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Pm Modi Speech in Parliament: 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र को आज पीएम मोदी ने आज संबोधित किया. उन्होंने कोविड काल, जम्मू कश्मीर, धारा 370, आतंकवाद, जी-20, तीन तलाक, राम मंदिर, नए संसद भवन सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. पीएम ने कहा क 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "ये पांच साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे. ऐसा बहुत कम होता है कि रिफॉर्म और परफॉर्म दोनों हो और हम अपनी आंखों के सामने बदलाव देख सकें. देश 17वीं लोकसभा के माध्यम से इसका अनुभव कर रहा है और मेरा दृढ़ विश्वास है कि देश 17वीं लोकसभा को आशीर्वाद देना जारी रखेगा."
लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, कि आज का ये दिवस लोकतंत्र की एक महान परंपरा का महत्वपूर्ण दिवस है. 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी सबने अपने सामर्थ्य से देश को उचित दिशा देने का प्रयास किया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से बात की और उनसे कहा, "...आप हमेशा मुस्कुराते रहते थे. आपकी मुस्कान कभी फीकी नहीं पड़ी. आपने कई मौकों पर संतुलित और निष्पक्ष तरीके से इस सदन का मार्गदर्शन किया, इसके लिए मैं आपकी सराहना करता हूं." गुस्से, आरोप-प्रत्यारोप के क्षण आए लेकिन आपने धैर्यपूर्वक स्थिति को नियंत्रित किया और सदन चलाया और हमारा मार्गदर्शन किया. इसके लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस कार्यकाल में परिवर्तनकारी सुधार हुए, 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव इनमें नजर आती है. 17वीं लोकसभा की कार्य उत्पादकता 97 प्रतिशत रही, मुझे विश्वास है कि हम 18वीं लोकसभा में शत प्रतिशत की उत्पादकता रहने का संकल्प लेंगे.
नए संसद भवन पर पीएम मोदी ने कहा कि हर कोई चर्चा करता था कि संसद की नई इमारत होनी चाहिए. लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया जाता था. यह आपका (लोकसभा अध्यक्ष) नेतृत्व था जिसने यह निर्णय लिया, यह भी आगे की बात है, सरकार के साथ बैठकें कीं और परिणामस्वरूप , देश को ये नया संसद भवन मिला.”
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत को G20 की अध्यक्षता का अवसर मिला. भारत को बहुत बड़ा सम्मान मिला. देश के हर राज्य ने भारत की क्षमता और अपनी पहचान दुनिया के सामने रखी. इसका प्रभाव आज भी दुनिया के मानस पटल पर है."
PM मोदी ने कहा कि अनेक पीढ़ियों ने एक संविधान के लिए सपना देखा था. लेकिन हर पल वो संविधान में एक दरार दिखाई देती थी, एक खाई नजर आती थी, एक रुकावट चुभती थी. लेकिन इसी सदन ने अनुच्छेद 370 हटाया, जिससे संविधान के पूर्ण रूप का, पूर्ण प्रकाश के साथ प्रकटीकरण हुआ.
PM मोदी ने कहा कि मैं माननीय सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त करता हूं कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब मैंने माननीय सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 75 वर्षों तक हम अंग्रेजों द्वारा दी गई दंड संहिता के साथ रहे. नई पीढ़ी से हम गर्व से कह सकते हैं कि देश भले ही 75 साल तक दंड संहिता के अधीन रहा हो, लेकिन अगली पीढ़ी न्याय संहिता के साथ जीयेगी.”
पीएम ने कहा कि चुनाव ज्यादा दूर नहीं हैं, कुछ लोगों को घबराहट हो सकती है. लेकिन ये लोकतंत्र का जरूरी पहलू है. हम सब इसे गर्व से स्वीकार करते हैं. मेरा मानना है कि हमारे चुनाव देश का गौरव बढ़ाएंगे और लोकतांत्रिक परंपरा का पालन करेंगे.