Iran News
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
- फोटो
- वेब स्टोरी
-
ईरान के सुप्रीम कोर्ट में गोलीबारी में दो जजों की मौत, हमलावर ने भी की आत्महत्या : रिपोर्ट
- Sunday January 19, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
न्यायपालिका के प्रवक्ता असगर जहांगीर ने सरकारी टेलीविज़न पर कहा कि "एक व्यक्ति ने बंदूक लेकर दो जजों के कमरे में प्रवेश किया" और उन्हें गोली मार दी.
- ndtv.in
-
UN में इजरायल ने हिजबुल्लाह पर ईरान की मदद से फिर से हथियार जुटाने की कोशिश करने का लगाया आरोप
- Tuesday January 14, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
इजरायल में संयुक्त राष्ट्र के एंबेसडर डैनी डेनन ने 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद को लिखा, "युद्ध के दौरान हिजबुल्लाह की सैन्य क्षमताएं काफी कम हो गई थीं लेकिन अब वो ईरान की सहायता से अपनी ताकत बढ़ाने और फिर से हथियारबंद होने की कोशिश कर रहे हैं."
- ndtv.in
-
5 साल की तैयारी, 1 घंटे में काम तमाम; जानिए इजरायल ने सीरिया में ईरानी मिसाइल फैक्ट्री को कैस किया तबाह
- Friday January 3, 2025
- Reported by: IANS
रिपोर्ट के मुताबिक यह फैक्ट्री ईरान की थी और असद के तेहरान के साथ गहरे रिश्ते थे. असद ने ईरान को लेबनान में हिजबुल्लाह को हथियार बनाने और वितरित करने के लिए सीरियाई जमीन का इस्तेमाल करने की अनुमति दी थी.
- ndtv.in
-
इटली-ईरान के बीच बढ़े तनाव में अमेरिका का क्या है कनेक्शन? जानें पूरी कहानी
- Friday January 3, 2025
- Reported by: IANS
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि वह 13 दिसंबर को पत्रकार वीजा पर देश में आई थी और उसे इस्लामिक गणराज्य के कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
- ndtv.in
-
Explainer: कभी बिकिनी में बोल्ड दिखने वाली ईरानी महिलाओं के सिर पर कैसे आया हिजाब? क्या है इसकी कहानी
- Tuesday December 17, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
ईरान में हिजाब लंबे समय से विवाद का मुद्दा रहा है. हिजाब का मुद्दा 70 साल पुराना है. 1979 से पहले ईरान बहुत ही खुला हुआ समाज था. वहां महिलाओं को वोटिंग राइट से लेकर शॉर्ट्स और बिकिनी पहनने की इजाजत थी. लेकिन, शाह के तख्तापलट के बाद सब कुछ बदल गया. हिजाब को महिलाओं के लिए अनिवार्य कर दिया गया.
- ndtv.in
-
ईरान की सिंगर ने वर्चुअल कॉन्सर्ट में किया परफॉर्म, हिजाब नहीं पहनने पर हुई अरेस्ट
- Sunday December 15, 2024
- NDTV
परस्तू अहमदी ने गुरुवार को अपना कॉन्सर्ट ऑनलाइन पोस्ट किया था और इसके बाद ही एक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
- ndtv.in
-
इस बार बशर अल असद के साथ क्यों नहीं आए रूस और ईरान, भारत क्या करेगा
- Monday December 9, 2024
- Edited by: राजेश कुमार आर्य
हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) के लड़ाकों ने रविवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क पर कब्जा जमा लिया. इसी के साथ राष्ट्रपति बशर अल असद की 24 साल पुरानी सत्ता का अंत हो गया. क्या इस बार रूस और ईरान से सीरिया की तरफ से आंखें मूद लीं. अगर हां तो दोनों ने ऐसा क्यों किया.
- ndtv.in
-
Explainer: सीरिया के पतन से मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन पर क्या होगा असर?
- Sunday December 8, 2024
- Written by: सूर्यकांत पाठक
मध्य पूर्व में एक बड़े तख्ता पलट के तहत सीरिया में इस्लामी विद्रोहियों ने दमिश्क पर नियंत्रण करने के बाद रविवार को राष्ट्रपति बशर अल-असद को पद से हटाने की घोषणा कर दी. इससे असद को भागने पर मजबूर होना पड़ा. करीब 13 साल से अधिक समय तक चले गृहयुद्ध के बाद असद के परिवार के दशकों के शासन का अंत हो गया. बशर अल-असद का पतन क्षेत्र में बड़ा प्रभाव रखने वाले रूस और ईरान के लिए एक बड़ा झटका है. यह दोनों असद के ऐसे प्रमुख सहयोगी हैं जिन्होंने संघर्ष में महत्वपूर्ण दौर में उनका समर्थन किया था.
- ndtv.in
-
लंबी लड़ाई के बाद इजरायल को चाहिए गोला-बारूद, दुनिया में मची हथियारों की होड़
- Friday November 29, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
युद्धविराम के बाद इजराइल (Israel) की सबसे बड़ी चुनौती लेबनान (Lebanon) में नहीं बल्कि अमेरिका और जर्मनी (United States and Germany) में है. क्या कारण इस पर बात करेंगे, लेकिन ऐसी स्थिति क्यों बनी पहले यह समझना जरूरी हो जाता है. इजरायल ने गाज़ा (Gaza) में हमास (Hamas) के खिलाफ पिछले एक साल से ज्यादा समय से हमले कर रहा है. फिर पिछले दो महीने से ज्यादा वक्त तक लेबनान पर भी इजरायल ने कई हमले किए ताकि हिजबुल्लाह (Hezbollah) लड़ाकों का सफाया किया जा सके. इस बीच में ईरान (Iran) और इजरायल ने एक दूसरे पर मिसाइल और लड़ाकू विमानों से हमले किए. इतने लंबे समय से गोला-बारूद, मिसाइलों से हमले, टैंकों का इस्तेमाल, लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल और लड़ाकू हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करने से इजरायल का रक्षा तंत्र कुछ कमजोर होता जा रहा है.
- ndtv.in
-
हिजबुल्लाह का हो गया सफाया, इजरायल को फिर क्यों सता रहा वापसी का डर
- Friday November 29, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
लेबनान के साथ इजरायल ने समझौता कर लिया है. इजरायल लेबनान के भीतर हिजबुल्लाह आतंकी संगठन को निशाना बना रहा था और इजरायल ने संगठन को मिटाने के अपने मकसद को पूरा करने के बाद इजरायल से समझौता भी कर लिया और एक सवाल जो सबके मन में है कि क्या हिजबुल्लाह के आतंकियों को पूरी तरह से मिटा दिया गया है. क्या उनके हथियारों को नष्ट कर दिया गया है. क्या अब फिर कभी हिजबुल्लाह के लड़ाके फिर कभी सिर नहीं उठा पाएंगे. 27 नवंबर को यह समझौता किया गया और इसे तुरंत इसी शर्त के साथ लागू किया गया कि यदि लेबनान की ओर से फिर इजरायल पर कोई हमला होता है तब इजरायल एक बार फिर सैन्य कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है. इजरायल ने भी इस बारे में धमकी में यह बात कही है.
- ndtv.in
-
खामेनेई ने चुना उत्तराधिकारी! जानें कौन है मोजतबा जिसको मिल रही ईरान के सुप्रीम लीडर की गद्दी
- Monday November 18, 2024
- Reported by: ख़बर न्यूज़ डेस्क, Edited by: तिलकराज
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने अपने बेटे मोजतबा को अपना उत्तराधिकारी चुन लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है. मोजतबा 1987 से 1988 तक ईरान-इराक युद्ध में भाग ले चुके हैं.
- ndtv.in
-
ईरान के साथ क्या करना चाहता है इजरायल, नेतन्याहू ने बताया 'सीक्रेट प्लान'
- Monday November 18, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
ईरान और इजरायल के बीच तनाव जारी है. दोनों ओर से एक दूसरे पर जवाबी कार्रवाई की बात हो रही है. ईरान ने अप्रैल और फिर अक्तूबर में एक साथ करीब 200 मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया. इजरायल ने इसके जवाब में ईरान के सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की. लेकिन, मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. तनाव बढ़ता जा रहा है. ईरान के हमले के बाद इजरायल तेहरान पर बड़ी कार्रवाई करना चाहता था लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सीमित हमले के लिए ही हामी भरी. इजरायल कहीं ज्यादा बड़ी कार्रवाई न कर दे इसके लिए अमेरिका की ओर से सहायता में कमी की धमकी भी दी गई. दबाव में ही सही इजरायल ने ईरान पर हमला सीमित दायरे में किया.
- ndtv.in
-
ट्रंप के कार्यकाल में ऑयल मार्केट में हो सकते हैं अहम बदलाव, कच्चे तेल की कीमतों पर होगा असर
- Monday November 11, 2024
- Reported by: IANS, Edited by: विजय शंकर पांडेय
Crude Oil Prices: डोनाल्ड ट्रंप के शासन में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. जानिए क्यों होगा ऐसा...
- ndtv.in
-
पाकिस्तानी से सटी ईरान की सीमा पर आतंकी हमला, 5 बलूच ईरानी सैनिकों की हुई मौत
- Monday November 11, 2024
- Reported by: AP
खबर में कहा गया है कि मृतक सुरक्षाकर्मी अर्द्धसैन्य रेवोल्यूशनरी गार्ड के स्वयंसेवी बासिज बल के जातीय बलूच सदस्य थे तथा उनकी सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत के सरावन शहर में मौत हुई.
- ndtv.in
-
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से आ सकते हैं ईरान के 'बुरे दिन'
- Friday November 8, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
ईरान में तनाव की दोहरी मार पड़ रही है. शिया मुस्लिम बहुल इस देश में पहले से ही इजरायल के साथ युद्ध के विस्तार का खतरा मंडरा रहा है वहीं अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की घंटी बजने लगी है. यह खतरा अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump victory in US elections) की जीत से आ गया है. ईरान की करेंसी रियाल (Iran Currency Rial) अब अमेरिकी डॉलर (US Dollar) की तुलना में रसातल पर चली गई है. इसका असर सीधा ईरान की अर्थव्यवस्था (Economy of Iran) पर पड़ना लाजमी हो गया है. एक डॉलर में इस समय करीब सात लाख रियाल आ जाएंगे. दो दिनों से रियाल की स्थिति अंतरराष्ट्रीय बाजार में इतनी गिरी हुई है.
- ndtv.in
-
ईरान के सुप्रीम कोर्ट में गोलीबारी में दो जजों की मौत, हमलावर ने भी की आत्महत्या : रिपोर्ट
- Sunday January 19, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
न्यायपालिका के प्रवक्ता असगर जहांगीर ने सरकारी टेलीविज़न पर कहा कि "एक व्यक्ति ने बंदूक लेकर दो जजों के कमरे में प्रवेश किया" और उन्हें गोली मार दी.
- ndtv.in
-
UN में इजरायल ने हिजबुल्लाह पर ईरान की मदद से फिर से हथियार जुटाने की कोशिश करने का लगाया आरोप
- Tuesday January 14, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
इजरायल में संयुक्त राष्ट्र के एंबेसडर डैनी डेनन ने 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद को लिखा, "युद्ध के दौरान हिजबुल्लाह की सैन्य क्षमताएं काफी कम हो गई थीं लेकिन अब वो ईरान की सहायता से अपनी ताकत बढ़ाने और फिर से हथियारबंद होने की कोशिश कर रहे हैं."
- ndtv.in
-
5 साल की तैयारी, 1 घंटे में काम तमाम; जानिए इजरायल ने सीरिया में ईरानी मिसाइल फैक्ट्री को कैस किया तबाह
- Friday January 3, 2025
- Reported by: IANS
रिपोर्ट के मुताबिक यह फैक्ट्री ईरान की थी और असद के तेहरान के साथ गहरे रिश्ते थे. असद ने ईरान को लेबनान में हिजबुल्लाह को हथियार बनाने और वितरित करने के लिए सीरियाई जमीन का इस्तेमाल करने की अनुमति दी थी.
- ndtv.in
-
इटली-ईरान के बीच बढ़े तनाव में अमेरिका का क्या है कनेक्शन? जानें पूरी कहानी
- Friday January 3, 2025
- Reported by: IANS
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि वह 13 दिसंबर को पत्रकार वीजा पर देश में आई थी और उसे इस्लामिक गणराज्य के कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
- ndtv.in
-
Explainer: कभी बिकिनी में बोल्ड दिखने वाली ईरानी महिलाओं के सिर पर कैसे आया हिजाब? क्या है इसकी कहानी
- Tuesday December 17, 2024
- Edited by: अंजलि कर्मकार
ईरान में हिजाब लंबे समय से विवाद का मुद्दा रहा है. हिजाब का मुद्दा 70 साल पुराना है. 1979 से पहले ईरान बहुत ही खुला हुआ समाज था. वहां महिलाओं को वोटिंग राइट से लेकर शॉर्ट्स और बिकिनी पहनने की इजाजत थी. लेकिन, शाह के तख्तापलट के बाद सब कुछ बदल गया. हिजाब को महिलाओं के लिए अनिवार्य कर दिया गया.
- ndtv.in
-
ईरान की सिंगर ने वर्चुअल कॉन्सर्ट में किया परफॉर्म, हिजाब नहीं पहनने पर हुई अरेस्ट
- Sunday December 15, 2024
- NDTV
परस्तू अहमदी ने गुरुवार को अपना कॉन्सर्ट ऑनलाइन पोस्ट किया था और इसके बाद ही एक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
- ndtv.in
-
इस बार बशर अल असद के साथ क्यों नहीं आए रूस और ईरान, भारत क्या करेगा
- Monday December 9, 2024
- Edited by: राजेश कुमार आर्य
हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) के लड़ाकों ने रविवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क पर कब्जा जमा लिया. इसी के साथ राष्ट्रपति बशर अल असद की 24 साल पुरानी सत्ता का अंत हो गया. क्या इस बार रूस और ईरान से सीरिया की तरफ से आंखें मूद लीं. अगर हां तो दोनों ने ऐसा क्यों किया.
- ndtv.in
-
Explainer: सीरिया के पतन से मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन पर क्या होगा असर?
- Sunday December 8, 2024
- Written by: सूर्यकांत पाठक
मध्य पूर्व में एक बड़े तख्ता पलट के तहत सीरिया में इस्लामी विद्रोहियों ने दमिश्क पर नियंत्रण करने के बाद रविवार को राष्ट्रपति बशर अल-असद को पद से हटाने की घोषणा कर दी. इससे असद को भागने पर मजबूर होना पड़ा. करीब 13 साल से अधिक समय तक चले गृहयुद्ध के बाद असद के परिवार के दशकों के शासन का अंत हो गया. बशर अल-असद का पतन क्षेत्र में बड़ा प्रभाव रखने वाले रूस और ईरान के लिए एक बड़ा झटका है. यह दोनों असद के ऐसे प्रमुख सहयोगी हैं जिन्होंने संघर्ष में महत्वपूर्ण दौर में उनका समर्थन किया था.
- ndtv.in
-
लंबी लड़ाई के बाद इजरायल को चाहिए गोला-बारूद, दुनिया में मची हथियारों की होड़
- Friday November 29, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
युद्धविराम के बाद इजराइल (Israel) की सबसे बड़ी चुनौती लेबनान (Lebanon) में नहीं बल्कि अमेरिका और जर्मनी (United States and Germany) में है. क्या कारण इस पर बात करेंगे, लेकिन ऐसी स्थिति क्यों बनी पहले यह समझना जरूरी हो जाता है. इजरायल ने गाज़ा (Gaza) में हमास (Hamas) के खिलाफ पिछले एक साल से ज्यादा समय से हमले कर रहा है. फिर पिछले दो महीने से ज्यादा वक्त तक लेबनान पर भी इजरायल ने कई हमले किए ताकि हिजबुल्लाह (Hezbollah) लड़ाकों का सफाया किया जा सके. इस बीच में ईरान (Iran) और इजरायल ने एक दूसरे पर मिसाइल और लड़ाकू विमानों से हमले किए. इतने लंबे समय से गोला-बारूद, मिसाइलों से हमले, टैंकों का इस्तेमाल, लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल और लड़ाकू हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करने से इजरायल का रक्षा तंत्र कुछ कमजोर होता जा रहा है.
- ndtv.in
-
हिजबुल्लाह का हो गया सफाया, इजरायल को फिर क्यों सता रहा वापसी का डर
- Friday November 29, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
लेबनान के साथ इजरायल ने समझौता कर लिया है. इजरायल लेबनान के भीतर हिजबुल्लाह आतंकी संगठन को निशाना बना रहा था और इजरायल ने संगठन को मिटाने के अपने मकसद को पूरा करने के बाद इजरायल से समझौता भी कर लिया और एक सवाल जो सबके मन में है कि क्या हिजबुल्लाह के आतंकियों को पूरी तरह से मिटा दिया गया है. क्या उनके हथियारों को नष्ट कर दिया गया है. क्या अब फिर कभी हिजबुल्लाह के लड़ाके फिर कभी सिर नहीं उठा पाएंगे. 27 नवंबर को यह समझौता किया गया और इसे तुरंत इसी शर्त के साथ लागू किया गया कि यदि लेबनान की ओर से फिर इजरायल पर कोई हमला होता है तब इजरायल एक बार फिर सैन्य कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है. इजरायल ने भी इस बारे में धमकी में यह बात कही है.
- ndtv.in
-
खामेनेई ने चुना उत्तराधिकारी! जानें कौन है मोजतबा जिसको मिल रही ईरान के सुप्रीम लीडर की गद्दी
- Monday November 18, 2024
- Reported by: ख़बर न्यूज़ डेस्क, Edited by: तिलकराज
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने अपने बेटे मोजतबा को अपना उत्तराधिकारी चुन लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है. मोजतबा 1987 से 1988 तक ईरान-इराक युद्ध में भाग ले चुके हैं.
- ndtv.in
-
ईरान के साथ क्या करना चाहता है इजरायल, नेतन्याहू ने बताया 'सीक्रेट प्लान'
- Monday November 18, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
ईरान और इजरायल के बीच तनाव जारी है. दोनों ओर से एक दूसरे पर जवाबी कार्रवाई की बात हो रही है. ईरान ने अप्रैल और फिर अक्तूबर में एक साथ करीब 200 मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया. इजरायल ने इसके जवाब में ईरान के सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की. लेकिन, मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. तनाव बढ़ता जा रहा है. ईरान के हमले के बाद इजरायल तेहरान पर बड़ी कार्रवाई करना चाहता था लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सीमित हमले के लिए ही हामी भरी. इजरायल कहीं ज्यादा बड़ी कार्रवाई न कर दे इसके लिए अमेरिका की ओर से सहायता में कमी की धमकी भी दी गई. दबाव में ही सही इजरायल ने ईरान पर हमला सीमित दायरे में किया.
- ndtv.in
-
ट्रंप के कार्यकाल में ऑयल मार्केट में हो सकते हैं अहम बदलाव, कच्चे तेल की कीमतों पर होगा असर
- Monday November 11, 2024
- Reported by: IANS, Edited by: विजय शंकर पांडेय
Crude Oil Prices: डोनाल्ड ट्रंप के शासन में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. जानिए क्यों होगा ऐसा...
- ndtv.in
-
पाकिस्तानी से सटी ईरान की सीमा पर आतंकी हमला, 5 बलूच ईरानी सैनिकों की हुई मौत
- Monday November 11, 2024
- Reported by: AP
खबर में कहा गया है कि मृतक सुरक्षाकर्मी अर्द्धसैन्य रेवोल्यूशनरी गार्ड के स्वयंसेवी बासिज बल के जातीय बलूच सदस्य थे तथा उनकी सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत के सरावन शहर में मौत हुई.
- ndtv.in
-
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से आ सकते हैं ईरान के 'बुरे दिन'
- Friday November 8, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
ईरान में तनाव की दोहरी मार पड़ रही है. शिया मुस्लिम बहुल इस देश में पहले से ही इजरायल के साथ युद्ध के विस्तार का खतरा मंडरा रहा है वहीं अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की घंटी बजने लगी है. यह खतरा अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump victory in US elections) की जीत से आ गया है. ईरान की करेंसी रियाल (Iran Currency Rial) अब अमेरिकी डॉलर (US Dollar) की तुलना में रसातल पर चली गई है. इसका असर सीधा ईरान की अर्थव्यवस्था (Economy of Iran) पर पड़ना लाजमी हो गया है. एक डॉलर में इस समय करीब सात लाख रियाल आ जाएंगे. दो दिनों से रियाल की स्थिति अंतरराष्ट्रीय बाजार में इतनी गिरी हुई है.
- ndtv.in