 
                                            ट्रेन के टिकट के लिए किचकिच जल्द खत्म होगी. मौजूदा स्पीड से 5 गुना अधिक रफ्तार से बुकिंग होगी. रिजर्वेशन में बेहद कम समय लगेगा. स्मार्ट टिकटिंग सिस्टम और ज्यादा स्मार्ट होगी. टिकट की टेंशन जल्दी दूर होगी. मॉडर्न PRS यानी पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम तैयार हो रहा है. इससे तत्काल टिकट वालों को भी बड़ी राहत मिलेगी. सिस्टम स्लो नहीं होगा, पेमेंट में देरी नहीं होगी और तत्काल टिकट बिना परेशानी बेहद कम समय में बुक होगा. ये तमाम दावे हैं, भारतीय रेलवे के, जो कि मॉडर्न PRS के जरिये स्पीड 5 गुना तेज होने के चलते संभव बताए जा रहे हैं.
ये सब संभव हो सकता है, अगले कुछ महीनों में. कहा जा रहा है कि दिसंबर यानी इस वर्ष के अंत तक ये सिस्टम तैयार हो जाएगा. इसे CRIS यानी रेल सूचना केंद्र प्रणाली की ओर से डेवलप किया जा रहा है. नई व्यवस्था दिसंबर के बाद शुरू हो सकती है. इस बारे में रेल मंत्रालय ने इसी साल जून 2025 में भी जानकारी दी थी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तब यात्री आरक्षण प्रणाली के अपग्रेडेशन की समीक्षा की थी. अब अपडेट है कि ये काम तेजी से हो रहा है, जिसके दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है.
1 मिनट में 1.5 लाख+ टिकट बुकिंग
रेलवे का मॉडर्न टिकटिंग सिस्टम पहले से ज्यादा स्मार्ट, तेज, पारदर्शी, बहुभाषी और पैसेंजर फोकस्ड होगा, जिससे टिकट बुकिंग में लगने वाला समय 5 गुना कम हो जाएगा और आईआरसीटीसी की वेबसाइट या ऐप क्रैश होने की समस्या खत्म हो जाएगी.
मौजूदा यात्री आरक्षण प्रणाली में 1 मिनट में करीब 32,000 टिकट बुक होते हैं, जबकि नई व्यवस्था में 1 मिनट में 1.5 लाख से भी ज्यादा टिकट बुक होंगे. यानी मौजूदा क्षमता से 5 गुना ज्यादा. ये सिस्टम इस साल के अंत तक तैयार हो जाएगा.
नए PRS सिस्टम की खासियतें
- नया उन्नत पीआरएस डिजाइन तेज, लचीला और वर्तमान लोड से दस गुना अधिक भार संभालने में सक्षम है.
- इससे टिकट बुक करने की क्षमता काफी बढ़ेगी. नए पीआरएस से हर मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकट बुकिंग की सुविधा मिलेगी.
- टिकट पूछताछ क्षमता भी 10 गुना बढ़ जाएगी, यानी 4 लाख से बढ़ कर 40 लाख प्रति मिनट की जांच संभव हो सकेगी.
- नए पीआरएस मल्टी लिंगुअल यानी कई भाषाओं में एवलेबल होगा और यात्रियों के अनुकूल बुकिंग और पूछताछ इंटरफेस के साथ होगा.
- नए पीआरएस में, यात्री अपनी पसंदीदा सीट का चयन करने और किराया कैलेंडर देखने में सक्षम होंगे.
- नए पीआरएस सिस्टम में दिव्यांगजनों, छात्रों, मरीजों के लिए भी इंटीग्रेटेड सुविधाएं दी गई हैं. दावा है कि ये जल्द ही उपलब्ध होगा.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने टिकट बुकिंग सिस्टम में सुधारों की समीक्षा के बाद इस बात पर जोर दिया था कि टिकट प्रणाली स्मार्ट, पारदर्शी, सुलभ और कुशल होनी चाहिए. यात्रियों की सुविधा पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा था, 'नया सिस्टम यात्रियों के लिए एक सहज और आरामदायक यात्रा अनुभव सुनिश्चित करेगा.'
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