अयोध्या मामले में 17 नवंबर तक फैसला आने की उम्मीद है. लेकिन कोर्ट के फैसले के साथ हमेशा एक समस्या होती है कि एक पक्ष हारता है और एक जीतता है इसलिए मध्यस्थता का मार्गा सुझाया जाता है ताकि दोनों पक्ष राजी खुशी एक निर्णय पर सहमत हो सकें. शुक्रवार को संस्था 'इंडियन मुस्लिम्स फॉर पीस' के बैनर तले देश के तमाम मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने लखनऊ में एक सम्मेलन आयोजित किया. इस सम्मेलन में मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने मांग की कि अयोध्या में विवादित जमीन भगवान राम का मंदिर बनाने के लिए दे दी जाए. इससे देश में सद्भावना का माहौल बनेगा.