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Draught

'Draught' - 35 News Result(s)
  • चीन में सूखे की चेतावनी जारी, बढ़ती गर्मी में जंगलों की आग से जूझ रहा देश

    चीन में सूखे की चेतावनी जारी, बढ़ती गर्मी में जंगलों की आग से जूझ रहा देश

    चीन (China) के दक्षिणी-पश्चिमी क्षेत्र चोंगकिंग की 34 काउंटीज़ में 66 नदियां सूख गईं हैं. इस साल यहां में इस मौसम के हिसाब से बारिश 60 प्रतिशत कम रही और कई जिलों में मिट्टी में नमी की कमी हो गई है. - स्थानीय मीडिया  

  • England में सूखा घोषित, सूख रहे लंदन की Thames नदी के स्त्रोत

    England में सूखा घोषित, सूख रहे लंदन की Thames नदी के स्त्रोत

    ब्रिटेन में पानी की कंपनियां अब पहले से सूखे के दिनों के लिए बनी योजना पर काम कर रही हैं ताकि सप्लाई को सुरक्षित किया जाए. इंग्लैंड में 1935 के बाद इस साल सबसे सूखी जुलाई रही.

  • कर्नाटक में बारिश के लिए भगवान को मना रही सरकार, मंत्री ने दिया मंदिरों में विशेष पूजा का आदेश

    कर्नाटक में बारिश के लिए भगवान को मना रही सरकार, मंत्री ने दिया मंदिरों में विशेष पूजा का आदेश

    कर्नाटक के धार्मिक मामलों के मंत्री ने छह जून को सरकारी मंदिरों में इंद्र देवता को प्रसन्न करने के लिए एक विशेष पूजा करवाने का आदेश दिया है ताकि यहां बारिश हो सके. अब बीजेपी सरकार की मंशा पर सवाल उठा रही है. बीजेपी का आरोप के साथ कि अंधविश्वास निरोधक कानून पास करने वाली सरकार अंधविश्वास का सहारा ले रही है.

  • NDTV Exclusive : नेता चुनाव लड़ रहे, आम इंसान और जानवर बूंद-बूंद पानी को तरस रहे

    NDTV Exclusive : नेता चुनाव लड़ रहे, आम इंसान और जानवर बूंद-बूंद पानी को तरस रहे

    राजस्थान के जोधपुर संभाग के हजारों गांवों में लगातार दूसरे साल अकाल दस्तक दे रहा है. इस अकाल के चलते अन्न, चारे और पानी की कमी से इंसान और जानवर दोनों बेहाल हैं. NDTV ने बाड़मेर में हालात का जायजा लिया.

  • प्राइम टाइम इंट्रो: कुदरत के साथ खिलवाड़ कब तक?

    प्राइम टाइम इंट्रो: कुदरत के साथ खिलवाड़ कब तक?

    बाढ़, सूखा, अगलगी अब ये सब पुराने शब्द हो चुके हैं. इनकी जगह आपदा का इस्तेमाल होने लगा है. आपदा के साथ खूबी ये है कि प्रबंधन आराम से लग जाता है. वन न रहे, पर्यावरण न रहे, नदी न रहे, तालाब न रहे मगर आपदा प्रबंधन जब तक है चिंता की बात नहीं है. पर्यावरण मंत्रालय के तहत होता तो थोड़ा भरोसा कम भी होता मगर अच्छी बात यह है कि आपदा प्रबंधन गृह मंत्रालय के तहत है. वन विभाग उन जगहों पर भी है जहां वन नहीं हैं. जहां वन के नाम पर उद्यान लगाए जा रहे हैं जबकि उद्यान विभाग भी अलग से है.

  • प्राइम टाइम इंट्रो : दिखने लगे ग्लोबल वॉर्मिंग के नतीजे

    प्राइम टाइम इंट्रो : दिखने लगे ग्लोबल वॉर्मिंग के नतीजे

    याद कीजिए आप एक हफ्ते में कितनी बार बोलते हैं कि मौसम में बहुत बदलाव हो गया है. बारिश या तो नहीं होती है, होती है तो बाढ़ का कहर पैदा कर देती है. कई जगहों पर नए नए रिकॉर्ड बन रहे हैं. गर्मी के भी. बारिश के भी और सूखे के भी. जिन शहरों को हमने सबसे सुरक्षित माना है, वही अब बैठे बैठे डूब जा रहे हैं.

  • सरकार जनहित के मामलों में ठीक से काम करे तो दखल देने की जरूरत न पड़े : सुप्रीम कोर्ट

    सरकार जनहित के मामलों में ठीक से काम करे तो दखल देने की जरूरत न पड़े : सुप्रीम कोर्ट

    सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर जनहित के मामले में सरकार तरीके से काम करे तो हमें दखल देने की जरूरत नहीं होगी. यह बात सच है कि देश में किसानों को लोन में राहत नहीं मिलती. हमें ऐसा लगता है हमने जो आदेश दिया उस आदेश की कॉपी जनरल मैनेजर के पास गई. उसके बाद सहायक मैनेजर को, ऐसे ही चलता रहता है.

  • बाढ़ का आगा-पीछा 2 : झमाझम बारिश का फायदा उठाने का कोई इंतजाम नहीं

    बाढ़ का आगा-पीछा 2 : झमाझम बारिश का फायदा उठाने का कोई इंतजाम नहीं

    अगर मौसम विभाग ने विश्वसनीय प्रणाली से हिसाब लगाया है तो अनुमान है कि इस बार सामान्य से नौ फीसद अतिरिक्त पानी बादलों से मिलेगा। इस साल हमें तीन सौ साठ घन किलोमीटर पानी अतिरिक्त मिलने जा रहा है। लेकिन अफसोस यह कि सारा का सारा बहुमूल्य पानी हम अगले साल पड़ने वाले सूखे के दिनों के लिए रोककर नहीं रख पाएंगे।

  • स्वराज अभियान ने किया खुलासा : सूखा प्रभावित इलाकों में सरकार की 'सूखी मदद'

    स्वराज अभियान ने किया खुलासा : सूखा प्रभावित इलाकों में सरकार की 'सूखी मदद'

    क्या आपने इस तरह की तस्वीर कभी देखी है? ज़रा गौर से देखिए इन तस्वीरों को। यह कोई रेगिस्तान की तस्वीरें नहीं हैं बल्कि हिंदुस्तान के कुछ सूखा प्रभावित इलाकों की तस्वीरें हैं। उस इलाकों की तस्वीर हैं जहां सूखे की वजह से सब कुछ सूख गया है। लोगों के सुख-शांति सब कुछ।

  • बाढ़ का आगा-पीछा-1 :  पहले सूखा और अब इसी साल बाढ़ का भी अंदेशा

    बाढ़ का आगा-पीछा-1 : पहले सूखा और अब इसी साल बाढ़ का भी अंदेशा

    देश में भयावह सूखे के बाद अब बाढ़ का अंदेशा खड़ा हो गया है। मौसम विभाग ने खुशफहमी के चक्कर में इस साल बारिश के अनुमान को जिस तरह प्रचारित किया है उससे विशेषज्ञों के बीच खुशी की बजाए बाढ़ का डर ज्यादा बैठ गया है। पिछले साल के मुकाबले इस साल 28 फीसदी ज्यादा पानी बरसने का अंदाजा है।

  • महाराष्ट्र के सोलापुर को सूखा राहत के लिए चीन सरकार ने दी 30 लाख रुपये की मदद

    महाराष्ट्र के सोलापुर को सूखा राहत के लिए चीन सरकार ने दी 30 लाख रुपये की मदद

    महाराष्ट्र में सूखा राहत के लिए विदेशी सरकार से मदद मिल रही है। भारत के पड़ोसी देश चीन ने महाराष्ट्र के सोलापुर में सूखा राहत के लिए मदद दी है। सोलापुर महानगरपालिका को चीन सरकार ने 30 लाख रुपये देकर सूखा राहत कामों में अपना योगदान किया है।

  • यह जो सूखा है... डूबा देता है...

    यह जो सूखा है... डूबा देता है...

    लोग अब लोग नहीं रहे। लोग अब राजनीतिक दल के लोग होते जा रहे हैं। इस तस्वीर में चंद लोग नजर आ रहे हैं जो अभी तक लोग हैं। किसी दल के नहीं बने हैं। इसलिए इनके लिए कोई लोग नहीं हैं। कुएं के ऊपर बैठे कुछ लोगों को देर तक देखता रहा। जबकि नजर जानी चाहिए थी कुएं में तैरती दिख रही महिला पर।

  • कुदरती से ज्यादा राजनीतिक दुश्चक्र में फंस गया बुंदेलखंड

    कुदरती से ज्यादा राजनीतिक दुश्चक्र में फंस गया बुंदेलखंड

    बुंदेलखंड समस्या एक पहेली बन गई है। नवीनतम स्थिति यह है कि उप्र और केंद्र सरकार के बीच उठापटक के अलावा कुछ भी होता नहीं दिख रहा। बुंदेलखंड के हालात घंटे दर घंटे बिगड़ रहे हैं। इमरजेंसी जैसे हालात में उप्र और केंद्र के बीच एक दूसरे पर आरोप लगाने या अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की हरकतों को समझना पड़ेगा।

  • सूखे पर पीएम मोदी ने की यूपी और महाराष्ट्र के सीएम से मुलाकात; दोनों ने रखीं अपनी अपनी मांगें

    सूखे पर पीएम मोदी ने की यूपी और महाराष्ट्र के सीएम से मुलाकात; दोनों ने रखीं अपनी अपनी मांगें

    देश में सूखाग्रस्त तीन राज्यों के हालात पर समीक्षा करने लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्रियों को बैठक के लिए बुलाया जिसके तहत वह सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिले। इसके बाद वह महाराष्ट्र से सीएम देवेंद्र फडणवीस से भी मिले।

  • पानी को लेकर पैनी राजनीति, सूखा उतारे दे रहा आम लोगों का पानी

    पानी को लेकर पैनी राजनीति, सूखा उतारे दे रहा आम लोगों का पानी

    कल अगर आप जंतर मंतर पर मौजूद होते तो आपको पता चलता कि पानी की समस्या के कारण लोगों की जिंदगी कैसे नरक बन गई है। 13 राज्यों से जमा हुए इस किसानों की दुःख भरी कहानी अगर आप सुनते तो आप खुद पानी-पानी हो जाते।

'Draught' - 14 Video Result(s)
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  • चीन में सूखे की चेतावनी जारी, बढ़ती गर्मी में जंगलों की आग से जूझ रहा देश

    चीन में सूखे की चेतावनी जारी, बढ़ती गर्मी में जंगलों की आग से जूझ रहा देश

    चीन (China) के दक्षिणी-पश्चिमी क्षेत्र चोंगकिंग की 34 काउंटीज़ में 66 नदियां सूख गईं हैं. इस साल यहां में इस मौसम के हिसाब से बारिश 60 प्रतिशत कम रही और कई जिलों में मिट्टी में नमी की कमी हो गई है. - स्थानीय मीडिया  

  • England में सूखा घोषित, सूख रहे लंदन की Thames नदी के स्त्रोत

    England में सूखा घोषित, सूख रहे लंदन की Thames नदी के स्त्रोत

    ब्रिटेन में पानी की कंपनियां अब पहले से सूखे के दिनों के लिए बनी योजना पर काम कर रही हैं ताकि सप्लाई को सुरक्षित किया जाए. इंग्लैंड में 1935 के बाद इस साल सबसे सूखी जुलाई रही.

  • कर्नाटक में बारिश के लिए भगवान को मना रही सरकार, मंत्री ने दिया मंदिरों में विशेष पूजा का आदेश

    कर्नाटक में बारिश के लिए भगवान को मना रही सरकार, मंत्री ने दिया मंदिरों में विशेष पूजा का आदेश

    कर्नाटक के धार्मिक मामलों के मंत्री ने छह जून को सरकारी मंदिरों में इंद्र देवता को प्रसन्न करने के लिए एक विशेष पूजा करवाने का आदेश दिया है ताकि यहां बारिश हो सके. अब बीजेपी सरकार की मंशा पर सवाल उठा रही है. बीजेपी का आरोप के साथ कि अंधविश्वास निरोधक कानून पास करने वाली सरकार अंधविश्वास का सहारा ले रही है.

  • NDTV Exclusive : नेता चुनाव लड़ रहे, आम इंसान और जानवर बूंद-बूंद पानी को तरस रहे

    NDTV Exclusive : नेता चुनाव लड़ रहे, आम इंसान और जानवर बूंद-बूंद पानी को तरस रहे

    राजस्थान के जोधपुर संभाग के हजारों गांवों में लगातार दूसरे साल अकाल दस्तक दे रहा है. इस अकाल के चलते अन्न, चारे और पानी की कमी से इंसान और जानवर दोनों बेहाल हैं. NDTV ने बाड़मेर में हालात का जायजा लिया.

  • प्राइम टाइम इंट्रो: कुदरत के साथ खिलवाड़ कब तक?

    प्राइम टाइम इंट्रो: कुदरत के साथ खिलवाड़ कब तक?

    बाढ़, सूखा, अगलगी अब ये सब पुराने शब्द हो चुके हैं. इनकी जगह आपदा का इस्तेमाल होने लगा है. आपदा के साथ खूबी ये है कि प्रबंधन आराम से लग जाता है. वन न रहे, पर्यावरण न रहे, नदी न रहे, तालाब न रहे मगर आपदा प्रबंधन जब तक है चिंता की बात नहीं है. पर्यावरण मंत्रालय के तहत होता तो थोड़ा भरोसा कम भी होता मगर अच्छी बात यह है कि आपदा प्रबंधन गृह मंत्रालय के तहत है. वन विभाग उन जगहों पर भी है जहां वन नहीं हैं. जहां वन के नाम पर उद्यान लगाए जा रहे हैं जबकि उद्यान विभाग भी अलग से है.

  • प्राइम टाइम इंट्रो : दिखने लगे ग्लोबल वॉर्मिंग के नतीजे

    प्राइम टाइम इंट्रो : दिखने लगे ग्लोबल वॉर्मिंग के नतीजे

    याद कीजिए आप एक हफ्ते में कितनी बार बोलते हैं कि मौसम में बहुत बदलाव हो गया है. बारिश या तो नहीं होती है, होती है तो बाढ़ का कहर पैदा कर देती है. कई जगहों पर नए नए रिकॉर्ड बन रहे हैं. गर्मी के भी. बारिश के भी और सूखे के भी. जिन शहरों को हमने सबसे सुरक्षित माना है, वही अब बैठे बैठे डूब जा रहे हैं.

  • सरकार जनहित के मामलों में ठीक से काम करे तो दखल देने की जरूरत न पड़े : सुप्रीम कोर्ट

    सरकार जनहित के मामलों में ठीक से काम करे तो दखल देने की जरूरत न पड़े : सुप्रीम कोर्ट

    सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर जनहित के मामले में सरकार तरीके से काम करे तो हमें दखल देने की जरूरत नहीं होगी. यह बात सच है कि देश में किसानों को लोन में राहत नहीं मिलती. हमें ऐसा लगता है हमने जो आदेश दिया उस आदेश की कॉपी जनरल मैनेजर के पास गई. उसके बाद सहायक मैनेजर को, ऐसे ही चलता रहता है.

  • बाढ़ का आगा-पीछा 2 : झमाझम बारिश का फायदा उठाने का कोई इंतजाम नहीं

    बाढ़ का आगा-पीछा 2 : झमाझम बारिश का फायदा उठाने का कोई इंतजाम नहीं

    अगर मौसम विभाग ने विश्वसनीय प्रणाली से हिसाब लगाया है तो अनुमान है कि इस बार सामान्य से नौ फीसद अतिरिक्त पानी बादलों से मिलेगा। इस साल हमें तीन सौ साठ घन किलोमीटर पानी अतिरिक्त मिलने जा रहा है। लेकिन अफसोस यह कि सारा का सारा बहुमूल्य पानी हम अगले साल पड़ने वाले सूखे के दिनों के लिए रोककर नहीं रख पाएंगे।

  • स्वराज अभियान ने किया खुलासा : सूखा प्रभावित इलाकों में सरकार की 'सूखी मदद'

    स्वराज अभियान ने किया खुलासा : सूखा प्रभावित इलाकों में सरकार की 'सूखी मदद'

    क्या आपने इस तरह की तस्वीर कभी देखी है? ज़रा गौर से देखिए इन तस्वीरों को। यह कोई रेगिस्तान की तस्वीरें नहीं हैं बल्कि हिंदुस्तान के कुछ सूखा प्रभावित इलाकों की तस्वीरें हैं। उस इलाकों की तस्वीर हैं जहां सूखे की वजह से सब कुछ सूख गया है। लोगों के सुख-शांति सब कुछ।

  • बाढ़ का आगा-पीछा-1 :  पहले सूखा और अब इसी साल बाढ़ का भी अंदेशा

    बाढ़ का आगा-पीछा-1 : पहले सूखा और अब इसी साल बाढ़ का भी अंदेशा

    देश में भयावह सूखे के बाद अब बाढ़ का अंदेशा खड़ा हो गया है। मौसम विभाग ने खुशफहमी के चक्कर में इस साल बारिश के अनुमान को जिस तरह प्रचारित किया है उससे विशेषज्ञों के बीच खुशी की बजाए बाढ़ का डर ज्यादा बैठ गया है। पिछले साल के मुकाबले इस साल 28 फीसदी ज्यादा पानी बरसने का अंदाजा है।

  • महाराष्ट्र के सोलापुर को सूखा राहत के लिए चीन सरकार ने दी 30 लाख रुपये की मदद

    महाराष्ट्र के सोलापुर को सूखा राहत के लिए चीन सरकार ने दी 30 लाख रुपये की मदद

    महाराष्ट्र में सूखा राहत के लिए विदेशी सरकार से मदद मिल रही है। भारत के पड़ोसी देश चीन ने महाराष्ट्र के सोलापुर में सूखा राहत के लिए मदद दी है। सोलापुर महानगरपालिका को चीन सरकार ने 30 लाख रुपये देकर सूखा राहत कामों में अपना योगदान किया है।

  • यह जो सूखा है... डूबा देता है...

    यह जो सूखा है... डूबा देता है...

    लोग अब लोग नहीं रहे। लोग अब राजनीतिक दल के लोग होते जा रहे हैं। इस तस्वीर में चंद लोग नजर आ रहे हैं जो अभी तक लोग हैं। किसी दल के नहीं बने हैं। इसलिए इनके लिए कोई लोग नहीं हैं। कुएं के ऊपर बैठे कुछ लोगों को देर तक देखता रहा। जबकि नजर जानी चाहिए थी कुएं में तैरती दिख रही महिला पर।

  • कुदरती से ज्यादा राजनीतिक दुश्चक्र में फंस गया बुंदेलखंड

    कुदरती से ज्यादा राजनीतिक दुश्चक्र में फंस गया बुंदेलखंड

    बुंदेलखंड समस्या एक पहेली बन गई है। नवीनतम स्थिति यह है कि उप्र और केंद्र सरकार के बीच उठापटक के अलावा कुछ भी होता नहीं दिख रहा। बुंदेलखंड के हालात घंटे दर घंटे बिगड़ रहे हैं। इमरजेंसी जैसे हालात में उप्र और केंद्र के बीच एक दूसरे पर आरोप लगाने या अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की हरकतों को समझना पड़ेगा।

  • सूखे पर पीएम मोदी ने की यूपी और महाराष्ट्र के सीएम से मुलाकात; दोनों ने रखीं अपनी अपनी मांगें

    सूखे पर पीएम मोदी ने की यूपी और महाराष्ट्र के सीएम से मुलाकात; दोनों ने रखीं अपनी अपनी मांगें

    देश में सूखाग्रस्त तीन राज्यों के हालात पर समीक्षा करने लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्रियों को बैठक के लिए बुलाया जिसके तहत वह सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिले। इसके बाद वह महाराष्ट्र से सीएम देवेंद्र फडणवीस से भी मिले।

  • पानी को लेकर पैनी राजनीति, सूखा उतारे दे रहा आम लोगों का पानी

    पानी को लेकर पैनी राजनीति, सूखा उतारे दे रहा आम लोगों का पानी

    कल अगर आप जंतर मंतर पर मौजूद होते तो आपको पता चलता कि पानी की समस्या के कारण लोगों की जिंदगी कैसे नरक बन गई है। 13 राज्यों से जमा हुए इस किसानों की दुःख भरी कहानी अगर आप सुनते तो आप खुद पानी-पानी हो जाते।

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