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कोविड काल, आर्टिकल 370, ट्रिपल तलाक, राम मंदिर... 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र में PM मोदी की 10 बड़ी बातें
- Saturday February 10, 2024
- Reported by: ANI, Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
Pm Modi Speech in Parliament: 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र को आज पीएम मोदी ने आज संबोधित किया. उन्होंने कोविड काल, जम्मू कश्मीर, धारा 370, आतंकवाद, जी-20, तीन तलाक, राम मंदिर, नए संसद भवन सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. पीएम ने कहा क 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए
- ndtv.in
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"17वीं लोकसभा ने वो हासिल किया जिसका पीढ़ियों को इंतजार था" : PM मोदी ने संसद में कहा
- Saturday February 10, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, 17वीं लोकसभा ने वह हासिल किया है जिसका पीढ़ियों को इंतजार था. पीएम मोदी ने संसद में कहा कि, मुझे विश्वास है कि जैसे ही हम 17वीं लोकसभा का समापन करेंगे, हम 100 प्रतिशत से अधिक उत्पादकता हासिल करने के संकल्प के साथ 18वीं लोकसभा में प्रवेश करेंगे. इस कार्यकाल में बहुत सारे रिफॉर्म्स हुए हैं. 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव उन सारी बातों में नजर आती है. बदलाव की तरफ देश तेज गति से आगे बढ़ा है और सदन के सभी साथियों ने अपनी हिस्सेदारी निभाई है.
- ndtv.in
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''ये पांच साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे'' : लोकसभा में PM मोदी
- Saturday February 10, 2024
- Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, कि आज का ये दिवस लोकतंत्र की एक महान परंपरा का महत्वपूर्ण दिवस है. 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी सबने अपने सामर्थ्य से देश को उचित दिशा देने का प्रयास किया.
- ndtv.in
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Parliament Budget Session : 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए - PM मोदी
- Saturday February 10, 2024
- Edited by: तिलकराज
Parliament Budget Session : लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के बनने का इंतजार देश की 100 करोड़ की जनता को था.
- ndtv.in
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Ram Mandir: अगर आप भी बनना चाहते हैं इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी तो जानें कब और कैसे करें रामलला के दर्शन, ये है आरती का समय
- Monday January 22, 2024
- Edited by: अनु चौहान
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला विराजित हो रहे हैं. मंदिर में कब और कैसे कर सकेंगे दर्शन, जानें.
- ndtv.in
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बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी : अयोध्या में हाई अलर्ट जारी, चप्पे-चप्पे पर बढ़ाई सुरक्षा
- Wednesday December 6, 2023
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: Samarjeet Singh
खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद अयोध्या में खास तौर पर राम मंदिर के आसपास विशेष तौर पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.
- ndtv.in
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अयोध्या जमीन विवाद : एक परिवार ने लगाया आरोप, ट्रस्ट को बेची गई जमीन उनके पुरखों के वक्फ की
- Tuesday June 22, 2021
- Reported by: कमाल खान
वक्फ की बताई जा रही इस जमीन को खरीदने-बेचने वाले हरीश पाठक का अयोध्या का घर धोखेधड़ी के मामले में कुर्क है. उस पर सरकारी ताला लगा है. वो एक बकरी खरीदने पर कुछ दिन में दो बकरी खरीदने की योजना चलाते थे. उनके खिलाफ हुई एफआईआर में उन पर आरोप है कि वो निवेशकों की हजारों बकरियां और लाखों रुपये लेकर फरार है.
- ndtv.in
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राम मंदिर पर नेहरूजी और राजीव गांधी का जो रुख था, मैं उसी पर हूं : कमलनाथ
- Friday August 14, 2020
- Reported by: भाषा, Edited by: मानस मिश्रा
मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शुक्रवार को कहा कि वह अयोध्या राम मंदिर मसले पर अपनी पार्टी की लाइन पर ही चले हैं. कमलनाथ ने कहा, 'राम मंदिर पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरूजी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जो रूख था, मैं उसी पर हूं. इसे किसी अन्य परिप्रेक्ष्य में नहीं देखा जाना चाहिए.' उनसे केरल में त्रिशूर के सांसद टीएन प्रतापन द्वारा कांग्रेस के 'सॉफ्ट हिन्दुत्व' को अपनाने को लेकर पार्टी आलाकमान को आगाह करने वाली खबरों के बारे में सवाल किया गया था. इस पर, उन्होंने कहा, 'राजीव जी ने (1985 में) राम मंदिर का ताला खुलवाया था. हम बाबरी मस्जिद गिराए जाने के खिलाफ थे. कांग्रेस का रुख साफ था कि हम इस पर अदालत के फैसले का पालन करेंगे.'
- ndtv.in
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अयोध्या पर आए फैसले पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा- गलत तथ्य पेश किए गए, फैसले से संतुष्ट नहीं
- Saturday November 9, 2019
- एनडीटीवी
अयोध्या पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा है कि वह फैसले से संतुष्ट नहीं हैं. बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा, 'कुछ गलत तथ्य पेश किए गए हैं हम उनकी जांच करेंगे. सुप्रीम कोर्ट का फैसला है हम उसका सम्मान करते हैं.
- ndtv.in
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अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं, अमन-चैन का वातावरण बनाए रखें : कांग्रेस
- Saturday November 9, 2019
- Reported by: राजीव रंजन
अयोध्या मुद्दे पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सम्मान करती है. हम सभी संबंधित पक्षों व सभी समुदायों से निवेदन करते हैं कि भारत के संविधान में स्थापित 'सर्वधर्म सम्भाव' और भाईचारे के उच्च मूल्यों को निभाते हुए अमन-चैन का वातावरण बनाए रखें. हर भारतीय की जिम्मेदारी है कि हम सब देश की सदियों पुरानी परस्पर सम्मान और एकता की संस्कृति व परंपरा को जीवंत रखें. सूत्रों के मुताबिक पार्टी के नेताओं को पहले ही हिदायद दे दी गई थी कि अनुच्छेद 370 की तरह सभी अलग-अलग बयान न दें. अयोध्या के फैसले को देखते हुए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक भी बुलाई गई थी.
- ndtv.in
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SP प्रमुख अखिलेश यादव का हमला, कहा- 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कैसे पता कि अदालत में...'
- Sunday October 6, 2019
- भाषा
समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) द्वारा कथित रूप से अयोध्या मामले (Ayodhya) में बहुत जल्द 'बड़ी खुशखबरी' मिलने के दावे पर रविवार को सवाल उठाए.
- ndtv.in
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Exclusive : अयोध्या पर मध्यस्थता क्यों फेल हुई? सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड जमीन छोड़ने को तैयार था
- Wednesday August 7, 2019
- Reported by: कमाल खान, Edited by: सूर्यकांत पाठक
एनडीटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक अयोध्या मसले पर मध्यस्थता में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड मंदिर के लिए विवादित ज़मीन पर दावा छोड़ने के लिए तैयार था. उसका यह भी कहना था कि वह इसके बदले मस्जिद बनाने के लिए कोई जमीन नहीं लेगा. लेकिन वक्त की कमी से एक और पक्षकार को मनाया नहीं जा सका.अब मुस्लिम उलेमा का एक बड़ा वर्ग चाहता है कि मुक़दमे की सुनवाई के साथ-साथ मध्यस्थता फिर शुरू की जाए ताकि मसले का हल कोर्ट के बाहर निकल आए.
- ndtv.in
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अयोध्या विवाद: मध्यस्थता कमेटी आज से शुरू करेगी सुनवाई, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
- Wednesday March 13, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
मध्यस्थता के जरिए अयोध्या मामले को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित तीन सदस्यीय कमेटी मंगलवार को अयोध्या पहुंची. आज से इस मामले पर सुनवाई शुरू हो रही है. मध्यस्थता की मदद से कई सालों से अटके इस विवाद को निपटाने की कवायद की जा रही है. बुधवार को बातचीत के लिए 25 लोगों को बुलाया गया है. अवध यूनिवर्सिटी के इंजिनियरिंग कैंपस स्थित गेस्ट हाउस में कमेटी के ठहरने का इंतजाम किया गया हैं
- ndtv.in
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अयोध्या विवाद का पूरा इतिहास, जानें अब तक क्या-क्या हुआ, 25 बड़ी बातें
- Friday March 8, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
अयोध्या में मंदिर मस्जिद के लिए मुकदमा लड़ते सवा सौ साल हो गया है. इस एक मुद्दे ने बड़े बड़े नेता बना दिए. सरकारें बना दीं और सरकारें गिरा दीं. सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद का सर्वमान्य समाधान खोजने के लिये शुक्रवार को शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश एफएमआई कलीफुल्ला की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय मध्यस्थता समिति गठित कर दी. इस समिति को आठ सप्ताह के भीतर मध्यस्थता की कार्यवाही पूरी करनी है. प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने अपने आदेश में कहा कि मध्यस्थता के लिये गठित समिति के अन्य सदस्यों में आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पांचू शामिल हैं. पीठ ने कहा कि समिति, आवश्यकता हो तो, इसमें और सदस्य शामिल कर सकती है. संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर शामिल हैं.
- ndtv.in
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अयोध्या : मंदिर-मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की 5 बड़ी बातें
- Friday March 8, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए मध्यस्थता के जरिए इस मसले को सुलझाने का आदेश दिया है. माना जा रहा है कि बातचीत से सालों से चले रहे इस विवाद का निपटारा किया जा सकता है. हालांकि कोर्ट से इतर भी कई बार बातचीत की कोशिश हो चुकी है. लेकिन इस मुद्दे को लेकर सभी पक्षों को मनाना आसान नहीं काम नहीं था. हालांकि इस फैसले के पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता की बात कई बार कह चुका है. आज आया फैसला कई मायनों में अहम है क्योंकि इस बातचीत कोर्ट की निगरानी में होगी. बातचीत के लिए एक समिति का गठन किया गया है. जिससे अध्यक्ष मोहम्मद इब्राहिम खलीफुल्ला हैं. वह 22 जुलाई को 2016 को सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर रिटायर हुए थे. इसके अलावा धार्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचू मध्यस्थता समिति में शामिल हैं.
- ndtv.in
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कोविड काल, आर्टिकल 370, ट्रिपल तलाक, राम मंदिर... 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र में PM मोदी की 10 बड़ी बातें
- Saturday February 10, 2024
- Reported by: ANI, Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
Pm Modi Speech in Parliament: 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र को आज पीएम मोदी ने आज संबोधित किया. उन्होंने कोविड काल, जम्मू कश्मीर, धारा 370, आतंकवाद, जी-20, तीन तलाक, राम मंदिर, नए संसद भवन सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. पीएम ने कहा क 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए
- ndtv.in
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"17वीं लोकसभा ने वो हासिल किया जिसका पीढ़ियों को इंतजार था" : PM मोदी ने संसद में कहा
- Saturday February 10, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, 17वीं लोकसभा ने वह हासिल किया है जिसका पीढ़ियों को इंतजार था. पीएम मोदी ने संसद में कहा कि, मुझे विश्वास है कि जैसे ही हम 17वीं लोकसभा का समापन करेंगे, हम 100 प्रतिशत से अधिक उत्पादकता हासिल करने के संकल्प के साथ 18वीं लोकसभा में प्रवेश करेंगे. इस कार्यकाल में बहुत सारे रिफॉर्म्स हुए हैं. 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव उन सारी बातों में नजर आती है. बदलाव की तरफ देश तेज गति से आगे बढ़ा है और सदन के सभी साथियों ने अपनी हिस्सेदारी निभाई है.
- ndtv.in
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''ये पांच साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे'' : लोकसभा में PM मोदी
- Saturday February 10, 2024
- Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, कि आज का ये दिवस लोकतंत्र की एक महान परंपरा का महत्वपूर्ण दिवस है. 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी सबने अपने सामर्थ्य से देश को उचित दिशा देने का प्रयास किया.
- ndtv.in
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Parliament Budget Session : 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए - PM मोदी
- Saturday February 10, 2024
- Edited by: तिलकराज
Parliament Budget Session : लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के बनने का इंतजार देश की 100 करोड़ की जनता को था.
- ndtv.in
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Ram Mandir: अगर आप भी बनना चाहते हैं इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी तो जानें कब और कैसे करें रामलला के दर्शन, ये है आरती का समय
- Monday January 22, 2024
- Edited by: अनु चौहान
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला विराजित हो रहे हैं. मंदिर में कब और कैसे कर सकेंगे दर्शन, जानें.
- ndtv.in
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बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी : अयोध्या में हाई अलर्ट जारी, चप्पे-चप्पे पर बढ़ाई सुरक्षा
- Wednesday December 6, 2023
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: Samarjeet Singh
खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद अयोध्या में खास तौर पर राम मंदिर के आसपास विशेष तौर पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.
- ndtv.in
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अयोध्या जमीन विवाद : एक परिवार ने लगाया आरोप, ट्रस्ट को बेची गई जमीन उनके पुरखों के वक्फ की
- Tuesday June 22, 2021
- Reported by: कमाल खान
वक्फ की बताई जा रही इस जमीन को खरीदने-बेचने वाले हरीश पाठक का अयोध्या का घर धोखेधड़ी के मामले में कुर्क है. उस पर सरकारी ताला लगा है. वो एक बकरी खरीदने पर कुछ दिन में दो बकरी खरीदने की योजना चलाते थे. उनके खिलाफ हुई एफआईआर में उन पर आरोप है कि वो निवेशकों की हजारों बकरियां और लाखों रुपये लेकर फरार है.
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राम मंदिर पर नेहरूजी और राजीव गांधी का जो रुख था, मैं उसी पर हूं : कमलनाथ
- Friday August 14, 2020
- Reported by: भाषा, Edited by: मानस मिश्रा
मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शुक्रवार को कहा कि वह अयोध्या राम मंदिर मसले पर अपनी पार्टी की लाइन पर ही चले हैं. कमलनाथ ने कहा, 'राम मंदिर पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरूजी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जो रूख था, मैं उसी पर हूं. इसे किसी अन्य परिप्रेक्ष्य में नहीं देखा जाना चाहिए.' उनसे केरल में त्रिशूर के सांसद टीएन प्रतापन द्वारा कांग्रेस के 'सॉफ्ट हिन्दुत्व' को अपनाने को लेकर पार्टी आलाकमान को आगाह करने वाली खबरों के बारे में सवाल किया गया था. इस पर, उन्होंने कहा, 'राजीव जी ने (1985 में) राम मंदिर का ताला खुलवाया था. हम बाबरी मस्जिद गिराए जाने के खिलाफ थे. कांग्रेस का रुख साफ था कि हम इस पर अदालत के फैसले का पालन करेंगे.'
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अयोध्या पर आए फैसले पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा- गलत तथ्य पेश किए गए, फैसले से संतुष्ट नहीं
- Saturday November 9, 2019
- एनडीटीवी
अयोध्या पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा है कि वह फैसले से संतुष्ट नहीं हैं. बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा, 'कुछ गलत तथ्य पेश किए गए हैं हम उनकी जांच करेंगे. सुप्रीम कोर्ट का फैसला है हम उसका सम्मान करते हैं.
- ndtv.in
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अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं, अमन-चैन का वातावरण बनाए रखें : कांग्रेस
- Saturday November 9, 2019
- Reported by: राजीव रंजन
अयोध्या मुद्दे पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सम्मान करती है. हम सभी संबंधित पक्षों व सभी समुदायों से निवेदन करते हैं कि भारत के संविधान में स्थापित 'सर्वधर्म सम्भाव' और भाईचारे के उच्च मूल्यों को निभाते हुए अमन-चैन का वातावरण बनाए रखें. हर भारतीय की जिम्मेदारी है कि हम सब देश की सदियों पुरानी परस्पर सम्मान और एकता की संस्कृति व परंपरा को जीवंत रखें. सूत्रों के मुताबिक पार्टी के नेताओं को पहले ही हिदायद दे दी गई थी कि अनुच्छेद 370 की तरह सभी अलग-अलग बयान न दें. अयोध्या के फैसले को देखते हुए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक भी बुलाई गई थी.
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SP प्रमुख अखिलेश यादव का हमला, कहा- 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कैसे पता कि अदालत में...'
- Sunday October 6, 2019
- भाषा
समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) द्वारा कथित रूप से अयोध्या मामले (Ayodhya) में बहुत जल्द 'बड़ी खुशखबरी' मिलने के दावे पर रविवार को सवाल उठाए.
- ndtv.in
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Exclusive : अयोध्या पर मध्यस्थता क्यों फेल हुई? सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड जमीन छोड़ने को तैयार था
- Wednesday August 7, 2019
- Reported by: कमाल खान, Edited by: सूर्यकांत पाठक
एनडीटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक अयोध्या मसले पर मध्यस्थता में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड मंदिर के लिए विवादित ज़मीन पर दावा छोड़ने के लिए तैयार था. उसका यह भी कहना था कि वह इसके बदले मस्जिद बनाने के लिए कोई जमीन नहीं लेगा. लेकिन वक्त की कमी से एक और पक्षकार को मनाया नहीं जा सका.अब मुस्लिम उलेमा का एक बड़ा वर्ग चाहता है कि मुक़दमे की सुनवाई के साथ-साथ मध्यस्थता फिर शुरू की जाए ताकि मसले का हल कोर्ट के बाहर निकल आए.
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अयोध्या विवाद: मध्यस्थता कमेटी आज से शुरू करेगी सुनवाई, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
- Wednesday March 13, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
मध्यस्थता के जरिए अयोध्या मामले को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित तीन सदस्यीय कमेटी मंगलवार को अयोध्या पहुंची. आज से इस मामले पर सुनवाई शुरू हो रही है. मध्यस्थता की मदद से कई सालों से अटके इस विवाद को निपटाने की कवायद की जा रही है. बुधवार को बातचीत के लिए 25 लोगों को बुलाया गया है. अवध यूनिवर्सिटी के इंजिनियरिंग कैंपस स्थित गेस्ट हाउस में कमेटी के ठहरने का इंतजाम किया गया हैं
- ndtv.in
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अयोध्या विवाद का पूरा इतिहास, जानें अब तक क्या-क्या हुआ, 25 बड़ी बातें
- Friday March 8, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
अयोध्या में मंदिर मस्जिद के लिए मुकदमा लड़ते सवा सौ साल हो गया है. इस एक मुद्दे ने बड़े बड़े नेता बना दिए. सरकारें बना दीं और सरकारें गिरा दीं. सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद का सर्वमान्य समाधान खोजने के लिये शुक्रवार को शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश एफएमआई कलीफुल्ला की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय मध्यस्थता समिति गठित कर दी. इस समिति को आठ सप्ताह के भीतर मध्यस्थता की कार्यवाही पूरी करनी है. प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने अपने आदेश में कहा कि मध्यस्थता के लिये गठित समिति के अन्य सदस्यों में आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पांचू शामिल हैं. पीठ ने कहा कि समिति, आवश्यकता हो तो, इसमें और सदस्य शामिल कर सकती है. संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर शामिल हैं.
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अयोध्या : मंदिर-मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की 5 बड़ी बातें
- Friday March 8, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए मध्यस्थता के जरिए इस मसले को सुलझाने का आदेश दिया है. माना जा रहा है कि बातचीत से सालों से चले रहे इस विवाद का निपटारा किया जा सकता है. हालांकि कोर्ट से इतर भी कई बार बातचीत की कोशिश हो चुकी है. लेकिन इस मुद्दे को लेकर सभी पक्षों को मनाना आसान नहीं काम नहीं था. हालांकि इस फैसले के पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता की बात कई बार कह चुका है. आज आया फैसला कई मायनों में अहम है क्योंकि इस बातचीत कोर्ट की निगरानी में होगी. बातचीत के लिए एक समिति का गठन किया गया है. जिससे अध्यक्ष मोहम्मद इब्राहिम खलीफुल्ला हैं. वह 22 जुलाई को 2016 को सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर रिटायर हुए थे. इसके अलावा धार्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचू मध्यस्थता समिति में शामिल हैं.
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