़ें PIB का ट्वीट:
A #Fake media report is claiming that the Indian Railways will resume concessions for senior citizens from July 1, 2022
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) June 16, 2022
▶️ No such announcement has been made by @RailMinIndia
▶️ Indian Railways is currently providing concessions to divyangjans, patients & students only pic.twitter.com/ePoctCRu3A
मीडिया के कुछ वर्गों में ऐसी खबरें आई थीं कि रेल मंत्रालय ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों की रियायतें 1 जुलाई, 2022 से फिर से शुरू करेगा. इन्हीं खबरों पर पीआईबी ने स्पष्टीकरण जारी किया है और उन खबरों को 'फर्जी' करार दिया है.
मध्य प्रदेश: अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं का उग्र प्रदर्शन, रेलवे ट्रैक पर लगाई आग
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस साल मार्च में संसद को सूचित किया था कि मंत्रालय ने कोरोनोवायरस महामारी के कारण मार्च 2020 में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायतों को हटा दिया था, उन्हें अभी बहाल नहीं किया जाएगा.
कोविड महामारी से पहले, भारतीय रेलवे सभी वर्गों में महिला यात्रियों को 50 प्रतिशत और पुरुष यात्रियों को 40 प्रतिशत की छूट दे रहा था. इस छूट का लाभ उठाने की न्यूनतम आयु महिलाओं के लिए 58 वर्ष और पुरुषों के लिए 60 वर्ष थी.
वीडियो : लोगों को उनका खोया सामान लौटाता है रेलवे का यह मसीहा
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं