Russia War
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केमिकल वेपन एक्सपर्ट जनरल की हत्या कर पुतिन को सबसे बड़ा दर्द देने वाला कौन है यह?
- Friday December 20, 2024
- Written by: समरजीत सिंह
रूसी जांच एजेंसी की जांच में पता चला था कि रूसी लेफ्टिनेंट जनरल की हत्या के लिए जिस बम का इस्तेमाल किया गया था, उसे रिमोट कंट्रोल की मदद से एक्टिव किया गया था.
- ndtv.in
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एक फोन से जंग रोक दूंगा... ट्रंप का जुमला नहीं था वो, पुतिन यह क्या संकेत दे रहे
- Friday December 20, 2024
- Reported by: ANI, Edited by: रितु शर्मा
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि वह संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने पर काम करेंगे. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह ऐसा कैसे करेंगे. इस महीने पेरिस में फ्रांसीसी नेता इमैनुएल मैक्रों द्वारा आयोजित एक बैठक में ट्रंप ने जेलेंस्की से मुलाकात की थी.
- ndtv.in
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रूस की टेंशन बढ़ा रहा ब्रिटेन, यूक्रेन की सैन्य शक्ति को और बढ़ाएगा, नए सहायता पैकेज का ऐलान
- Thursday December 19, 2024
- Reported by: IANS
ब्रिटेन एक नए सहायता पैकेज के साथ यूक्रेन की सैन्य शक्ति बढ़ाने को तैयार है. एक नए सहायता पैकेज का ऐलान किया गया है. जिसमें नेवल ड्रोन, वायु रक्षा प्रणाली और तोपखाना शामिल हैं. ब्रिटिश रक्षा सचिव जॉन हेली ने यह जानकारी दी. ब्रिटेन के नेतृत्व वाले बहुराष्ट्रीय सैन्य अभियान ऑपरेशन इंटरफ्लेक्स के तहत यूक्रेनी सैनिकों के लिए प्रशिक्षण 2025 में भी जारी रहेगा, चाहे यूक्रेन की शांति प्रक्रिया में कोई भी प्रगति हो या संभावित युद्ध विराम हो. यूक्रेनी राज्य उक्रिनफॉर्म समाचार एजेंसी के साथ एक साक्षात्कार में हेली ने बुधवार को ये बातें कही.
- ndtv.in
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कौन थे रूसी जनरल इगोर किरिलोव? जिनके लिए इतना बेरहम बना यूक्रेन, स्कूटर में बम लगाकर ले ली जान
- Tuesday December 17, 2024
- Reported by: एएफपी, Edited by: अंजलि कर्मकार
किरिलोव (54) को अप्रैल 2017 में न्यूक्लियर फोर्स का चीफ बनाया गया था. वो रूस के रेडिएशन, केमिकल और बायोलॉजिकल वेपन्स जैसे डिपार्टमेंट के चीफ रह चुके थे.
- ndtv.in
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कभी मुल्क छोड़ने का नहीं था इरादा लेकिन... सीरिया में तख्तापलट के बाद रूस भागे असद ने पहली बार तोड़ी चुप्पी
- Monday December 16, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
इस्लामिक समूह हयात तहरीर अल-शाम के नेतृत्व में विद्रोही गठबंधन ने 8 दिसंबर को बशीर अल असद को सीरिया की सत्ता से हटा दिया. इसके बाद वो अपने परिवार के साथ देश से भाग गए थे. रूस ने उन्हें पनाह दी है.
- ndtv.in
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दुनिया टॉप 5: ट्रंप ने अमेरिकी नीति में बड़े बदलाव के दिए संकेत, स्विट्जरलैंड ने भारत का मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा किया खत्म
- Saturday December 14, 2024
- Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर अमेरिका की नीति में बड़ा बदलाव हो सकता है. ट्रंप ने कहा कि मैं रूस में सैकड़ों मील दूर तक मिसाइलें भेजने से बेहद असहमत हूं.
- ndtv.in
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इस बार बशर अल असद के साथ क्यों नहीं आए रूस और ईरान, भारत क्या करेगा
- Monday December 9, 2024
- Edited by: राजेश कुमार आर्य
हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) के लड़ाकों ने रविवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क पर कब्जा जमा लिया. इसी के साथ राष्ट्रपति बशर अल असद की 24 साल पुरानी सत्ता का अंत हो गया. क्या इस बार रूस और ईरान से सीरिया की तरफ से आंखें मूद लीं. अगर हां तो दोनों ने ऐसा क्यों किया.
- ndtv.in
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3 थके हुए दोस्त और... रूस, ईरान, हिजबुल्लाह ने असद को अकेला क्यों छोड़ा? सीरिया की पूरी कहानी समझिए
- Monday December 9, 2024
- Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: रितु शर्मा
59 वर्षीय बशर अल-असद ने अपने पिता हाफ़िज़ अल-असद की मृत्यु के बाद साल 2000 में सीरिया की सत्ता संभाली थी. साल 2011 के विरोध प्रदर्शनों का सामना करते हुए उन्होंने अपने पिता के क्रूर तरीकों को अपनाया और सीरिया को गृहयुद्ध में झोंका दिया था.
- ndtv.in
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Explainer: सीरिया के पतन से मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन पर क्या होगा असर?
- Sunday December 8, 2024
- Written by: सूर्यकांत पाठक
मध्य पूर्व में एक बड़े तख्ता पलट के तहत सीरिया में इस्लामी विद्रोहियों ने दमिश्क पर नियंत्रण करने के बाद रविवार को राष्ट्रपति बशर अल-असद को पद से हटाने की घोषणा कर दी. इससे असद को भागने पर मजबूर होना पड़ा. करीब 13 साल से अधिक समय तक चले गृहयुद्ध के बाद असद के परिवार के दशकों के शासन का अंत हो गया. बशर अल-असद का पतन क्षेत्र में बड़ा प्रभाव रखने वाले रूस और ईरान के लिए एक बड़ा झटका है. यह दोनों असद के ऐसे प्रमुख सहयोगी हैं जिन्होंने संघर्ष में महत्वपूर्ण दौर में उनका समर्थन किया था.
- ndtv.in
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क्या भारत रुकवाएगा रूस-यूक्रेन युद्ध, एस जयशंकर ने दे दिया कुछ ऐसा जवाब
- Sunday December 8, 2024
- Written by: समरजीत सिंह
एस जयशंकर ने कहा कि रूस और यूक्रेन युद्ध का खामियाजा विकासशील देशों को भी भुगतना पड़ रहा है. ऐसे 125 देश हैं जहां रूस और यूक्रेन युद्ध का सीधा असर पड़ता दिख रहा है.
- ndtv.in
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रूस से हार मानने को तैयार यूक्रेन! जेलेंस्की का नया बयान चौंकाने वाला
- Tuesday December 3, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है और अब तनाव में कुछ कमी के आसार दिखने लगे हैं . रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बयान और अमेरिकी चुनाव का असर युद्ध पर दिखने लगा है. रूस की आक्रामकता और जेलेंस्की के रुख में कुछ बदलाव आने वाले दिनों में शांति का रास्ता दिखा सकते हैं . ऐसा लगने लगा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी खूनी संघर्ष को रोका जा सकता है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक बयान में कहा कि वह "शांति प्राप्त करने" के लिए रूसी कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्र से हक छोड़ने को तैयार हैं. इसका अर्थ साफ है कि रूस जिन इलाकों पर कब्जा कर चुका है उसे यूक्रेन अब छोड़ने को तैयार है. लंदन के द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ज़ेलेंस्की ने कहा कि कीव मास्को के साथ युद्धविराम समझौते पर काम करने को तैयार है, लेकिन इसके साथ ही जेलेंस्की ने कुछ शर्तों की बात भी कही है.
- ndtv.in
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यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के युद्ध विराम की शर्तों पर रूस 'मौन'
- Sunday December 1, 2024
- Reported by: IANS
जेलेंस्की ने कहा कि बाद में, यूक्रेन कूटनीतिक तरीके से उन क्षेत्रों को वापस ले सकता है, जो अभी रूस के नियंत्रण में हैं. उन्होंने कहा कि नाटो के निमंत्रण में यूक्रेन की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं को मान्यता दी जानी चाहिए.
- ndtv.in
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रूस से समझौते को तैयार हुआ यूक्रेन, सिर्फ अपने कब्जे वाले इलाके पर चाहता है नाटो 'कवच'
- Saturday November 30, 2024
- Edited by: विजय शंकर पांडेय
Russia Ukraine Peace Agreement: रूस और यूक्रेन के बीच अब शांति समझौते को लेकर मामला आगे बढ़ने लगा है. जेलेंस्की भी अब इस पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने खुद एक रास्ता भी नाटो को सुझाया है.
- ndtv.in
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यूक्रेन पर परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेगा रूस? एक प्रश्न के जवाब में ये क्या बोले पुतिन
- Friday November 29, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
आज की 21वीं सदी में कोई युद्ध इतना लंबा चल सकता है जितना कि रूस और यूक्रेन में बीच चला है, सोचना भी असंभव है. दोनों देशों में एक परमाणु शक्ति संपन्न देश है और दूसरा अपनी सैन्य सहायता के लिए बाहरी मुल्कों पर निर्भर है. ऐसी स्थिति में भी ढाई साल से ज्यादा युद्ध चल जाए तो आज के समय में यह आश्चर्य ही है. रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं और इसी शक्ति के दम रूस लगातार अमेरिका सहित उन देशों को धमकाता आ रहा है जो यूक्रेन की मदद कर रहे हैं.
- ndtv.in
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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के जाने के बाद और डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद यूक्रेन का क्या होगा, क्या है रूस की चाल
- Thursday November 28, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
24 फरवरी 2022 से शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध को 1000 से ज्यादा दिन हो गए हैं. दोनों ओर से अभी भी कोई भी झुकने को तैयार नहीं है. दोनों ओर से दावे अभी भी जारी है, लेकिन भीतर से दोनों ओर की सरकारें और सेनाएं इस बात को महसूस कर रही हैं कि युद्ध से अभी तक कुछ भी बड़ा हासिल नहीं हुआ और हौसला दरकने लगा है. इतने लंबे समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध ने इसी महीने और भयंकर रूप ले लिया है. रूस की ओर से दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन के उत्तर पूर्वी खारकीव क्षेत्र के एक गांव पर कब्जा कर लिया गया है. ऐसे माहौल में यूक्रेन की स्थिति कुछ कमजोर होती जा रही है. यूक्रेन के पूर्व विदेश मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि व्लादिमीर पुतिन अपना इरादा बना चुके हैं और वह किसी की नहीं सुनेंगे.
- ndtv.in
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केमिकल वेपन एक्सपर्ट जनरल की हत्या कर पुतिन को सबसे बड़ा दर्द देने वाला कौन है यह?
- Friday December 20, 2024
- Written by: समरजीत सिंह
रूसी जांच एजेंसी की जांच में पता चला था कि रूसी लेफ्टिनेंट जनरल की हत्या के लिए जिस बम का इस्तेमाल किया गया था, उसे रिमोट कंट्रोल की मदद से एक्टिव किया गया था.
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एक फोन से जंग रोक दूंगा... ट्रंप का जुमला नहीं था वो, पुतिन यह क्या संकेत दे रहे
- Friday December 20, 2024
- Reported by: ANI, Edited by: रितु शर्मा
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि वह संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने पर काम करेंगे. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह ऐसा कैसे करेंगे. इस महीने पेरिस में फ्रांसीसी नेता इमैनुएल मैक्रों द्वारा आयोजित एक बैठक में ट्रंप ने जेलेंस्की से मुलाकात की थी.
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रूस की टेंशन बढ़ा रहा ब्रिटेन, यूक्रेन की सैन्य शक्ति को और बढ़ाएगा, नए सहायता पैकेज का ऐलान
- Thursday December 19, 2024
- Reported by: IANS
ब्रिटेन एक नए सहायता पैकेज के साथ यूक्रेन की सैन्य शक्ति बढ़ाने को तैयार है. एक नए सहायता पैकेज का ऐलान किया गया है. जिसमें नेवल ड्रोन, वायु रक्षा प्रणाली और तोपखाना शामिल हैं. ब्रिटिश रक्षा सचिव जॉन हेली ने यह जानकारी दी. ब्रिटेन के नेतृत्व वाले बहुराष्ट्रीय सैन्य अभियान ऑपरेशन इंटरफ्लेक्स के तहत यूक्रेनी सैनिकों के लिए प्रशिक्षण 2025 में भी जारी रहेगा, चाहे यूक्रेन की शांति प्रक्रिया में कोई भी प्रगति हो या संभावित युद्ध विराम हो. यूक्रेनी राज्य उक्रिनफॉर्म समाचार एजेंसी के साथ एक साक्षात्कार में हेली ने बुधवार को ये बातें कही.
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कौन थे रूसी जनरल इगोर किरिलोव? जिनके लिए इतना बेरहम बना यूक्रेन, स्कूटर में बम लगाकर ले ली जान
- Tuesday December 17, 2024
- Reported by: एएफपी, Edited by: अंजलि कर्मकार
किरिलोव (54) को अप्रैल 2017 में न्यूक्लियर फोर्स का चीफ बनाया गया था. वो रूस के रेडिएशन, केमिकल और बायोलॉजिकल वेपन्स जैसे डिपार्टमेंट के चीफ रह चुके थे.
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कभी मुल्क छोड़ने का नहीं था इरादा लेकिन... सीरिया में तख्तापलट के बाद रूस भागे असद ने पहली बार तोड़ी चुप्पी
- Monday December 16, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
इस्लामिक समूह हयात तहरीर अल-शाम के नेतृत्व में विद्रोही गठबंधन ने 8 दिसंबर को बशीर अल असद को सीरिया की सत्ता से हटा दिया. इसके बाद वो अपने परिवार के साथ देश से भाग गए थे. रूस ने उन्हें पनाह दी है.
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दुनिया टॉप 5: ट्रंप ने अमेरिकी नीति में बड़े बदलाव के दिए संकेत, स्विट्जरलैंड ने भारत का मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा किया खत्म
- Saturday December 14, 2024
- Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर अमेरिका की नीति में बड़ा बदलाव हो सकता है. ट्रंप ने कहा कि मैं रूस में सैकड़ों मील दूर तक मिसाइलें भेजने से बेहद असहमत हूं.
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इस बार बशर अल असद के साथ क्यों नहीं आए रूस और ईरान, भारत क्या करेगा
- Monday December 9, 2024
- Edited by: राजेश कुमार आर्य
हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) के लड़ाकों ने रविवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क पर कब्जा जमा लिया. इसी के साथ राष्ट्रपति बशर अल असद की 24 साल पुरानी सत्ता का अंत हो गया. क्या इस बार रूस और ईरान से सीरिया की तरफ से आंखें मूद लीं. अगर हां तो दोनों ने ऐसा क्यों किया.
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3 थके हुए दोस्त और... रूस, ईरान, हिजबुल्लाह ने असद को अकेला क्यों छोड़ा? सीरिया की पूरी कहानी समझिए
- Monday December 9, 2024
- Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: रितु शर्मा
59 वर्षीय बशर अल-असद ने अपने पिता हाफ़िज़ अल-असद की मृत्यु के बाद साल 2000 में सीरिया की सत्ता संभाली थी. साल 2011 के विरोध प्रदर्शनों का सामना करते हुए उन्होंने अपने पिता के क्रूर तरीकों को अपनाया और सीरिया को गृहयुद्ध में झोंका दिया था.
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Explainer: सीरिया के पतन से मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन पर क्या होगा असर?
- Sunday December 8, 2024
- Written by: सूर्यकांत पाठक
मध्य पूर्व में एक बड़े तख्ता पलट के तहत सीरिया में इस्लामी विद्रोहियों ने दमिश्क पर नियंत्रण करने के बाद रविवार को राष्ट्रपति बशर अल-असद को पद से हटाने की घोषणा कर दी. इससे असद को भागने पर मजबूर होना पड़ा. करीब 13 साल से अधिक समय तक चले गृहयुद्ध के बाद असद के परिवार के दशकों के शासन का अंत हो गया. बशर अल-असद का पतन क्षेत्र में बड़ा प्रभाव रखने वाले रूस और ईरान के लिए एक बड़ा झटका है. यह दोनों असद के ऐसे प्रमुख सहयोगी हैं जिन्होंने संघर्ष में महत्वपूर्ण दौर में उनका समर्थन किया था.
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क्या भारत रुकवाएगा रूस-यूक्रेन युद्ध, एस जयशंकर ने दे दिया कुछ ऐसा जवाब
- Sunday December 8, 2024
- Written by: समरजीत सिंह
एस जयशंकर ने कहा कि रूस और यूक्रेन युद्ध का खामियाजा विकासशील देशों को भी भुगतना पड़ रहा है. ऐसे 125 देश हैं जहां रूस और यूक्रेन युद्ध का सीधा असर पड़ता दिख रहा है.
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रूस से हार मानने को तैयार यूक्रेन! जेलेंस्की का नया बयान चौंकाने वाला
- Tuesday December 3, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है और अब तनाव में कुछ कमी के आसार दिखने लगे हैं . रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बयान और अमेरिकी चुनाव का असर युद्ध पर दिखने लगा है. रूस की आक्रामकता और जेलेंस्की के रुख में कुछ बदलाव आने वाले दिनों में शांति का रास्ता दिखा सकते हैं . ऐसा लगने लगा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी खूनी संघर्ष को रोका जा सकता है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक बयान में कहा कि वह "शांति प्राप्त करने" के लिए रूसी कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्र से हक छोड़ने को तैयार हैं. इसका अर्थ साफ है कि रूस जिन इलाकों पर कब्जा कर चुका है उसे यूक्रेन अब छोड़ने को तैयार है. लंदन के द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ज़ेलेंस्की ने कहा कि कीव मास्को के साथ युद्धविराम समझौते पर काम करने को तैयार है, लेकिन इसके साथ ही जेलेंस्की ने कुछ शर्तों की बात भी कही है.
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यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के युद्ध विराम की शर्तों पर रूस 'मौन'
- Sunday December 1, 2024
- Reported by: IANS
जेलेंस्की ने कहा कि बाद में, यूक्रेन कूटनीतिक तरीके से उन क्षेत्रों को वापस ले सकता है, जो अभी रूस के नियंत्रण में हैं. उन्होंने कहा कि नाटो के निमंत्रण में यूक्रेन की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं को मान्यता दी जानी चाहिए.
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रूस से समझौते को तैयार हुआ यूक्रेन, सिर्फ अपने कब्जे वाले इलाके पर चाहता है नाटो 'कवच'
- Saturday November 30, 2024
- Edited by: विजय शंकर पांडेय
Russia Ukraine Peace Agreement: रूस और यूक्रेन के बीच अब शांति समझौते को लेकर मामला आगे बढ़ने लगा है. जेलेंस्की भी अब इस पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने खुद एक रास्ता भी नाटो को सुझाया है.
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यूक्रेन पर परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेगा रूस? एक प्रश्न के जवाब में ये क्या बोले पुतिन
- Friday November 29, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
आज की 21वीं सदी में कोई युद्ध इतना लंबा चल सकता है जितना कि रूस और यूक्रेन में बीच चला है, सोचना भी असंभव है. दोनों देशों में एक परमाणु शक्ति संपन्न देश है और दूसरा अपनी सैन्य सहायता के लिए बाहरी मुल्कों पर निर्भर है. ऐसी स्थिति में भी ढाई साल से ज्यादा युद्ध चल जाए तो आज के समय में यह आश्चर्य ही है. रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं और इसी शक्ति के दम रूस लगातार अमेरिका सहित उन देशों को धमकाता आ रहा है जो यूक्रेन की मदद कर रहे हैं.
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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के जाने के बाद और डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद यूक्रेन का क्या होगा, क्या है रूस की चाल
- Thursday November 28, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
24 फरवरी 2022 से शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध को 1000 से ज्यादा दिन हो गए हैं. दोनों ओर से अभी भी कोई भी झुकने को तैयार नहीं है. दोनों ओर से दावे अभी भी जारी है, लेकिन भीतर से दोनों ओर की सरकारें और सेनाएं इस बात को महसूस कर रही हैं कि युद्ध से अभी तक कुछ भी बड़ा हासिल नहीं हुआ और हौसला दरकने लगा है. इतने लंबे समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध ने इसी महीने और भयंकर रूप ले लिया है. रूस की ओर से दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन के उत्तर पूर्वी खारकीव क्षेत्र के एक गांव पर कब्जा कर लिया गया है. ऐसे माहौल में यूक्रेन की स्थिति कुछ कमजोर होती जा रही है. यूक्रेन के पूर्व विदेश मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि व्लादिमीर पुतिन अपना इरादा बना चुके हैं और वह किसी की नहीं सुनेंगे.
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